मास्टर फ्रैंचाइजी होने के कई खास फायदे हैं। इससे आपको शुरू से ही एक अलग महत्त्व और सम्मान मिलता है।
सम्मान
अपने इलाके या जिले के इकलौते फ्रैंचाइजी होने के नाते आप की स्थिति हमेशा मजबूत रहती है। इसीलिए असल में बॉस ना होते हुए भी सारी बागडोर आप ही के हाथ में होती है। आप अपने इलाके की जरूरतें ध्यान में रखते हुए व्यवसाय किस तरह बढ़ाना चाहते हैं, ये तय करने में आपकी राय का महत्व होता है और उस तरह आप कदम उठा सकते हैं, लेकिन ऐसा करते हुए फ्रैंचाइजी की ब्रांड फिलॉसोफी और खासियत ध्यान में रखना जरूरी है।
इसके अलावा आपको अपने व्यवसाय द्वारा एक मिसाल बनाते हुए मार्गदर्शक की भूमिका अदा करने का एक अच्छा मौका मिलता है। आप अन्य लोगों और सब-फ्रैंचाइजिस को प्रशिक्षण देकर उनकी कीमती मदद कर सकते हैं। अगर व्यवसाय आपस के मेल-जोल और मदद से बढ़ता है, तो ये फ्रैंचाइजी के लिए बहुत अच्छी बात होती है।
रॉयल्टी में लाभ
मास्टर फ्रैंचाइजी होने का महत्वपूर्ण फायदा ये होता है कि आप रॉयल्टी का अच्छा-खासा हिस्सा कमा सकते हैं। उस इलाके की सारी फ्रैंचाइजिस द्वारा दिए गए शुल्क का एक हिस्सा आपको मिलता है। ये 40% से 75% के बीच कुछ भी हो सकती है, लेकिन अपने इलाके में फ्रैंचाइजी का अच्छा-खासा विस्तार करने के बाद ही आप उसके हकदार बनते हैं।
अपने हुनर का फायदेमंद इस्तेमाल
अगर आप शुरूआती निवेश के लिए पैसा जुटाने की क्षमता रखते हैं, तो ये आपके लिए सही मौका है। ब्रांड की फिलॉसोफी पहले से काम में होने के कारण आप एक और मास्टर फ्रैंचाइजी होने के रूप में आप औरों से आगे रहते हैं। साथ ही अगर आपके पास कारोबार संभालने का अच्छा-खासा तजुर्बा हो और आप लोगों का नेतृत्व करना पसंद करते हैं, तो आपके के लिए अपने हुनर इस्तेमाल करने के लिए ये सुनहरा मौका है।
RFG के फ्रैंचाइजी CEO आंद्रे नेल के मुताबिक, आदर्श मास्टर फ्रैंचाइजी वह होते हैं "जिनमें अपने इलाके में ब्रांड को विकसित करने की योजनाएं बनाने, उन्हें अमल में लाने की और उसके लिए जरूरी पैसे जुटाने की काबिलियत होती है और जुनून भी होता है। उन्हें अपने इलाके की अच्छी जानकारी होती, इंडस्ट्री का अनुभव होता है एक सोचा-समझा बिजनेस प्लान भी होता है। उनकी सोच और जुनून के साथ उनके ये सारे हुनर झलकते हैं।"
लोगों का प्रबंधन
मास्टर फ्रैंचाइजी होने के नाते आपके इलाके के अन्य फ्रैंचाइजिस को नियुक्त और प्रशिक्षित करने की जिम्मेदार आपकी होती है। ये एक ऐसा मौका होता है, जहां आप लोगों को अपने हिसाब से प्रशिक्षित कर सकते हैं, तैयार कर सकते हैं। एक मास्टर फ्रैंचाइजी होने के कारण खुद आपको फ्रैंचाइजर से ही सारी मदद और पूर्व-प्रशिक्षण मिलता है, लेकिन ये एक बड़ी जिम्मेदारी है और उसे ध्यान में रखते हुए ही मास्टर फ्रैंचाइजी बनने का निर्णय लेना चाहिए।
असल में आप एक साथ दो व्यवसाय संभालने जा रहे हैं, ये अच्छी तरह समझ लें। दोनों इससे आपको कुछ अच्छा हासिल करने का एहसास होगा, लेकिन उसके लिए बहुत धीरज, ऊर्जा और परिपक्वता की जरूरत होती है।
"दरअसल एक मास्टर फ्रैंचाइजी दो भिन्न व्यवसाय चला रहा होता है - एक जिसमें वह अपनी स्वयं की फ्रैंचाइजी चलाता है और दूसरा, जिसमें वो फ्रैंचाइजी कंपनी को फैलाता है। दोनों के लिए अलग-अलग हुनर की जरूरत होती है और अक्सर दोनों कंपनियां अलग-अलग बनाई जाती हैं। दोनों ही में बिक्री और प्रबंधन का अनुभव हो, तो वह फ्रैंचाइजी की तरक्की के लिए बहुत फायदेमंद होता है,” ऐसा फ्रैंचाइजिंग व्यवसाय के सभी विशेषज्ञों का मानना है।