कन्नौज के इत्र व्यापारी और सपा एमएलसी पुष्पराज जैन के घर और दफतरों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। उनके 13 ठिकानों पर आयकर विभाग ने रेड डाली है और यह छापेमारी कन्नोज, कानपुर, नोएडा, हाथरस से लेकर मुंबई तक जारी है।
पुष्पराज जैन कन्नौज के मशहुर इत्र व्यापारी हैं। जब पीयूष जैन पर छापेमारी जारी थी तब कई समानताओं की वजह से इनका नाम भी सुर्खियों में आया। पीयूष जैन का कन्नौज में घर है, वहीं पर पुष्पराज जैन का भी घर है। दोनों में समानताएं इतनी हैं कि नाम के पहले अक्षर (अंग्रेजी लेटर पी), सरनेम (जैन) से लेकर कारोबार (इत्र) और गली तक सेम हैं। यही वजह है कि जब पीयूष जैन पर छापा पड़ा तो इनका भी नाम सामने आया। हालांकि, यह स्पष्ट है कि पुष्पराज जैन का संबंध पूरी तरह से समाजवादी पार्टी से है। समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन ने ही समाजवादी इत्र को लॉन्च किया था। आप को बता दे पीयूष जैन भी इत्र के बड़े कारोबारी है और उन्हें इत्रनगरी का कंपाउंड किंग कहा जाता है।
पुष्पराज जैन का रीजनल ऑफिस मुंबई में है। उनके इत्र का कारोबार मिडिल ईस्ट देशों में फैला हुआ है। पुष्पराज जैन कन्नौज में काफी मशहूर इत्र कारोबारी हैं। उनके पास एक पेट्रोल पंप और कोल्ड स्टोरेज यूनिट है। उनके पास मुंबई में भी घर और दफ्तर हैं। बता दें कि कुछ समय पहले ही अखिलेश यादव ने ‘समाजवादी इत्र’ नाम से परफ्यूम लॉन्च किया था। इस दौरान सपा एमएलसी पुष्पराज जैन भी मौजूद थे क्योंकि इस इत्र को उन्होंने ही तैयार किया था।
जब छापेमारी का दौर चल रहा था तब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कारोबारियों की छापेमारी पर कहा कि उन्हें पहले से पता था कि ऐसा कुछ होने वाला है। साथ ही भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि नफरत की दुर्गंध फैलाने वाले सोहार्द की सुगंध कैसे पसंद करेंगे।
भाजपा सरकार सेंट्रल एजेंसियों का इस्तेमाल गलत तरीके से कर रही है। पीयूष जैन को भी सपा का करीबी समझ कर छापा मारा गया था जबकि पीयूष जैन से सपा का कोई रिश्ता नहीं है। अखिलेश ने दावा किया है कि पीयूष के घर पर रेड डालने के समय सरकार पुष्पराज जैन को ही ढूंढ रही थी, लेकिन गलती से अपने ही सहयोगी पीयूष के यहां रेड डाल दी। ऐसे में अपनी बौखलाहट निकालने के लिए अब पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी जैन के घर और कार्यालय पर छापा मरवाया गया। उन्होने कहा है कि रेड की यह कार्रवाई सपा का नाम खराब करने की महज एक साजिश है।
आपको बता दे पुष्पराज जैन को 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी के रूप में चुना गया था। वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-मालिक हैं। उनके इस बिजनेस की शुरुआत उनके पिता सवैललाल जैन ने 1950 में ने शुरू की थी। पुष्पराज और उनके 3 भाई कन्नौज में व्यवसाय चलाते हैं और एक ही घर में रहते हैं। उनके 3 भाइयों में से 2 मुंबई ऑफिस में काम करते हैं जबकि तीसरा उनके साथ कन्नौज में मैन्युफैक्चरिंग सेट-अप पर काम करता है।
2016 में उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 10.10 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। उन्होंने कन्नौज के स्वरूप नारायण इंटरमीडिएट कॉलेज में कक्षा 12 तक पढ़ाई की है। छापेमारी शुरू होने के बाद उन्होने कहा था कि मेरा पीयूष जैन से कोई लेना-देना नहीं है। आम बात यह है कि पीयूष जैन मेरे जैसे ही समुदाय से हैं। अगर उसके खिलाफ छापेमारी की गई है तो वह खुद इससे निपटेगा।