नेशनल टैक्नॉलजी डे पर चलिए मिलकर हम सभी उन तकनीकी आविष्कारों इनोवेशन को देखते हैं जिसने सभी के जीवन में अपनी जगह बना ली है और हम सभी उस पर आश्रित हैं, विशेष रूप से व्यवसायः
आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस
हाल ही में गूगल ने एआई-पावर्ड वॉयस असिस्टेंस को लॉन्च किया है जोकि असली मनुष्य की तरह फोन कॉल कर सकते है। यह इंटरनेट पर पूरी तरह से छा गया है कि कैसे तकनीक मनुष्य की मेहनत को कम कर सकता है। इसने न सिर्फ पूरी दुनिया को चकित किया बल्कि गूगल के द्वारा यह बहुत से स्मार्ट कदमों के साथ आए है जो वास्तविक दुनिया की परेशानियों को हल करने में मदद करेगा।
व्यवसायों को इससे बहुत मदद मिलने वाली हैं क्योंकि उनके पास बहुत से कॉल आते है और एआई-पावर्ड वॉयस असिस्टेंस की मदद से इसे हल किया जा सकता है। इससे गलतियां कम होगी और यह बिना किसी मेहनत के लगातार कुछ घंटे काम कर सकता है वह भी मनुष्यों की तरह बिना किसी ब्रेक को लिए हुए।
क्लाउड कंप्यूटिंग :
क्लाउड कंप्यूटिंक सभी डेटा को वर्चुअली स्टोर करने के लिए जगह बनाते है जोकि छोटे या बड़े व्यवसायों द्वारा इंटरनेट कनैक्टिविटी के जरिए प्रयोग किया जा सकता है। यह छोटे व्यवसायां के लिए आसान हो गया है कि वे इस डेटा को एक्सेस कर पाएं। मगर पहले यह बहुत ही महंगा हुआ करता था।
यह सामान्य डेटा है जोकि व्यवसायों की मदद टिप्स के जरिए करते है और उन्हें अपने आप विकास करने में मदद करते है। यह मेलवेयर, चोरी, डेटा भंग और बाहरी नुकसान से सुरक्षित हैं क्योंकि यह सभी वर्चुअल मैमोरी है। इसका विस्तार किया जा सकता है अपनी आवश्यकता के अनुसार और बहुत से व्यवसायों के लिए यह पहले से ही लाभकारी साबित हो चुका है। यह बहुत से गिगाबाइट के मिलियन डेटाबेस को सेव कर सकता है। यह ग्राहक की जानकारी, भागीदार की जानकारी और जानकारी जिसकी जानकारी कंपनी को है और जोकि शेयर करने या सेव करने के लायक हो उसका बचाव करती है।
फेशियल रिकोगनेशन
इस फीचर का प्रयोग शुरूआत में एप्पल ने किया था, जहां पर आईफोन अपने मालिक के चेहरे की पहचान करता था और फोन को अनलॉक करता था। मगर उसके बाद इस फीचर का प्रयोग उच्च-सुरक्षा क्षेत्रों ओर एयरपोर्ट में सुरक्षा के कारणों को देखकर किया जाने लगा मगर यह एक महंगा सौदा है।
तकनीक के दिग्गज जैसे माइक्रोसॉफ्ट और गूगल भी इस फीचर पर कार्य कर रहें है जिसका प्रयोग मेनस्ट्रीम द्वारा किया जाएंगा यानी मध्यम वर्ग के लोगों द्वारा भी।
इंटरनेट
वर्तमान में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो अपने हर रोज स्मार्टफोन का प्रयोग न करता हो। ऐसा इसलिए है क्योंकि इंटरनेट कनैक्शन ने इसे हम सभी के जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू बना दिया है।
पूरा व्यवसाय नेटवर्क केवल इंटरनेट कनैक्शन द्वारा ही जुड़ा हुआ है और कार्य कर रहा है। एक दूसरे से जुड़ने से लेकर सप्लाई और मांग को प्राप्त करने तक सब कुछ इंटरनेट के द्वारा ही किया जाता है। कुछ व्यवसाय ऐसे है जोकि केवल ऑनलाइन किए जाते है और उन्होंने अपने व्यवसाय का विकास इंटरनेट पर किया है और वे अब भी जीवित है। या वे इसी के कारण जीवित है।
इंटरनेट ने न केवल व्यवसाय को स्थानीय और घरेलू स्तर पर संभव बनाया है बल्कि इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी संभव किया है। यहां तक की इंटरनेट ने पूरे देश को एक सामान्य धागे से बांध कर रखा हुआ है।
चैटबोट्स
तकनीक वर्तमान में इतनी अधिक विकसित हो गई है कि लोकप्रिय वेबसोइटों पर क्लाइंट सर्विस और पूछताछ को रोबोट द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इस तकनीक को चैटबोट्स कहा जाता है। जहां पर सिस्टम में आधारभूत जानकारी और सामान्यतौर पर पूछे जाने वाले सवालों के उत्तरों को पहले से ही सेव कर दिया जाता है।
कंप्यूटर ग्राहकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देता है और उसी के आधार पर उनका मार्गदर्शन करता है। इस तकनीक ने बहुत से व्यवसायों को कम निवेश में बेहतर तक ढंग से व्यवसाय को चलाने में मदद की है। चैटबोट्स बहुत ही आम होते जा रहें है विशेषतौर पर क्लाइंट सर्विस वेबसाइटों और कस्टमर केयर के लिए। यह एक व्यवसाय का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता जा रहा है क्योंकि इससे कंपनी को ग्राहक से सीधे फीडबैक मिलता है और ग्राहकों को अच्छी सेवाएं भी दी जाती है।