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- भारत को दुनिया की तीन टॉप इकोनॉमी में लाना हमारा लक्ष्यः प्रधानमंत्री
'जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट' कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘भारत मंडपम’ में देश के अलग-अलग विश्वविद्यालयों के उपकुलपतियों, प्राध्यापकों, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधिगण और छात्रों को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने जी-20 सम्मेलन की सफलता का श्रेय देश के युवा छात्रों को दिया।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “आज हम दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं। रिकॉर्ड से कम समय में ही हम 10वें नंबर की अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए। आज भारत पर दुनिया का भरोसा बुलंद है। भारत में निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। आज भारत का मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर नई ऊंचाइयां छू रहा है। हमारा निर्यात नए रिकॉर्ड बना रहा है। सिर्फ 5 वर्षों में साढ़े 13 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर आए हैं। यही भारत का नियो मिडिल क्लास बन गया है। देश में सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर, फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण से विकास में अभूतपूर्व तेजी आ गई है। इस साल फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में 10 लाख करोड़ का निवेश किया जा रहा है और इस तरह का निवेश साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है। यकीनन हमारी अर्थव्यवस्था पर इसका बड़ा प्रभाव होगा और काफी नए अवसर भी तैयार होंगे।“
युवाओं के लिए ये अवसरों का दौर है। साल 2020 के बाद करीब 5 करोड़ युवाओं को नौकरी मिली है। इनमें से लगभग साढ़े 3 करोड़ लोग ऐसे हैं, जो पहली बार ईपीएफओ के दायरे में आए हैं। युवाओं के लिए फॉर्मल जॉब्स के मौके भारत में लगातार बढ़ रहे हैं। वर्ष 2014 से पहले हमारे देश में 100 से भी कम स्टार्ट अप्स थे। आज इनकी संख्या एक लाख को भी पार कर गई है। स्टार्टअप की इस लहर ने कितने ही लोगों को रोजगार के मौके दिए हैं। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता बन गया है। हम मोबाइल फोन के आयातक से आज निर्यातक बन गए हैं। इसके कारण भी बड़ी संख्या में नौकरियों के अवसर बने हैं। डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में भी बीते कुछ वर्षों में बड़ा विकास हुआ है। साल 2014 की तुलना में डिफेंस एक्सपोर्ट करीब 23 गुना बढ़ा है। जब इतना बड़ा परिवर्तन होता है, तो डिफेंस इकोसिस्टम की पूरी सप्लाई चेन में भी बड़ी संख्या में नई नौकरियों के अवसर बनते हैं।
छोटे व्यापारियों को आर्थिक मदद
हमारे युवा नौकरी मांगने के बजाय नौकरी देने वाला बनना चाहते हैं। सरकार की मुद्रा योजना के जरिए देश के छोटे व्यापारियों को आर्थिक मदद मिलती है। आज 8 करोड़ लोगों ने पहली बार उद्यमियों के तौर पर अपना कोई बिजनेस शुरू किया है, कोई कारोबार शुरू किया है, अपना काम शुरू किया है। पिछले 9 वर्षों में 5 लाख कॉमन सर्विस सेंटर भी खोले गए हैं। इनमें से हर एक में 2 से 5 लोगों को नौकरी मिली है। स्वच्छ भारत अभियान, डिजिटल लेन-देन, वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए कौशल विकास पर काम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के युवाओं को आगे आने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि भारत को दुनिया की तीन टॉप इकोनॉमी में लाना हमारा लक्ष्य है, जिसमें देश का सहयोग वांछनीय है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “जी-20 सम्मेलन में कुछ ऐसे फैसले हुए हैं, जो 21वीं सदी की पूरी दिशा ही बदलने की क्षमता रखते हैं। भारत की पहल पर अफ्रीकन यूनियन को जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में स्थान मिला। ग्लोबल बायो फ्यूल्स अलायंस का नेतृत्व भी भारत ने किया। जी-20 समिट में हम सभी ने मिलकर इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर बनाने का भी फैसला लिया है। ये कॉरिडोर कई महाद्वीपों को आपस में जोड़ेगा। इससे आने वाली कई शताब्दियों तक व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। जी-20 सम्मेलन के बाद सउदी अरब ने तय किया कि वह भारत में 100 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा। बीते 30 दिनों में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में विश्व के कुल 85 नेताओं करीब आधी दुनिया के साथ मेरी बैठकें हुई हैं। जब भारत के रिश्ते दूसरे देशों के साथ अच्छे होंगे, नए-नए देश भारत के साथ जुड़ेंगे तो भारत के लिए भी नए अवसर तैयार होंगे। हमें नया साथी मिलेगा, नया बाजार मिलेगा और इन सबका फायदा देश की युवा पीढ़ी को होगा। बीते 30 दिनों में देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के विस्तार के लिए एक और बड़ा निर्णय हुआ। हमारी सरकार ने बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण योजना को स्वीकृति दी है। पेट्रोकेमिकल सेक्टर में भारत की आत्मनिर्भरता को बढ़ाने के लिए एक और बड़ा कदम इन 30 दिनों में हमने उठाया है। मध्य प्रदेश में स्थित एक रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स का शिलान्यास किया गया है। मध्य प्रदेश में ही रीन्यूएबल एनर्जी, आईटी पार्क, एक मेगा इंडस्ट्रियल पार्क, और छह नए औद्योगिक क्षेत्रों पर काम शुरू हुआ है। इन सभी का सीधा संबंध युवाओं के कौशल विकास से है, युवाओं के लिए नौकरी तैयार करने से है।”
अवसर को नया बेंचमार्क बनाने के बारे में सोचें
उन्होंने कहा, “युवा वहीं आगे बढ़ते हैं, जहां आशावाद, अवसर और खुलापन होती है। आप किसी भी अवसर को मामूली ना समझें बल्कि उस अवसर को एक नया बेंचमार्क बनाने के बारे में सोचें। भारत की विविधता, जनसांख्यिकी और लोकतंत्र की ताकत ने जी-20 को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। जी-20 की 200 से ज्यादा बैठकें हुईं। देश के 60 शहरों में इनका आयोजन हुआ। जी-20 की गतिविधियों में डेढ़ करोड़ से ज्यादा नागरिकों ने अपना योगदान दिया। टीयर-2 और टीयर-3 शहरों ने भी, जहां पहले किसी अंतर्राष्ट्रीय समारोह का आयोजन नहीं हुआ था, उन्होंने भी शानदार ताकत दिखाई। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 100 से ज्यादा यूनिवर्सिटी और 1 लाख विद्यार्थियों के यूनिवर्सिटी कनेक्ट प्रोग्राम के जरिए जी-20 में भागीदारी करने वाले भारतीय युवाओं को विशेषतौर पर धन्यवाद दिया। सरकार ने जी-20 को विद्यालयों, उच्च शिक्षा और अनेक संस्थानों और कौशल विकास संस्थानों में 5 करोड़ से ज्यादा छात्रों तक पहुंचाया।”
प्रधानमंत्री ने चंद्रयान की सफलता के ठीक बाद सोलर मिशन लॉन्च की बात की। उन्होंने कहा कि चंद्रयान अगर 3 लाख किलोमीटर गया तो सोलर मिशन 15 लाख किलोमीटर तक जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले एक महीने में भारत की कूटनीति एक नई ऊंचाई पर पहुंची है। जी-20 से पहले दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स समिट हुई। भारत के प्रयास से ब्रिक्स कम्युनिटी में, छह नए देश शामिल हुए। दक्षिण अफ्रीका, ग्रीस और इंडोनेशिया के साथ हमारे संबंधों को नया आयाम दिया गया है।