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- भारतीय सौर ऊर्जा फ्रेंचाइजी में निवेश करने से आपका भविष्य क्यों उज्जवल हो सकता है - इसके कुछ कारण
पिछले कुछ सालों में सरकार की हितकारी पहल और अभिनव विनिर्माण तकनीक की वजह से सौर ऊर्जा के उत्पादन में अत्यधिक वृद्धि हुई है। भारत में संस्थापित कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 114.43 जी.डब्लयू. (देश की कुल ऊर्जा क्षमता का लगभग 33 प्रतिशत) तक पहुंच गई है।
भारत सरकार 100 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश और 100 जी.डब्ल्यू. की सौर क्षमता को लक्षित करते हुए अपनी सौर योजनाओं को विस्तारित करने की योजना बना रही है। तो अगर आप सौर व्यवसाय करने की योजना बना रहे हैं तो ऐसा करने के लिए यह सही समय है।
निम्नलिखित कुछ कारण दिए गए है कि क्यों सौर ऊर्जा फ्रैंचाइज़ी में निवेश करने से आपको भारी मुनाफा हो सकता है।
ऊर्जा की बढ़ती कीमतें
तेजी से होते आर्थिक विकास और औद्योगिकीकरण की वजह से ऊर्जा खपत में वृद्धि हुई है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दुनिया भर में ऊर्जा की बढ़ती मांग जल्दी ही उत्पादन से अधिक हो जाएगी।
कोयला मिलना ज्यादा से ज्यादा मुश्किल होने की वजह से घरेलू गैस के स्त्रोत कम होते जा रहे हैं। इसलिए संवाहनीयता पर पहले से कही अधिक ध्यान दिया जा रहा है। नवीकरणीय ऊर्जा जल्दी ही कोयले के बाद बिजली का दूसरा बड़ा स्त्रोत बनते हुए प्राकृतिक गैस को पीछे छोड़ देगी।
आने वाले दशक में सौर, भारत के ऊर्जा पोर्टफोलियो का महत्वपूर्ण घटक बन जाएगा।
वर्तमान परिदृश्य में सौर फ्रैंचाइज़ी में निवेश करने से भारी मुनाफा होगा क्योंकि यह उद्योग अरब डॉलर की कई सौर केंद्रित फर्म्स के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है।
विदेशी निवेश
पिछले कुछ सालों में भारत में सौर ऊर्जा शुल्क में भारी गिरावट आई है। इन निरंतर गिरते सौर ऊर्जा शुल्कों और खुले बाजार ने इस क्षेत्र में भरपूर विदेशी निवेश को प्रोत्साहित किया है। ताजा रिपोर्टस के अनुसार सोलर फिलीपिन्स भारतीय सौर उद्योग में प्रवेश करने के बारे में विचार कर रहा है और उनका लगभग 500 एम.डब्ल्यू. सौर फार्म्स को स्थापित करने का लक्ष्य है।
लियेन्ड्रो लेविस्टे, सोलर फिलीपिन्स के संस्थापक और निदेशक कहते है, ‘हम उन देशों को प्राथमिकता दे रहे हैं जहाँ ऊर्जा आपूर्तिकर्ताओं के लिए प्रतिस्पर्धात्मक चयन प्रक्रिया है, क्योंकि हम मानते हैं कि इसी में हम सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धात्मक है।’
‘भारत के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि संभवतः भारत दुनिया का सबसे ज्यादा खुला बाजार है। यहाँ आपको स्थानीय सहयोगियों की जरूरत नहीं होती और न ही किसी स्थानीय सम्पर्क की’, लेविस्टे कहते हैं।
फ़्रैंचाइज़िंग के अवसर
स्वयं के बलबूते पर सौर व्यवसाय शुरू करने में भारी निवेश करना पड़ सकता है, लेकिन सौर ऊर्जा कंपनियों के फ्रैंचाइज़ी बन कर आप इस फलते-फूलते बाजार का लाभ उठा सकते हैं। कई कंपनियाँ सफल सौर उद्यमी बनने के लिए अवसर प्रदान करती हैं। उदाहरण के लिए - रिलायऑन सोलर एक सौर ऊर्जा कंपनी है जो सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए फ्रैंचाइज़ी देती है। भारत सोलर एनर्जी बिना किसी प्रारंभिक निवेश और माल के भारत भर में रूफटॉप और ग्राउंड माउंटिंग सौर ऊर्जा पूर्ण टर्नकी समाधान के लिए फ्रेंचाइजी देती है जोकि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बहुत फायदेमंद है।
सरकारी पहल
भारत सरकार ऊर्जा के नवीकरणीय स्त्रोत का उपयोग करने के लिए अतिशय उत्सुक है और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय कर रही है। सरकार ने सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियों और नियमों को लागू किया है। इनमें से कुछ योजनाएँ है - त्वरित अवक्षयण, पूंजी सब्सिडी, नवीकरणीय ऊर्जा प्रमाणपत्र, नेट मीटरिंग प्रोत्साहन, आश्वासित ऊर्जा खरीद समझौता आदि।
सरकार सौर ऊर्जा संयत्र के निर्माण में लगने वाले पूंजीगत व्यय को कम करने का इरादा रखती है ताकि उद्यमियों के लिए सौर ऊर्जा फ्रैंचाइज़ में शामिल होना आर्थिक रूप से व्यवहार्य हो सके।