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- बकाया राशि को लेकर बायजूस विवाद में, बीसीसीआई ने घसीटा कोर्ट में
मामला पहुंचा नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की बंगलुरू पीठ में
बीसीसीआई और बायजूस की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न के बीच सुनवाई की अगली तारीख तय
22 दिसंबर 2023 को होगी मामले की अगली सुनवाई
दिग्गज एडटेक कंपनी बायजूस को बीसीसीआई ने बकाया राशि को लेकर कोर्ट में घसीटा है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की एक रिपोर्ट के अनुसार यह मामला बीसीसीआई और बायजसू की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न के बीच का है। जिसे लेकर हाल ही में सुनवाई हुई थी लेकिन कोई सार्थक परिणाम न निकलने पर अगली तारीख आगामी 22 दिसंबर 2023 के लिए निर्धारित की गई है। मंगलवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भारतीय क्रिकेट टीम के प्रायोजन से संबंधित लंबित बकाए के विवाद पर एडटेक प्रमुख बायजूस को एनसीएलटी की बंगलुरु पीठ में घसीटा है।
एनसीएलटी वेबसाइट के अनुसार यह मामला बीसीसीआई और बायजूस की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न के बीच का है। इस मामले को सुलझाने के लिए बीसीसीआई के साथ अभी भी चर्चा चल रही है और बीसीसीआई को यह उम्मीद है कि इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। हालांकि मामले को लेकर मंगलवार को सुनवाई हो चुकी है और अगली सुनवाई के लिए 22 दिसंबर की तारीख भी तय कर दी गई है। वर्ष 2019 में, बायजूस ने मार्च 2022 के अंत तक स्मार्टफोन ब्रांड ओप्पो से भारतीय क्रिकेट टीम का प्रायोजन अपने हाथ में ले लिया। इसके बाद, बायजूस ने 2023 के अंत तक एक अतिरिक्त वर्ष के लिए प्रायोजन के विस्तार की भी मांग की। हालांकि बायजूस ने दिसंबर 2022 में बीसीसीआई के साथ अपने जर्सी प्रायोजन सौदे को खत्म कर दिया क्योंकि फंडिंग विंटर ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम, विशेष रूप से बायजूस को प्रभावित करना शुरू कर दिया। इसके बाद से स्थितियां काफी खराब होने लगीं। यहां तक कि वित्तीय विवरण जारी करने में अत्यधिक देरी के कारण तीन प्रमुख बोर्ड सदस्यों के अलावा ऑडिटर डेलॉइट को भी इसे छोड़ना पड़ा। इसी बीच प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में मनी लॉन्ड्रिंग रोधी मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए कंपनी को कारण बताओ नोटिस भी भेजा है।
विंटर फंडिंग के बाद से बायजूस ने 5,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। इसके चलतते मूल्यांकन में भी भारी गिरावट आई है। बायजूस की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न का परिचालन घाटा इसके मुख्य ऑनलाइन शिक्षा व्यवसाय के लिए 6 प्रतिशत से गिरकर 2,400 करोड़ रुपये हो गया, जबकि 31 मार्च, 2022 को समाप्त वर्ष के लिए राजस्व दोगुना से अधिक बढ़कर 3,550 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी की बेहतरी के लिए बायजूस ने उठाया यह कदम
एडटेक कंपनी बायजूस ने हाल ही में जिन्नी थैटिल को अपना नया सीटीओ नामित किया। बायजूस की ओर से जारी किये गए बयान में कहा गया कि कंपनी ने इंजीनियरिंग के लिए अपने वरिष्ठ उपाध्यक्ष जिनी थाटिल को मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) की भूमिका में पदोन्नत किया है। थैटिल ने अनिल गोयल का स्थान लिया है। इस बाबत कंपनी ने कहा कि जिनी थैटिल का अनुभव और नेतृत्व कौशल उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका के लिए आदर्श उम्मीदवार बनाते हैं। कंपनी की कोशिश रहती है कि हम आने वाले समय में बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करे। इस बात को ध्यान में रखते हुए ही सभी फैसले किये जाते हैं। बायजूस के भारत के सीईओ अर्जुन मोहन ने कहा, हम अनिल गोयल को उनके अनुकरणीय कार्य के लिए हार्दिक आभार व्यक्त हैं। इसके अलावा बयान में यह भी कहा गया कि सीटीओ पद के लिए जो भी जरूरी परिवर्तन किये गए हैं वह बायजूस के रणनीतिक पुनर्गठन का एक हिस्सा हैं।
जिन्नी थैटिल के सीटीओ बनने को लेकर कंपनी ने कहा कि उन्हें 25 वर्षों से अधिक का कार्यानुभव है। इसके अलावा उन्हें ई-कॉमर्स, विज्ञापन, एनालिटिक्स, भुगतान, ऑनलाइन बैंकिंग, व्यक्तिगत वित्त, बिजनेस इंटेलिजेंस, हेल्थकेयर और परिवहन सहित विविध डोमेन की भी बेहतरीन समझ है। इसके अलावा थैटिल ने बायजूस की अलग-अलग सहायक कंपनियों के अधिग्रहण के बाद एकीकरण में भी योगदान दिया है। पिछली भूमिकाओं की बात करें तो उन्होंने हैप्पे, अमेजॅन, इनमोबी, जीई हेल्थकेयर आदि जैसी प्रमुख कंपनियों के साथ भी काम किया है, उनका यह अनुभव कंपनी के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।