सौंदर्य उत्पादों और कलात्मक सौंदर्य प्रसाधनों की प्राचीन परम्परा के लिए भारत विख्यात है। वेस्टर्न ट्रेंड्स और अंतर्राष्ट्रीय सौंदर्य स्पर्धाओं के बढ़ते प्रभाव ने पिछले दो दशकों से ब्यूटी इंडस्ट्री को प्रसिद्धि दिलाई है। घरेलू बाजार 2017-2020 के दौरान 22% के CAGR से विकसित होने का अनुमान लगाया जा रहा है। संगठित खुदरा बाजार में वृद्धि, कामकाजी महिलाओं की बढ़ती संख्या, बदलती जीवनशैली, खर्च करने योग्य कमाई में बढ़ोतरी और सुख-साधन तथा जीवनशैली-केंद्रित उत्पादों को खरीदने की बढ़ती क्षमता इन सारे कारणों से ब्यूटी इंडस्ट्री बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है। इस इंडस्ट्री में आपका पैसा निवेश कर बेहतर मुनाफा कमाने के लिए ये सही वक्त है। भारतीय सौंदर्य उद्योग के कुछ सुनहरे अवसर यहां दिए जा रहे हैं।
छोटे और किफायती प्रोडक्ट्स की भरमार
भारत में छोटे और किफायती ब्यूटी प्रोडक्ट्स की उपलब्धता बढ़ती जा रही है। भारतीय उपभोक्ता अब दिनभर तरोताजा और आकर्षक दिखाई देना चाहते हैं। इसीलिए कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स ऐसे पॉकेट-फ्रेंडली आकार में पेश करने पर जोर दे रही हैं, जिन्हें कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है। आज बाजार में छोटे पैक या सैशे में उपलब्ध उत्पादों की भरमार है। प्रोडक्ट्स का लॉन्च छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में महत्वपूर्ण होता है। ऐसे पॉकेट-फ्रेंडली उत्पादों की उपलब्धता से कंपनियां बहुत मुनाफा कमा रही हैं। ट्रेसमे जैसे प्रीमियम हेयर शैम्पू और कंडीशनर ब्रांड ने अपने प्रोडक्ट्स को अधिक खरीदने-योग्य बनाने और महिला उपभोक्ताओं के बड़े वर्ग को आकर्षित करने के लिए उन्हें सैशे के आकर में लॉन्च किया है।
कार्यक्षेत्रों में महिलाओं की बढ़ती सहभागिता
प्रदूषण तथा यूवी रैज और पारंपरिक प्रसाधनों के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाले नुकसानों के बारे में लोग जागरूक हो गए हैं। उनसे निपटने के लिए पूरे देश में महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधनों की मांग बढ़ गई है। देश की युवा कामकाजी महिलाएं अपनी खूबसूरती निखारने के लिए ज्यादा पैसे देकर ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीदने के लिए तैयार हैं। इसीलिए उन्हें आकर्षित करने के लिए बाजार में नए और अनोखे ब्यूटी प्रोडक्ट्स आ रहे हैं।
कई फायदे देने वाले इनोवेटिव प्रोडक्ट्स का प्रवेश
एंटी-एजिंग, मॉइस्चराइज़िंग और एसपीएफ प्रोटेक्शन जैसे कई फायदों से युक्त प्रोडक्ट्स सौंदर्य उद्योग में हावी हो रहे हैं। बाजार में पेश किए जा रहे फाउंडेशन क्रीम्स सन प्रोटेक्शन, मॉइस्चराइजिंग, ऑइल-फ्री और नो पोर-क्लॉगिंग जैसे विविध गुणों से युक्त हैं। खासकर युवतियों में ऐसे मल्टी-पर्पज प्रोडक्ट्स बहुत लोकप्रिय हैं ।
बदलती वितरण रणनीतियां
इंटरनेट का प्रभाव दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। खुदरा बिक्री के परंपरागत तरीकों के मुकाबले अब ऑनलाइन बिक्री माध्यमों के द्वारा ब्यूटी प्रोडक्ट्स तेजी से बेचे जा रहे हैं। तेजी से हो रहा शहरीकरण और बदलती जीवनशैली की वजह से उपभोक्ता दूकानों मे जाकर खरीदने के बजाय ऑनलाइन जरियों से ब्यूटी प्रोडक्ट्स मंगाना पसंद करते हैं।
कॉस्मेक्युटिकल उत्पादों में उपभोक्ताओं की बढ़ती रुचि
अब तक लोकप्रिय रहे कई प्रोडक्ट्स केमिकल-बेस्ड थे। उनसे उपभोक्ताओं को त्वचा संबंधी तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसीलिए वे अब तक चले आ रहे प्रमाणित रसायनों को अपनी त्वचा के लिए असुरक्षित मान रहे है। चूंकि ऑर्गेनिक ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने के कच्चे माल में ये हानिकारक रसायन या कीटनाशक नहीं होते हैं, उपभोक्ता उन्हें उपयोग के लिए सुरक्षित समझते हैं। इसीलिए उपभोक्ता हानिकारक रसायनों से मुक्त ऑर्गेनिक, प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधन और कॉस्मेक्युटिकल्स की ओर रूख कर रहे हैं। सौंदर्य प्रसाधनों में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल्स और शहरों में बढ़ते हुए प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य-संबंधी समस्याओं का बड़े पैमाने पर सामना करना पड़ रहा है। इसीलिए लोग केमिकल-बेस्ड प्रसाधनों की बजाय कॉस्मेक्युटिकल्स, ऑर्गेनिक या नैचरल ब्यूटी प्रोडक्ट्स अधिक पसंद कर रहे हैं।