- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- बीहड़ के बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास, हाईटेक शिक्षा से होगा भविष्य उज्ज्वल
उत्तर प्रदेश के ओरैया जिले इटावा के पास में स्थित बीहड़ के 20 स्कूलों में बच्चों का भविष्य संवारने के लिए खनन विभाग ने अपने राजस्व से 38 लाख 68 हजार रुपये देकर 20 परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनाने का काम शुरू किया है। इसके पीछे उनका उद्देश्य आज के बच्चों को आधुनिक शिक्षा मुहैया करना है।
ओरैया की जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय बीझलपुर में इसका शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि आधुनिक शिक्षा के दौर में संसाधन न होने के कारण बीहड़ पट्टी के गांवों के बच्चों को हाईटेक शिक्षा मुहैया नहीं हो पा रही है। इन स्मार्ट क्लासेस के जरिए बीहड़ के बच्चे भी कंपोजिट स्कूल्स के बच्चों से पीछे नहीं रहेंगे।
रटने की आदत दूर
जिलाधिकारी ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य यहां के बच्चों की रटने की आदत दूर करना है। हमारी कोशिश है कि वे हर विषय का कॉन्सेप्ट समझकर उसकी तैयारी करवाएं और शिक्षा को आसान बनाएं। स्मार्ट क्लास में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को भी विशेष रूप से प्रशिक्षित करने की हमारी योजना है।
ग्रामवासियों में उत्साह
शिलान्यास से ग्रामवासियों में उत्साह स्पष्ट नजर आ रही है। उन्होंने जिलाधिकारी ने कहा कि हमारे गांव में पहले डाकुओं की गोलियों की गूंज सुनाई देती थी, जो समय के साथ खत्म तो हो गया, लेकिन यहां के बच्चों का भविष्य आज भी अंधकार में है। शिक्षा के स्तर में किसी भी तरह का विकास यहां इतने वर्षों में भी देखने को नहीं मिला। इस बात की तस्दीक तो कुछ महीने पूर्व रिलीज हुई फिल्म ‘12वीं फेल’ में भी देखने को मिला है।
शैक्षिक स्तर में सुधार
ग्रामवासियों को उम्मीद है कि स्मार्ट क्लास उनके बच्चों के शैक्षिक स्तर में न केवल सुधार करेगी बल्कि उनके बच्चों का भविष्य भी उज्ज्वल बनाने में सहायक होगी। इससे पहले झांसी, बरेली, हापुड़ जैसे जिलों में भी इसी फंड से स्मार्ट क्लास और हाईटेक शिक्षा को ध्यान में रखकर तैयारियां देखने को मिली हैं।