बहुत से कॉलेजों और तकनीक ज्ञान के कुशल जानकार अपनी नवीनता केंद्र/इनोवेशन हब के जरिए करियर को आगे बढ़ाने वाले माध्यम बन रहे हैं। साथ ही ये महिलाओं और युवाओं को भी अपने स्टार्टअप में लाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
स्टार्टअप सिस्टम में भारत एक नई क्रांति देख रहा है। जहां बाजार के दिग्गज छोटे बाजारों में प्रवेश करने का प्रयास करने और अपने बहुत से प्रोग्राम और मापदंडों के जरिए छोटे उद्यमियों के लिए अवसरों को पैदा कर रहे हैं। इसी मुहीम में अब फेसबुक भी जुड़ गया है, जहां पर टियर II शहरों में जैसे चंडीगढ़, अहमदाबाद, कोयंबटूर, भुवनेश्वर, गुवाहाटी और शिलांग में शीलेड्सटैक (SheLeadsTech), इनोवेशन हब और डेवलपर सर्किल प्रोग्राम्स का विस्तार किया है। ये महिला उद्यमियों के स्टार्टअप के विकल्पों को आकार देकर उनकी मदद कर रहे हैं।
महिला उद्यमियों का सेना निर्माण
फेसबुक 24 शहरों के 170 से भी ज्यादा महिला उद्यमियों को सहायता दे रहा है। ये सही ट्रेनिंग, उपकरणों के सही प्रयोग में मदद, समुदाय की पहचान करने और उनके स्टार्टअप के लिए साधन जुटाने में मदद कर रहे हैं। फेसबुक ऑगमेंटिड रिएलिटी (एआर) और वर्चुअल रिएलिटी (वीआर) के स्टार्टप का समर्थक किया है और को-वर्किंग स्पेस के साथ मिलकर दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर में इनोवेशन हब स्थापित किए हैं।
फेसबुक भारत के प्लेटफार्म पार्टनशिप के प्रमुख सत्यजीत सिंह ने कहा है, 'हम यह मानते हैं कि जब स्टार्टअप पनपेंगे तो भारत समृद्ध होगा।फेसबुक पर हम भारत में स्टार्टअप की नई पीढ़ी की सफलता का मार्ग प्रशस्त करने में मदद कर रहे हैं। साथ ही यह समझने में भी सहायता कर रहे हैं कि संसाधनों, लोगों और नेटवर्क तक पहुंच बनाना भी उनके विकास के लिए शक्तिशाली उत्प्रेरक हो सकते हैं। इसलिए हम ऐसे प्रोग्राम को बना रहे हैं जो मेंटरिंग, नियमित ट्रेनिंग, वर्कशॉप और आपस में मिलने के माध्यम से कल के कारोबार का निर्माण करने के लिए स्टार्टअप को मजबूती दे सकते हैं।'
भविष्य की विस्तार योजनाएं
ऐस कहा जा रहा है कि कंपनी एआर और वीआर तकनीक के लिए तीन इनोवेशन हब लॉन्च करने जा रही है। अभी यह 'डेवलपर सर्कल्स' नामक अपनी पहल के माध्यम से डेवलपर्स को मंच प्रदान करने का काम कर रहा है। जून 2019 तक 20 शहरों में 100000 डेवलपर्स के विस्तार की योजना है और अभी तक उनके पास 15 शहरों में 50000 सदस्य हैं। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि विनियमन हमेशा इनोवेशन से बहुत पीछे होता है। पॉलिसी निर्माताओं के लिए वास्तव में नियामक व्यवस्थाओं का मसौदा तैयार करना बहुत महत्वपूर्ण है। जो समाज में होने वाले सभी इनोवेशने के साथ-साथ चलता है।