एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की अंतरराष्ट्रीय शाखा ने यूरोप में भारतीय पर्यटकों के लिए डिजिटल पेमेंट सर्विस स्वीकार करने संबंधी करार किया है। इसके लिए वर्ल्डलाइन क्यूआर यूरोपीय देशों में शुरू किया गया है।
करार के हिस्से के रूप में वर्ल्डलाइन यूरोप में भारतीय व्यापारियों के लिए डिजिटल पेमेंट के माध्यम से लेनदेन को आसान बना रही है। इसने यूपीआई, रुपे और एनपीसीआई से भुगतान स्वीकार करने की अनुमति दी हैं। यह यूरोपीय बाजारों में भारतीय ग्राहकों के लिए और ज्यादा सुविधा लाएगा। इससे भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को बहुत लाभ होगा।
वर्तमान में भारत के पर्यटक, कारोबारी और ग्राहक अंतरराष्ट्रीय कार्ड नेटवर्क के माध्यम से पेमेंट करते हैं। यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) एक ही मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से कई बैंक खातों तक पहुंचने की अनुमति देता है। यह व्यापारियों के लिए नई व्यावसायिक संभावनाओं को खोलते हुए ग्राहकों के अनुभव को बढ़ाएगा।
वर्ल्डलाइन क्यूआर के माध्यम से सभी क्यूआर-आधारित पेमेंट को स्वीकार करती है। एनआईपीएल के लिए यूरोप बड़ा लक्षित बाजार है। यह विस्तार योजनाओं के साथ बेनेलक्स यानी बेल्जियम, नीदरलैंड्स व लक्जम्बर्ग के साथ स्विट्जरलैंड को शामिल करने के लिए तैयार है।
यूरोप के लिए वीजा मुहैया कराने वाली कंपनी शेंगेन वीजा के अनुसार भारत यूरोप के लिए सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन बाजारों में से एक है। एक अनुमान के अनुसार कोरोना महामारी से पहले हर वर्ष यूरोप में करीब एक करोड़ भारतीय पर्यटक जाते रहे हैं। हालांकि कोरोना संकट के चलते वर्ष 2020 और 2021 में इन पर्यटकों की संख्या काफी गिर गई। लेकिन अब जैसे-जैसे कोविड-19 का प्रभाव कम हो रहा है, यह संख्या काफी बढ़ने की उम्मीद है।
वर्ल्डलाइन के डिप्टी सीईओ मार्क-हेनरी डेस्पोर्ट्स ने कहा हमारे अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों के पेमेंट व्यवहार के विश्लेषणों ने हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय कार्ड योजनाओं से दूर होने का संकेत दिया है और मोबाइल द्वारा होने वाली पेमेंट के लिए प्राथमिकता जताई है।एनपीसीआई इंटरनेशनल के साथ हमारी पार्टनरशिप भारतीय ग्राहकों को यूरोपीय में इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट का सुरक्षित रूप से उपयोग करने और जोखिम को कम करने का प्रयास करती है।
वर्ष 2021 में एनपीसीआई के यूपीआई ने 3,874 करोड़ लेनदेन दर्ज किए, जिनका मूल्य 95,458 करोड़ डॉलर (करीब 76 लाख करोड़ रुपये ) थी। यह दुनिया में सबसे अच्छा परफॉर्म करने वाला रीयल-टाइम पेमेंट इको-सिस्टम बन गया। अब तक 71.4 करोड़ रुपे कार्ड जारी किए गए हैं, जिसमें 130 करोड़ से ज्यादा लेनदेन हुए हैं।
एनआईपीएल के सीईओ रितेश शुक्ला ने कहा कि वर्ल्डलाइन के रूप में हमें एक ऐसा पार्टनर मिला जो हमें यूरोपीय बाजारों की अच्छी कवरेज के साथ-साथ उन्नत और व्यापक समाधान प्रदान करता है। पूरे यूरोप में यूपीआई-संचालित ऐप्स और रूपे कार्ड को स्वीकार करना हमारे लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम आने वाले वर्षों के दौरान यूरोप में बड़ी संख्या में भारतीयों के आगमन की उम्मीद करते हैं। हमारा मानना है कि यह पार्टनरशिप भारतीय उपभोक्ताओं को अपने पसंदीदा पेमेंट मोड का उपयोग जारी रखने के लिए सशक्त बनाएगी क्योंकि वे पूरे यूरोप में यात्रा करते हैं।