किसी भी फ्रेंचाइज़ सिस्टम की सफलता का अनुमान उसकी फ्रेंचाइज़ियों की सफलता से लगाया जा सकता हैं। एक फ्रेंचाइज़ी की सफलता उसके वॉक-इन और उच्च बिक्री के स्तर पर निर्भर करती है। हर एक स्टोर का प्रदर्शन अंत में उस ब्रांड के देशभर के विस्तार के साथ जुड़ता है। हालांकि एक भी फ्रेंचाइज़ी स्टोर के असफल या बंद होने का कुप्रभाव पूरे ब्रांड की छवि पड़ सकता है। इसलिए यह अति आवश्यक है कि फ्रेंचाइज़र और उसकी फ्रेंचाइज़ टीम अपनी सभी फ्रेंचाइज़ यूनिटों को सुधारने के लिए कार्य करें।
सौहार्दपूर्ण संबंध का विकास
सफल फ्रेंचाइज़ नेटवर्क का सबसे प्रभावी और सरल व सबसे सस्ता तरीका है व्यक्तिगत संबंध का विकास करना। यह न सिर्फ महत्वपूर्ण है फ्रेंचाइज़र का फ्रेंचाइज़ी के साथ अच्छे संबंध हो बल्कि यह फ्रेंचाइज़ी के लिए भी समान रूप से आवश्यक है कि वह ग्राहक के साथ अपना बेहतरीन व्यक्तिगत संबंध बांटे। हालांकि केवल अच्छे संबंधों के अलावा भी बहुत से अन्य गाइडलाइन भी हैं जो फ्रेंचाइज़ नेटवर्क को सफल करने में विकास करते हैं।
फ्रेंचाइज़ियों से निपटना
फ्रेंचाइज़र को इस बात को समझना आवश्यक है कि फ्रेंचाइज़ी पूरे फ्रेंचाइज़ नेटवर्क की रीढ़ की हड्डी होती है। यहां तक कि एक फ्रेंचाइज़ी के असफल होने से पूरे नेटवर्क को इसका बुरा प्रभाव झेलना पड़ सकता है। इसलिए फ्रेंचाइज़र को ऐसी रणनीतियों का विकास करना चाहिए ताकि उसके नेटवर्क भी बना रहें और साथ ही उस नेटवर्क के साथ नई फ्रेंचाइज़ी भी जुड़ी रहें। कुछ तरीकों के बारें में नीचे चर्चा की गई हैंः
नई तकनीकी विकास अब नियमित रूप से हो रहें है। फ्रेंचाइज़र जो इन तकनीकों का अपनाते हैं और उन्हें अपनी सारी फ्रेंचाइज़ यूनिट में जोड़ते हैं, वे उन फ्रेंचाइज़र की तुलना में ज्यादा सफलता और सम्मान अपनी फ्रेंचाइज़ियों से प्राप्त करते है जोकि केवल पुराने तरीकों से चिपके रहते है। नई तकनीकी आविष्कार फ्रेंचाइज़ियों की सेल को बढ़ाती है इसलिए इन्हें तुरंत लागू करना आवश्यक है।
फ्रेंचाइज़र को अपनी फ्रेंचाइज़ियों के लाभ के लिए सोशल मीडिया प्रोग्राम का विकास करना चाहिए। सोशल नेटवर्किंग के जरिए ज्यादा से से ज्यादा संभावित क्लाइंट और ग्राहकों को ब्रांड और उसकी सर्विसों के बारें में जानकारी होनी चाहिए। इसलिए फ्रेंचाइज़र को अपनी फ्रेंचाइज़ियों को सोशल नेटवर्किंग के बारें में जानकारी देनी चाहिए ताकि वे उसका अधिकतम लाभ उठा सकें।
ओल्ड इज़ गोल्ड यानी पुराना सबसे बेहतर होता है। यह एक बार फिर साबित होता है विज्ञापन के परंपरागत तरीकों से जो कि अभी तक बहुत प्रभावी है। फ्रेंचाइज़र को फ्रेंचाइज़ियों के आउटलेट का पुराने मगर अब भी विज्ञापन के प्रभावी तरीके के माध्यम से भी प्रचार करना चाहिए।
मजबूत पीआर एक फ्रेंचाइज़ ब्रांड की सफलता के लिए बहुत आवश्यक है। ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त किया जा सकें इसलिए फ्रेंचाइज़रों को इस बात को समझना चाहिए और फ्रेंचाइज़ियों को बेहतर पीआर नेटवर्क के लिए शिक्षित करना चाहिए।
फ्रेंचाइज़र को यह प्रण लेना चाहिए कि वह मासिक वेबिनार यानी वेब सेमिनार पर स्थानीय स्टोर के मार्केटिंग अभ्यास पर चर्चा करेंगे। यह बहुत आवश्यक है कि कंपनी का वेबिनार हो ताकि फ्रेंचाइज़ सिस्टम को हर एक विभाग में क्या हो रहा है की जानकारी दी जा सके। वेब सेमिनार के माध्यम से सभी फ्रेंचाइज़ियों को 5 से 10 मिनट का समय भी मिल पाएगा जिसमें वे अपने सफल मार्केटिंग विचार और कहानियों को शेयर कर पाएंगे। जब पूरी टीम एक दूसरे से अपने अनुभवों को शेयर करती हैं तो इससे ज्यादा विश्वसनीयता प्राप्त होती है।
राष्ट्रीय स्तर पर ग्राहकों तक पहुंचने के लिए फ्रेंचाइज़र फ्रेंचाइज़ी की मदद कर सकते हैं और उन्हें ग्राहकों के साथ व्यक्तिगत संबंध का विकास करने के लिए शिक्षित कर सकते है। यहां पर कुछ तरीके या माध्यम है जिनकी मदद से ग्राहकों के साथ बात की जा सकती हैः
अधिकतर सभी कंपनियां अपने भागीदारों के साथ-साथ संभावित भागीदारों को ईमेल भेजते है मगर ब्रांड को इसके साथ-साथ ईमेल मार्केटिंग के जरिए अपने सबसे निष्ठावान ग्राहकों के साथ भी संपर्क करना चाहिए। एक विस्तृत डेटाबेस देशभर के ग्राहकों को समाचार और अन्य जानकारी देने में सहायक साबित होता है।
कुशल फ्रेंचाइज़र सोशल मीडिया से मिलने वाले लाभों के बारें में जागरूक होते है और सोशल मीडिया चैनल का प्रयोग करते है अपने क्लाइंट और अपने फैन से बात करने के लिए और वइ इससे यह जानने का प्रयास करते हैं कि वे उनके क्या सोचते है, साथ ही साथ उनसे बातचीत भी करते है।
यह एक साप्ताहिक गतिविधि होनी चाहिए जिसमें फ्रेंचाइज़र अपनी टीम के साथ बैठकर पूरे सप्ताह की उन शिकायतों पर चर्चा करें जो उसके फ्रेंचाइज़ियों के साथ-साथ उसके क्लाइंट/ग्राहकों की है। साथ ही फ्रेंचाइज़र को सीमित समय के भीतर अपने ग्राहक के साथ शिकायत निवारण पर दुबारा से बातचीत करनी चाहिए।
अंत में यहीं कहा जा सकता है कि फ्रेंचाइज़र, फ्रेंचाइज़ी और ग्राहक मिलकर एक सफल फ्रेंचाइज़ सिस्टम का निर्माण करते है। हालांकि फ्रेंचाइज़र का ब्रांड का मालिक होने के नाते अपनी पूरी कोशिश करनी चाहिए कि उसका ब्रांड सफल बनें।