मुंबई स्थित 'बॉम्बे प्रदर्शनी केंद्र', नेस्को में आज, दिनांक 2 से 3 दिसंबर तक, दो दिनों के 'इलेक्ट्रिक व्हीकल शो' (ईवी शो) का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ संभाजी शिन्दे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिरकत की।
इस कार्यक्रम में ईवी की दुनिया के जाने-माने नाम शामिल हो रहे हैं। यहां ईवी के प्रयोग में आने वाली चुनौतियों को लेकर बातचीत की जा रही है। साथ ही, आने वाले समय में इस क्षेत्र में किस तरह के अवसर पैदा होने वाले हैं, इस क्षेत्र से जुड़े लोगों का भविष्य किस तरह से ज्यादा सुरक्षित किया जा सकता है, जैसे कई मुद्दों पर भी शो के दौरान चर्चा की जा रही है। शो का हिस्सा बनने वालों के लिए यह एक बेहतरीन मौका है, जहां ईवी के प्रयोग के जरिए किस तरह से वे पर्यावरण को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाने में योगदान दे सकते हैं, पर अपने विचार रख सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान 'कार्बन न्यूनीकरण रणनीतियां', 'भविष्य के शहर', 'इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाना', 'इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन', 'परिवहन के कम प्रदूषणकारी रूप का मार्ग प्रशस्त करने वाले संगठनों के लिए वित्तपोषण रणनीतियां', जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। ये सभी मुद्दे पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ रखने पर आधारित हैं।
दो दिनों के इस कार्यक्रम में कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है, जिस पर इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर से जुड़ी देश की जानी-मानी कंपनियों के प्रतिनिधि अपनी बात रखे रहे हैं। जिन मुद्दों पर चर्चा हो रही है, वे इस प्रकार हैं...
भारत में ईवी अपनाने में तेजी, ईवी क्षेत्र में निवेश के अवसर, ईवी को आमजन का बनाना, ईवी के लिए उपभोक्ता वित्तपोषण: अवसर और चिंताएं, पूर्व-स्वामित्व वाला ईवी बाजार: बड़ा व्यवसाय, बड़े अवसर और इलेक्ट्रिक वाहन तेजी से व्यावसायिक अभिग्रहण कैसे देख सकते हैं, वगैरह...।
इलेक्ट्रिक ट्रकों और बसों के उपयोग में तेजी लाने के उपायों के बारे में इन सत्रों में कई प्रमुख उद्योगपति चर्चा करेंगे। इसके अलावा चर्चा का विषय होगा- मध्यम शुल्क चार्ज पर ईवी की गाड़ियों को चार्ज करना, एमडी और एचडी इलेक्ट्रिक वाहनों से चुनौतियां, चार्जिंग सिस्टम्स, ग्रिड और उनका उपयोग करने वाले लोग। कार्यक्रम के दौरान 'साल 2030 के लिए बैटरी रीसाइक्लिंग का पूर्वानुमान' विषय पर भी चर्चा होगी, जिसमें तेजी से चार्जिंग करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना और लंबे समय तक चलने वाली बैटरी लाइफ, जैसे मुद्दों पर विशेष तौर पर बात की जाएगी।
इस आयोजन में ईवी पारिस्थितिकी तंत्र के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जा रही है, जिसमें आकांक्षा से लेकर निष्पादन तक की डिलीवरी, नवाचार के साथ भारतीय ईवी पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को बढ़ावा देना, जीवाश्म ईंधन के पर्यावरणीय प्रभाव पर अधिक जागरूकता पैदा करना, नए अभिनव डिजाइन और विकास समेत सस्ती ईवी प्रौद्योगिकियां करना, वगैरह शामिल हैं। ज़िप इलेक्ट्रिक, एलएमएल, नीति आयोग, इमोट इलेक्ट्रिक, जैसी इस क्षेत्र की नामी-गिरामी हस्तियों समेत कई अन्य खास लोग भी इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं।
बता दें कि ऐसा ही एक शो दिल्ली में इसी साल मार्च में आयोजित किया गया था, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे- लघु मध्यम और सूक्ष्म उद्यम (एमएसएमई) मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा।