भारतीय पर्यटन इंडस्ट्री ने विकास के समय को अनुभव किया है जो ज्यादातर भारतीय मध्यम वर्ग की आबादी और ज्यादा खर्च करने वाले विदेशी पर्यटकों द्वारा संचालित है। साथ ही, सरकार द्वारा चलाने गए अभियानों ने भी इस इंडस्ट्री के विकास और 'अतुल्य भारत' को बढ़ावा देने में योगदान दिया है। भारतीय पर्यटन इंडस्ट्री वैश्विक पर्यटक स्थल बनने के चरम पर आ गई है। भारत की यात्रा और पर्यटन इंडस्ट्री बहुत ही लाभकारी व्यवसाय बन गया है। अपनी उपस्थिति को पर्यटन इंडस्ट्री मे दर्ज करने के लिए यह नए और स्थापित हो चुके निवेशकों का स्वागत कर रहा है।
पर्यटन इंडस्ट्री का विस्तार
पर्यटन अब सबसे बड़ा सर्विस इंडस्ट्री बन गया है और यह देश के सकल घरेलू आय (जीडीपी) में 6.23 प्रतिशत का योगदान दर्ज कर रहा है।भारत में औसतन पांच मिलियन वार्षिक विदेशी पर्यटक और 562 मिलियन घरेलू पर्यटक आते हैं। माना जा रहा है कि 2018 तक भारतीय पर्यटन इंडस्ट्री 276 बिलियन अमेरीकी डॉलर का उत्पादन कर पाएगा।
लोजिंग/आवासीय व्यवसाय
मुक्त बाज़ार में आतिथ्य सेवाओं के जन्म ने गैर-पारंपरिक लोजिंग का आधार बनाया है और फ्रैंचाइज़रों के लिए अतिरिक्त मुनाफा कमाने के स्रोत का निर्माण किया है। वे पर्यटकों को सोने और आराम करने के लिए सुरक्षित जगह देने में विश्वास रखते हैं। बल्कि आज के समय में तो घर और अपार्टमेंट को कम समय के लिए किराए पर दिए जाने की नई अवधारणा भी देखने को मिलती है। प्रोपर्टी को किराए पर लेना एक नया फैशन है। जिसकी वजह से निवेशकों को तेजी से मुनाफा कमाने के लिए बहुत से अवसर मिल रहे हैं।
राइड-शेयरिंग व्यवसाय
जब पर्यटक किसी अनजान क्षेत्र में जाता है तो उसके लिए जरूरी है वह अपने आसपास जल्दी और आरामदायक यात्रा कर पाए। राइड शेयरिंग सेगमेंट ऐसे यात्रियों के लिए लाभकारी विकल्प है, साथ ही यह निवेशकों की अतिरिक्त आय को बढ़ाता है। ओला और उबर ऐसे दो उदाहरण है जिन्होंने भारत में राइड-शेयरिंग व्यवसाय को पूरी तरह से बदल दिया है। राइड-शेयरिंग एक पारस्परिक अनुभव है, जहां पर फ्रैंचाइज़र अपने ज्ञान का प्रयोग कर यात्रा गाइड बन सकता है और अपनी अतिरिक्त आय बढ़ा सकता है।
सामान डिलीवरी सर्विस
किसी भी यात्री के लिए अपने सामान को भूलना किसी बुरे सपने से कम नहीं है। लगेज डिलीवरी फ्रैंचाइज़र ने इस समस्या को अब बीते दिनों की समस्या बना दिया है। लगेज डिलीवरी व्यवसाय को स्थापित करना पर्यटन इंडस्ट्री में प्रवेश करने का एक सस्ता तरीका है। पूंजी की कमी के बावजूद आप अपनी पर्सनल लगेज डिलीवरी/रिकवरी सर्विस को लॉन्च कर अपने व्यवसाय के साथ जा सकते हैं।