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- नुवेप्रो और केसीटी आए एक साथ, लक्ष्य इंजीनियरिंग छात्रों को नौकरियां उपलब्ध कराना
क्लाउड आधारित अपस्किलिंग समाधान प्रदाता है नुवेप्रो
इस साझेदारी के जरिए पांच सौ से अधिक छात्रों को लाभ मिलने की लगाई जा रही है उम्मीद
इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों के करियर को लेकर हाल ही में कुमारगुरु स्कूल ऑफ इनोवेशन (केएसआई) और इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी शिक्षा संस्थान कुमारगुरु कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी (केसीटी) ने एक पहल की। इसके तहत दोनों ही कॉलेजों ने भारत में क्लाउड-आधारित अपस्किलिंग समाधान प्रदाता नुवेप्रो के साथ करार किया। इसका उद्देश्य है कि पांच सौ से अधिक छात्रों को रोजगार के बेहतरीन अवसर उपलब्ध कराए जा सकें।
इस करार के तहत छात्रों को आसानी से और कम से कम लागत में प्रभावी क्लाउड-आधारित लैब प्रदान करने के प्रयासों के साथ ही छात्रों को उभरती प्रौद्योगिकियों में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान करने और उन्हें प्रौद्योगिकी के लगातार विकसित होने वाले परिदृश्य के लिए तैयार करने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। प्राप्त जानकारी के केएसआई और केसीटी का लक्ष्य अपने डिजिटल बुनियादी ढांचे को बढ़ाना है। इसी के तहत नुवेप्रो के साथ साझेदारी एडब्ल्यूएस और अन्य क्लाउड खातों को प्राप्त करने की प्रक्रिया को और भी प्रभावी बनाती है। इसके तहत शिक्षा की नई पद्धतियों पर ध्यान दिया जाता है। यह प्रयास किया जाता है कि छात्रों को नित नई शिक्षण विधियों की जानकारी दी जा सके ताकि वह परिवर्तित हो रही तकनीकों को बेहतर तरीके से जान व समझ सकें।
इस साझेदारी को लेकर कुमारगुरु कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी के सूचना विज्ञान, इंजीनियरिंग के प्रमुख प्रभारी तिरुवाजी उलोली ने कहा कि हमने छात्रों के लिए प्री-फाइनल और अंतिम वर्ष के लगभग सभी पाठ्यक्रमों के हिस्से के रूप में क्लाउड वातावरण पर किए गए व्यावहारिक असाइनमेंट को शामिल किया है। इसके अलावा क्लाउड लैब ने प्रौद्योगिकी सीखने की क्षमता, लचीलेपन, लागत-प्रभावशीलता और महत्वपूर्ण उद्योग कौशल में सुधार किया है, जिससे छात्रों के प्लेसमेंट पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। हम उद्योग के रुझानों के साथ तालमेल बिठाते हुए क्लाउड वातावरण को व्यापक शैक्षणिक रूप से अपनाने की वकालत करते हैं। इसके जरिए छात्रों को रोजगार प्राप्त करने में भी आसानी होती है।
क्या होती क्लाउड कंप्यूटिंग
क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसी तकनीक है जो उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट से जुड़े उपकरणों मसलन कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टैबलेट व अन्य ऐसे उपकरण जो इंटरनेट से
जुड़े हैं, उनके जरिए स्टोरेज, फाइल, सॉफ्टवेयर व सर्वर तक पहुंच प्रदान करती है। इसका लाभ यह है कि उपयोगकर्ता को डिवाइस लेकर हर जगह जाना जरूरी नहीं है बल्कि इंटरनेट के जरिए आप अपना डाटा कहीं भी ऐक्सस कर सकते हैं। इसका फायदा यह है कि आप अपना डाटा ऐसे स्थान पर संग्रहित व संसाधित करते हैं, जो कहीं भी किसी भी डिवाइस से ऐक्सस किया जा सकता है। इसके अन्य फायदों में यह है कि आप क्लाउड पर जाकर, व्यवसाय अपनी ऊर्जा खपत और कार्बन और फुटप्रिंट को नब्बे प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। इसके अलावा इन-हाउस सर्वर और सॉफ्टवेयर रखने की बजाए, व्यवसाय को इंटरनेट कनेक्शन वाले किसी भी कंप्यूटर या डिवाइस से समान एप्लिकेशन और संबंधित डाटा तक पहुंचने के लिए क्लाउड आधारित सेवाओं का प्रयोग कर सकते हैं।