कोरोना महामारी के पहले स्तर की तुलना में बैंकों का छोटे कारोबारियों को ऋण वितरण दोगुना हो गया है। बैंक हालांकि सतर्क बने हुए हैं और मौजूदा ग्राहकों को ऋण देने पर जोर दे रहे हैं। ट्रांसयूनियन सिबिल की रिपोर्ट के अनुसार एमएसएमई से ऋण की मांग वित्त वर्ष 2021-22 में महामारी के पहले के स्तर के मुकाबले 1.6 गुना थी।
रिपोर्ट के अनुसार मार्च, 2022 तक कुल सक्रिय एमएसएमई कर्जदारों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में छह प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ 70 लाख रही। एमएसएमई कर्जदारों की वृद्धि में कमी आई है क्योंकि ऋणदाता मौजूदा ग्राहकों को ऋण देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। छोटे व्यवसायों को ऋण देना दरअसल एक नीतिगत उद्देश्य है।
यह दर्शाता है कि ऋणदाता बढ़ती कर्ज मांग का समर्थन करने की स्थिति में हैं। वहीं, बैंकों की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 31 मार्च, 2022 तक 12.8 प्रतिशत पर थीं। आपको बता दें प्राइवेट सेक्टर के फेडरल बैंक ने ऑनलाइन लोन देने के लिए एक प्लेटफॉर्म Federalinstaloans.com को लॉन्च किया है। बैंक ने पूरे भारत में एमएसएमई के लिए ये सुविधा शुरू की है। फेडरल बैंक ने कहा कि एमएसएमई कस्टमर 30 मिनट से भी कम समय में लोन ले सकेंगे। इसके लिए पात्र कारोबारी वर्तमान में प्लेटफॉर्म के माध्यम से 50 लाख रुपये तक का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर), बैंक खाता स्टेटमेंट,जीएसटी डिटेल को अपलोड करना होगा।
फेडरल बैंक का कहना है कि ग्राहक को लोन अप्लाोई करने के लिये बैंक की ब्रांच में नहीं जाना होगा। वो ऑनलाइन लोन के लिये अप्लाबई कर सकता है। बैंक ने कहा, ग्राहक द्वारा डेटा एंट्री न्यूनतम रखी जाती है, क्योंकि अधिकांश डिटेल अपलोड किए गए डॉक्युमेंट्स यानी जीएसटी, आईटीआर और बैंक खाते के विवरण से ऑटोमेटिक भरे होते हैं। डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद लोन उपलब्ध कराया जाएगा। कागजात पूरा करने के लिए उधारकर्ता को बैंक शाखा में जाना होगा।
फेडरल बैंक ने अपनी सब्सिडियरी कंपनी फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज की इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) की प्रक्रिया को मंजूरी दी है। फेडफिना खुदरा कारोबार करने वाली गैर बैंकिंग वित्तीकय कंपनी (एनबीएफसी) है। आईपीओ का आकार, बिक्री के लिए प्रस्ताव का हिस्सा, फेडफिना द्वारा प्रस्तावित आईपीओ के संबंध में कीमत और अन्य विवरण नियत समय में निर्धारित किए जाएंगे।