ड्राइविंग स्कूल व्यवसाय को सस्ते व्यवसायों में से एक और सर्वश्रेष्ठ व्यवसाय माना जाता है जिसमें मुनाफ भी जल्दी मिलता है। इनकी शुरुआत महानगरों या उपनगरीय शहरों में की जा सकती है। यह निवेशकों को बहुत से व्यवसाय अवसर देती है वह भी छोटे निवेश के स्तर पर। व्यक्तिगत रूप से जो ड्राइविंग में कुशल हैं, वे आसानी से अपने इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं और आगे चलकर अपनी निवेश पूंजी में कुछ और निवेश कर सकते हैं। यह एक लाभकारी व्यवसाय है जिसमें आप दूसरों को ऑटोमोबाइल चलाना सिखाने में मदद कर पैसे कमा सकते हैं।इस व्यवसाय का सबसे अच्छा बिंदु यह है कि आप इसे पार्ट टाइम काम के तौर पर भी शुरू कर सकते हैं।
व्यवसाय का मूल है उसकी योजना
किसी भी व्यवसाय का सबसे जरूरी पहलू उसकी योजना है। एक कारोबारी होने के नाते सबसे पहले अपनी कंपनी के ओनर्शिप पैर्टन को निर्धारित करें। अपने ड्राइविंग स्कूल के लिए शुरुआत में आपको वाहनों की संख्या का निर्धारण करना होगा। शुरुआती दौर में कर्मचारियों और मार्केटिंग योजना पर ज्यादा ध्यान देने का प्रयास करें। ये कदम आपको स्टार्टअप बजट देने और आपके मुनाफे की गणना करने में भी मदद करेंगे। साथ ही, व्यवस्थिति ढंग से बने व्यवसाय योजना आपको भविष्य में बैंक से लोन और निवेशकों को जोड़ने में मदद करेंगे।
पंजीकरण की प्रक्रिया
अपने ड्राइविंग स्कूल व्यवसाय का पंजीकरण करना आपका अगला कदम होगा। एक विशिष्ट जगह पर अपने व्यवसाय को पंजीकृत कराने के लिए उपयुक्त सरकारी निकाय इसमें शामिल होंगे। भारतीय स्टार्टअप को अपनी कंपनी का पंजीकरण कॉरपोरेट अफेयर के मंत्रालय में कराना होता है। सरकार आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच और इसी के सामान्य अन्य प्रक्रियाओं के बाद जाकर ही आपको ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर का लाइसेंस देता है।
व्यवसाय के सही जगह का निर्धारण
अपने ड्राइविंग स्कूल के लिए उपयुक्त जगह ढूंढना सफलता पाने की एक कुंजी है। आप चाहें तो जगह खरीद सकते हैं या फिर किराए पर भी ले सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि चुनी गई जगह पर क्लासरूम बनी हुई हो और ऑफिस के लिए भी जगह उपलब्ध हो। इसके अलावा, पार्किंग की सुविधा आपके व्यवसाय को और भी लाभ दे सकती है।
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अपने ड्राइविंग स्कूल के लिए उम्मीदवार प्राप्त करना आपकी प्राथमिक चिंता होनी चाहिए। अपने ट्रेनिंग क्षेत्र से बाहर भी अपने व्यवसाय का प्रचार फलायर और प्रिंट मीडिया के माध्यम से करने का प्रयास करें। साथ ही अपनी व्यवसाय की छवि को प्रोफेशनल बनाने के लिए अपने ड्राइविंग स्कूल की वेबसाइट बनाएं और उसके प्रचार को बढ़ावा दें। आजकल इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) बहुत वायरल हो रहा है। ऐसी अवस्था में अपने व्यवसाय को सोशल मीडिया पर प्रमोट करना आपकी मदद कर सकता है। इससे आपको बिना किसी प्रयास के नए उम्मीदवार मिलते हैं और उन्हें यह भी बता पाते हैं कि आपके पास ट्रेनिंग करने से उन्हें क्या लाभ मिलेंगे।