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- बिज़नेस ब्लास्टर्स स्टार्टअप शो दिल्ली सरकार द्वारा: 60 करोड़ सीड फंड कैपिटल, 51000 बिजनेस आइडिया
वे दिन चले गए जब छात्रों के पास 12वीं के बाद कोई खास विकल्प नहीं होते थे और वे इसी उधेड़-बुन में रहते थे की 12वीं के बाद क्या कोर्स चुनें और किस फिल्ड में हमारा करियर अच्छा बना सकता है।
छात्रों के भविष्यों को संवारने के लिए दिल्ली सरकार बिज़नेस ब्लास्टर्स स्टार्टअप शो के ज़रीये बच्चों से उनके बिज़नेस आईडिया के बारे में पूछेगी और वह किस तरह का व्यवसाय करना चाहते है, किस फिल्ड में उनकी सबसे ज्यादा रूची है और उन सभी तमाम चीज़ो को लेकर चर्चा करेगी जिससे की वह पढ़ाई के साथ-साथ अपने व्यवसाय की शुरूआत कर सके।
इस शो में महिला मनी एंड शीरोज के संस्थापक सायरी चहल, सुता की सह संस्थापक सुजाता और तानिया, अर्बन कंपनी पूर्व में अर्बनक्लैप के सह-संस्थापक और सीईओ अभिराज सिंह भालो, छायोस के संस्थापक और कार्यकारी अधिकारी नितिन सलूजा, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के पार्टनर और सामाजिक प्रभाव एशिया प्रशांत प्रमुख सीमा बंसल, टॉड फोड जोड के सह संस्थापक नीरज गुलाटी और लेप्टन सॉफ्टवेयर के सीईओ डॉ राजीव सराफी जंज के तौर पर मौजुद होंगे।
दिल्ली सरकार के अनुसार बिज़नेस ब्लास्टर्स विश्व का सबसे बड़ा स्टार्टअप शो होगा जिसमें 3 लाख छात्र, 51 हज़ार बिज़नेस आईडिया और 60 करोड़ सीड कैपिटल होंगे। इस शो में इनवेस्टर्स छात्रों से बिज़नेस आईडिया पर चर्चा करेगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया की हम अपनी युवा पीढ़ी की मानसिकता को बदलना चाहते हैं और उन्हें नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी प्रदाता बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं।
बिज़नेस ब्लास्टर्स क्या है
बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोजेक्ट 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए है और एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम एक प्रेक्टीकल कम्पोनेंट है, जहां छात्र एक ऐसे विचार पर निर्माण करने के लिए सीड फंड (प्रत्येक 2000 रुपये) लगाएंगे जो लाभ उत्पन्न करता है, या एक सामाजिक समस्या को हल करता है।
बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोजेक्ट ईएमसी छात्रों को मूल्य बनाकर अपनी समस्या को सुलझाने की क्षमता का प्रदर्शन करने में सक्षम करेगा।
1. इनोवेशन जो कई जरूरतों या समस्याओं पर लागू किया जा सकता है।
2. बाज़ार में किसी आवश्यकता की पहचान करना और उसे पूरा करना।
3. एक कम्युनिटी में किसी समस्या को उठाना और उसे हल करना।
छात्र बाज़ार में कुछ उपभोक्ताओं या सामाजिक समस्या से प्रभावित लाभार्थियों के समूह को टारगेट कर सकते हैं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि अगर हम देश के सभी स्कूलों में एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम एंड बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम शुरू करें, तो वह दिन दूर नहीं जब हम अपनी पाठ्यपुस्तकों में पढ़ाएंगे कि भारत एक विकासशील देश नहीं बल्कि एक विकसित देश बनेगा।
हम जल्द ही दिल्ली के स्कूल से बच्चों को नौकरी पाने के लिए लाइन में लगने के बजाय दूसरों को नौकरी देते हुए देखेंगे ।तभी देश की 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना भी पूरा होगा और बेरोज़गारी की समस्या भी ख़त्म होगी।
एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम क्या है
एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम (EMC) 2019 में दिल्ली सरकार के स्कूलों में ग्रेड 9-12 के लिए पेश किया गया था, ताकि छात्रों को अपने करियर चुनने और अपनी क्षमता का पूरी तरह से पता लगाने में सक्षम बनाया जा सके। करिकुलम छात्रों में एक समस्या-समाधानकर्ता की मानसिकता को विकसित करने की उम्मीद करता है। यह गुणों और क्षमताओं का सम्मान करने पर ध्यान केंद्रित करता है जैसे कि अवसरों की पहचान करना, कुछ नया करने की कोशिश करना, असफलताओं से पीछे हटना और दृढ़ता-छात्रों को व्यवसाय या नौकरी में सफल होने में मदद करना।
एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम (ईएमसी) छात्रों को नौकरी चाहने वालों के लिए नहीं, बल्कि नौकरी देने के लिए तैयार करने की उम्मीद करता है।
इस तरह से छात्र अपनी पढाई के साथ-साथ अपने व्यवसाय को शुरू करने की प्लेनिग भी कर सकते है और अब उन्हे सोचने की जरूरत नहीं पढ़ेगी की कौन सा कोर्स उनके भविष्य के लिए अच्छा होगा और हमे इस कोर्स को करने से किस तरह की नौकरी मिलेगी। दिल्ली सरकार की इस पहल से छोत्रों को अपनी मंजिल तक जाने का रास्ता अपनी पढ़ाई के दौरान मिल सकता है और 12की पढ़ाई को पूरा करने के बाद वह अपने करियर के संपने को पूरा कर सकते है।