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- भारतीय स्टार्टअप में वीसी फंडिंग सालाना आधार पर 42.9 प्रतिशत कम हुई: ग्लोबलडाटा
भारत के स्टार्टअप वेंचर कैपिटल (वीसी) फंडिंग क्षेत्र में ध्यान दे रहे है। इस क्षेत्र में 2023 के पहले आठ महीनों में महत्वपूर्ण बदलाव हुए है। इस अवधि के दौरान 734 वीसी फंडिंग डील (पर्याप्त और तीव्र विकास की क्षमता वाले स्टार्टअप और अन्य व्यवसायों को समर्थन देने के लिए) घोषणा की गई, जिससे कुल 4.9 बिलियन डॉलर ( 40670 करोड़ रूपये) प्राप्त हुए। बता दें वेंचर कैपिटल (वीसी) एक प्रकार का इक्विटी वित्तपोषण है जो उद्यमशील या अन्य छोटी कंपनियों को परिचालन शुरू करने, राजस्व या मुनाफा कमाने से पहले पूंजी जुटाने की क्षमता देता है।
डाटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडाटा के अनुसार वर्ष 2022 की समान अवधि की तुलना में डील और मूल्य दोनों में साल-दर-साल कमी आई थी, फंडिंग मूल्य के मामले में गिरावट अधिक महत्वपूर्ण थी।
ग्लोबलडाटा के फाइनेंसिंग डील डाटाबेस के विश्लेषण से पता चलता है कि जनवरी-अगस्त 2022 के दौरान 1,266 वीसी फंडिंग डील की तुलना में डील की मात्रा में सालाना आधार पर 42 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस बीच, जनवरी-अगस्त 2022 के दौरान जुटाई गई 17.1 बिलियन डॉलर (141930 करोड़ रूपये) की फंडिंग की तुलना में संबंधित डील के मूल्य में साल-दर-साल 71.5 प्रतिशत की भारी गिरावट आई।
ग्लोबलडाटा के प्रमुख विश्लेषक, ऑरोज्योति बोस ने कहा “वैश्विक वीसी फंडिंग परिदृश्य से जूझ रही कई व्यापक आर्थिक चुनौतियों और निवेशकों की भावनाओं में सेंध लगाने के अलावा, भारतीय स्टार्टअप ईकोसिस्टम मूल्यांकन के संबंध में निवेशकों की बढ़ती सावधानी से जूझ रहा है।
फिर भी कमजोर वीसी फंडिंग गतिविधि अब एक वैश्विक घटना बन गई है, जिसमें अधिकांश प्रमुख बाजारों में डील की मात्रा के साथ-साथ मूल्य में भी गिरावट देखी जा रही है। भारत, वीसी फंडिंग गतिविधि के लिए शीर्ष एपीएसी (एशिया -पेसिफिक) बाजार होने और डील की मात्रा के साथ-साथ मूल्य के मामले में चीन के बगल में खड़ा होने के अलावा, शीर्ष पांच वैश्विक बाजारों में से एक भी है।
जनवरी-अगस्त 2023 के दौरान वैश्विक स्तर पर घोषित वीसी फंडिंग डील की कुल संख्या में भारत की हिस्सेदारी 5.3 प्रतिशत थी। इस बीच, कुल घोषित फंडिंग मूल्य में इसकी हिस्सेदारी 3.1 प्रतिशत थी।
जनवरी-अगस्त 2023 के दौरान भारत में घोषित कुछ उल्लेखनीय वीसी फंडिंग डील में फिजिक्सवाला द्वारा 250 मिलियन डॉलर (25 करोड़ डॉलर), ज़ेप्टो द्वारा 200 मिलियन डॉलर (1660 करोड़), फोनपे द्वारा 200 मिलियन डॉलर(1660 करोड़), वेरिटास फाइनेंस द्वारा 146 मिलियन डॉलर(1211.8 करोड़ रूपये ) और क्रेडिटबी द्वारा 120 मिलियन डॉलर (996 करोड़ रुपये) की पूंजी जुटाई गई। बोस ने कहा वीसी फंडिंग के उभरते परिदृश्य में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की स्थिरता के लिए मूल्यांकन महत्वपूर्ण हैं।