- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- भारत के पास दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला स्टार्टअप इकोसिस्टम है:पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेमीकॉन इंडिया कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र में भारत की अर्थव्यव्सथा पर बात करते हुए कहा की भारत एक मजबूत अर्थव्यव्सथा की ओर बढ़ रहा है। देश में सेमीकंडक्टर की खपत साल 2026 तक 80 अरब डॉलर और साल 2030 तक 110 अरब डॉलर के पार जा सकती है।
उन्होने 5 जी पर बात करते हुए कहा कि 5G में क्षमताओं को विकसित करने में निवेश किया जा रहा है। सरकार छह लाख गांवों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने के लिए कदम उठा रही है और 5जी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और क्लीन एनर्जी टेक्नेलॉजी में क्षमताओं के विकास में निवेश कर रही हैं।
पीएम मोदी ने उद्योग जगत से भारत को ग्लोबल सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में मुख्य भागीदारों में से एक के रूप में स्थापित करने को कहा। उन्होने हाई-टेक, उच्च क्वालिटी और उच्च विश्वसनीयता के सिद्धांत के आधार पर इस दिशा में काम करने का आह्वान किया है।
उन्होने आगे कहा कि हम 1.3 अरब से ज्यादा भारतीयों को जोड़ने के लिए डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहे हैं और यूपीआई आज भुगतान के लिये दुनिया का सबसे कुशल इंफ्रास्ट्रक्चर है। उन्होंने आगे कहा की देश स्वास्थ्य और कल्याण से लेकर समावेश और सशक्तिकरण तक शासन के सभी क्षेत्रों में जिंदगी को बदलने के लिए डिजिटल तकनीक का उपयोग कर रहा है।
देश 21वीं सदी की जरूरतों के लिए युवा भारतीयों के कौशल और ट्रेनिंग में भारी निवेश कर रहा है और आर्थिक स्वास्थ्य के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम के साथ मजबूत आर्थिक विकास की ओर बढ़ रहा है। यहां हर कुछ हफ्तों में नए यूनिकॉर्न सामने आ रहे हैं।
स्टार्टअप सेक्टर महज पांच साल में ही दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप मार्केट बन गया है। एक अरब डॉलर से ज्यादा वैल्यूएशन वाले स्टार्टअप्स के मामले में भारत से आगे केवल अमेरिका और चीन रह गए हैं।प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही नरेन्द्र मोदी रोजगार के नए मौके पैदा करने के लिए नए उद्योगों और स्टार्टअप्स पर जोर देते रहे है। उन्होने 2015 में स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से स्टार्टअप इंडिया पहल का ऐलान किया था। इसके बाद 16 जनवरी 2016 को स्टार्टअप इंडिया पहल की लॉन्चिंग की गई थी।
भारत में इस वक्त 50 यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स यानी 1 अरब डॉलर से ज्यादा वैल्यूएशन वाले स्टार्टअप्स हैं और ये तीसरा बड़ा ग्लोबल स्टार्टअप बाजार है। कोरोना संकट के समय की बात करे यानी की साल 2021 में भारत में 42 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न बने हैं।
अमेरिका 122 यूनिकॉर्न के साथ पहले और चीन 92 यूनिकॉर्न के साथ दूसरे नंबर पर है। लेकिन इसके बावजूद भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को और मजबूत बनाने की जरूरत है। स्टार्टअप इंडिया के जरिए सरकार का उदेश्य देश का आर्थिक विकास करने के साथ ही बड़े पैमाने पर रोजगार के मौके मुहैया कराना है।
ओरियोस वेंचर पार्टनर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय स्टार्टअप्स ने साल 2021 में कुल 42 अरब डॉलर जुटाए हैं, जो पिछले साल के मुकाबले 11.5 अरब डॉलर से ज्यादा है। अगर मुख्य स्टार्टअप्स की बात करें तो शेयरचेट, क्रीड, मिशो, नाज़ारा, ग्रोफर्स, अपग्रेड और ममाअर्थ शामिल है।
इस बीच उद्योग संगठन सीआईआई के कार्यक्रम में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्टार्टअप से भारत में पंजीकरण कराने और सूचीबद्ध होने को कहा। उन्होंने ‘सिर्फ कुछ डॉलर’ के लिये देश नहीं छोडने की अपील की। गोयल ने उन्हें सुझाव दिया कि अगर कोई मुद्दा या समस्या है, तो वे इसके बारे में सरकार को सूचित करें ताकि उसका समाधान हो सके। उन्होने आगे कहा कि मैं आपसे आग्रह करता हूं कि भारत को अपने बाजार के रूप में देखें। यह आपका देश है, जहां आप पंजीकरण कराएं, काम कीजिए, सूचीबद्ध होइये और अपना टैक्स दीजिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सफल उद्यम देश के दूरदराज के इलाकों में काम करने पर गौर करें जहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। गोयल ने उद्यम पूंजी कोष से बौद्धिक संपदा संपत्ति का संरक्षण करने को भी कहा जो घरेलू युवा उद्यमी सृजित कर रहे हैं।