2018 के आर्थिक विकास और सामाजिक मामलों के संयुक्त राष्ट्र विभाग (यूएन डीईसए) के जनसंख्या प्रभाग द्वारा जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 2050 तक शहरी क्षेत्रों में रहने वालों की संख्या 68 प्रतिशत होगी जो वर्तमान में 55 प्रतिशत है।
इस साल की शुरुआत में, अमेज़ॉन ने दावा किया था कि उसने चार दिवसीय प्रमोशन किया था जिसके बाद टियर II और टियर III शहरों में 235% वार्षिक वृद्धि देखी गई है।
ग्रामीण इलाकों से एक बड़ी आबादी बाहर निकल रही है और काफी सारे ग्रामीण क्षेत्र शहरीकरण की ओर बढ़ रहे हैं क्योंकि उनकी जरूरतें, व्यापार और बेहतर अवसर उन्हें शहरों में ही मिल पाते हैं।
यहां कुछ बातें बताई गई हैं जो दिखाती हैं कि शहरीकरण और फ्रैंचाइजी व्यवसाय एक दूसरे के अनुरूप हैं।
नए व्यापार के अवसर
बड़े ब्रांड और बड़ी कंपनियों ने पहचान की है कि विस्तार के लिए टियर 2 और टियर 3 सबसे ज्यादा संभावित क्षेत्र हैं जो केवल फ्रैंचाइजी के माध्यम से ही किए जा सकते हैं।
देश के हर कोने में अपने ब्रांड नाम का विस्तार करने के लिए ये ब्रांड स्थानीय लोगों के लिए बड़ी संख्या में व्यावसायिक अवसर प्रदान करते हैं।
नौकरी के अवसर बनाएं
नौकरी की जरूरत की वजह से ग्रामीण आबादी का एक बड़ा हिस्सा शहरों में जाता है। अगर फ्रैंचाइजर ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तार के लिए तैयार हैं तो ग्रामीण आबादी को अपने घरों और जड़ों को छोड़ना नहीं पड़ेगा। वे अपने इलाके में नौकरी के अवसर प्राप्त कर सकेंगे।
फ्रैंचाइजी को अकेले नहीं चलाया जा सकता और कोई इसे चलाने में अकेले निवेश करने का जोखिम नहीं उठा सकता। यही वह जगह हैं जहां नौकरी के अवसर और लाभ मिल पाते हैं |
शिक्षा
ग्रामीण आबादी अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए अपने घरों से अलग और दूर चले जाते हैं। इसलिए अब शिक्षा फ्रैंचाइजी ने टियर-2 और टियर-3 शहरों में उनकी मांगों की पहचान की है।
बहुत से प्रीस्कूल फ्रैंचाइजी और कौशल विकास फ्रैंचाइजी इन स्थानों पर अपनी बढ़ती मांग और सस्ते रियल एस्टेट की वजह से यहां अपनी फ्रैंचाइजी खोलने के इच्छुक हैं।