एस चंद कंपनी ने एडटेक यानी एजुकेशन टेक्नोलॉजी क्षेत्र के प्लेटफॉर्म आईन्यूरॉन में 6.05 प्रतिशत हिस्सेदारी 14 करोड़ रुपये में फिजिक्सवाला के हाथों बेच दी है। एक तरफ यह फिजिक्सवाला के लिए बड़ा सौदा है, तो दूसरी तरफ एस चंद को भी आईन्यूरॉन में अपने निवेश पर दो गुना रिटर्न मिला। आईन्यूरॉन से बाहर निकलने के बावजूद, एस चंद ने कहा कि दोनों कंपनियां छात्रों और नौकरी चाहने वालों को सशक्त बनाने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगी।
एस चंद ने दिसंबर 2021 में और सितंबर 2022 में एआई और डाटा साइंस पर केंद्रित एड-टेक प्लेटफॉर्म आईन्यूरॉन में हिस्सेदारी हासिल की थी। लेन-देन में उनकी दो पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां - विकास प्रकाशन और छाया प्रकाशन भी शामिल थीं। कंपनी के सह-निवेशक मुकेश शर्मा फैमिली ट्रस्ट भी आईन्यूरॉन से बाहर निकलेंगे।
एस चंद एंड कंपनी लिमिटेड के सीएफओ सौरभ मित्तल के अनुसार इस लेन-देन से यह पता चलता है कि एजुकेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारे निवेश की सही कीमत वसूलने का समय आ गया है। इसके साथ ही एक बात यह भी है कि विकास के लिए हमारी एक रणनीति बनी हुई है। इस सौदेबाजी से हमें भविष्य में निवेश के अवसरों का पता लगाने में मदद मिलेगी।
हम नर्सरी से 12वीं तक की टेस्ट की तैयारी और कॉलेज के लिए अपने खुद के सॉल्यूशन और इंटरैक्टिव लर्निंग चैनल विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और नई शिक्षा नीति 2020 के पीछे का कारण यह था कि इस नीति के साथ देश को आगे बढ़ाए, नई पहल और कंटेंट को लांच करें।
इस साल जुलाई की शुरुआत में बड़े लाभ को देखते हुए टेस्टबुक में भी अपनी हिस्सेदारी बेच ली थी। इस बिक्री से कंपनी को अपने शुरुआती निवेश पर आठ गुना रिटर्न मिला था। एस चंद भारत की अग्रणी एजुकेशन कंटेंट कंपनियों में से एक है, जिसके तहत एस चंद एकेडमी (यूट्यूब), टेस्टकोच ऐप, लर्नफ्लिक्स ऐप और माइलस्टोन करिकुलम सॉल्यूशंस जैसे प्लेटफॉर्म हैं। एस चंद के शेयर गुरुवार को कारोबार के आखिर में बीएसई पर 3.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 163.85 रुपये पर आ गए थे। उल्लेखनीय है कि फिजिक्सवाला जेईई, एनईईटी और अन्य इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के साथ-साथ राज्य बोर्ड परीक्षाओं के लिए पाठ्य सामग्री पेश करता है।