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- फ्रैंचाइज़ व्यवसाय में फाइनेंसिंग की होती है अहम भूमिका, इन जगहों से जुटाएं फंड
आज के फ्रैंचाइज़ व्यवसाय बहुत ही मुश्किल आर्थिक इकोसिस्टम में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं और जब बात आती है फाइनेंस की तो वे अपनी कलात्मकता व कुछ नया या अलग सोचने पर पूरा दबाव डालते हैं। जब नियुक्ति की बात आती है तो युवा फ्रैंचाइज़र हमेशा आर्थिक सुधार की कुंजी होते हैं। लेकिन नियुक्तियों में भी पूंजी की आवश्यकता होती है जो कभी-कभी एक कठिन प्रक्रिया बन जाती है।
छोटे फ्रैंचाइज़र अधिकतर अपने व्यवसाय के लिए फंड बहुत से अलग-अलग स्रोतों से प्राप्त करते हैं जो व्यवसाय मॉडल, तथ्यों और उनकी सोच या दृष्टिकोण पर निर्भर करता हैं। जब बात फंडिंग प्रक्रिया की हो तो लचीलापन, सर्तकता और सकारात्मकता भविष्य में उठाएं जाने वाले कदमों को आसान करने में महत्वपूर्ण होते हैं।
स्वयं करें यह कार्य
बाज़ार विस्तार में नई रणनीतियों के आने के साथ यह इंडस्ट्री मुश्किल होती जा रही है। अब पहले से कई ज्यादा कारोबारी और युवा फ्रैंचाइज़र स्वोत्थान/बूटस्ट्रैपिंग पर ज्यादा ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। लेकिन औपचारिक फंडिंग अवसरों की तरफ जाने से पहले अपने व्यवसाय को सार्थक पूंजी का फंड देने का प्रयास करें। आप अपनी बचत का उपयोग कर, ज़ीरो क्रेडिट कार्ड के प्रयोग से या अपनी व्यक्तिगत संपत्ति का लाभ उठाकर इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इसके अवज में, इच्छुक निवेशक ज्यादा संतुष्ट हो जाते हैं क्योंकि उन्हें इस बात का अहसास हो जाता है कि आप वाकई में पूरी तरह से कार्य करना चाहते हैं। यह सुनिश्चित कर लें कि आपका ध्यान लाभ पर केन्द्रित रहे।
परिवार और मित्र
परिवार या मित्रों से पूंजी उधार लेना सबसे सामान्य फंडिंग प्रक्रिया है। बल्कि, यह एक प्रभावशाली कदम है। शुरुआती मुनाफा कमाने और अपने व्यवसाय को स्थापित करने के लिए यह पर्याप्त है। यहां पर विश्वास और आपकी ज़ुबान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह बहुत आवश्यक है कि आपके करीबी आपके दृष्टिकोण पर विश्वास रखें। इस पूरी प्रक्रिया में सबसे बड़ा नुकसान यही है कि आप इसमें अपने रिश्तों को खतरे में डालते हैं क्योंकि आपका व्यवसाय सफल भी हो सकता है और नहीं भी। इसलिए, अपनी सोच या दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदलने से पहले यह जरूरी है कि आप आत्मविश्वास के साथ योजनाबद्ध ढंग से तैयार रहें।
लोन
अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए उधार लेने के इच्छुक फ्रैंचाइज़र के लिए बैंक हमेशा पहला या आखिरी विकल्प होता है। सामान्यतौर पर वे स्टार्टअप जो बैंक से लोन लेने के इच्छुक होते हैं, उन्हें अच्छे व्यवसाय योजना की आवश्यकता होती है जिसमें लाभकारी तथ्य और अपने पैसे का व्यवसाय में निवेश होता है।
आप चाहें जो रास्ता अपनाएं, इस बात की पूरी संभावना है कि आप इनमें से सभी बिंदुओं का प्रयोग अपने व्यवसाय के विकास में कभी न कभी जरूर करेंगे।