भारत सरकार महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) ने राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान और भारतीय उद्यमिता संस्थान (आईआईई), गुवाहाटी के माध्यम से महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने और विकसित करने के लिए काम कर रहा है। राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान और भारतीय उद्यमिता संस्थान, गुवाहाटी निम्नलिखित प्रोग्राम को चला रहे हैं।
एनआईईएसबीयूडी ने 2021-24 के दौरान एक परियोजना शुरू की है जो कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के संकल्प प्रोग्राम की मदद से चल रही है। इस परियोजना का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों, खासकर हाशिए पर रहने वाली आबादी में उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इसमें 32,262 महिलाएं शामिल हैं, जो कुल लाभार्थियों का 67 प्रतिशत हैं।
एनआईईएसबीयूडी ने 2022-23 के दौरान दो प्रमुख कार्यक्रम चलाए। पहला, प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण और उद्यमिता विकास प्रोग्राम (ईडीपी) और दूसरा, जन शिक्षण संस्थानों में रोजगार, उद्यमिता और जीवन कौशल पर प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम (जेएसएस)। इन प्रोग्राम में कुल 3,883 महिलाएं शामिल हुईं, जो कुल लाभार्थियों का 78 प्रतिशत हैं।
राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान ने राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के छात्रों के लिए उद्यमिता विकास कार्यक्रम (ईडीपी) का प्रशिक्षण आयोजित किया है। इसके बाद, औद्योगिक मूल्य संवर्धन के लिए कौशल सुदृढ़ीकरण (एसटीआरआईवीई) के तहत, इन प्रशिक्षुओं को उनके व्यवसाय स्थापित करने में मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जा रही है। वर्ष 2023-24 (मई 2024 तक) के दौरान 22239 महिलाओं (कुल प्रतिभागियों का 28 प्रतिशत ) ने प्रोग्राम में भाग लिया है।
प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के तहत, राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान और भारतीय उद्यमिता संस्थान खास तौर पर कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के लिए योजना का क्षमता निर्माण और उद्यमिता घटक चला रहे हैं। इसका मतलब है कि ये संस्थान इन जनजातीय समूहों को उद्यमिता और अन्य कौशल सिखाने के लिए विशेष प्रोग्राम चला रहे हैं।
इन संस्थानों ने जनजातीय मामलों के मंत्रालय की मदद से यह योजना लागू की है। 2023-24 के दौरान, राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान और भारतीय उद्यमिता संस्थान ने कुल 36,016 लोगों को प्रशिक्षण दिया, जिनमें से 28,786 महिलाएं हैं।
प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) के लाभार्थियों के लिए, राष्ट्रीय उद्यमिता विकास परियोजना (आरयूवीपी) का पायलट प्रोजेक्ट एनआईईएसबीयूडी और आईआईई के सहयोग से चल रहा है। यह परियोजना आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) की मदद से लागू की जा रही है। इसका मकसद स्ट्रीट वेंडर को व्यवसाय शुरू करने और बेहतर करने में मदद करना है। वर्ष 2023-24 (मई 2024 तक) के दौरान, एनआईईएसबीयूडी और आईआईई ने 2729 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया है, जिनमें से 904 महिलाएं हैं।