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- मोटोवोल्ट और स्वोबी ने की साझेदारी, देशभर में स्थापित होंगे बैटरी स्वैपिंग स्टेशन
भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की पहुंच बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए प्रमुख ई-मोबिलिटी ब्रांड मोटोवोल्ट मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने जर्मन जलवायु-तकनीक फर्म स्वोबी के साथ करार किया। इस साझेदारी के जरिए बैटरी चार्जिंग समय को कम करने, लागत कम करने व जीवन पर प्राथमिक ध्यान देने के साथ ईवी से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने पर जोर दिया जाएगा। इसके अलावा अगले 24 महीनों के भीतर पूरे भारत में 200 बैटरी स्वैपिंग स्टेशन स्थापित किए जाने की योजना है। इसके प्रारंभिक चरण में दिल्ली और कोलकाता में पहले दो स्वॉबी बैटरी स्वैपिंग और चार्जिंग स्टेशनों के लॉन्च के साथ शुरू हो चुके हैं।
आंकड़ों की बात करें तो भारत में ईवी की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, खासकर दोपहिया सेगमेंट में, पिछले साल लगभग 1.56 करोड़ यूनिट्स की बिक्री हुई, जिससे दुनिया के दूसरे सबसे बड़े बाजार के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई। हालांकि भारतीय लाइट इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ताओं को अभी भी गंभीर सुरक्षा चिंताओं के अलावा अन्य चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे बैटरी की उच्च प्रारंभिक लागत, बार-बार रिचार्ज करने की आवश्यकता वाली सीमित रेंज, बैटरी प्रदर्शन और जीवन के साथ समस्याएं, और बैटरी का अंतिम जीवन उपयोग। ई-दोपहिया उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी मोटोवोल्ट इन चुनौतियों का समाधान करने में सबसे आगे रहा है। कंपनी एलईवी (लाइट इलेक्ट्रिक वाहन) पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार के लिए निरंतर अनुसंधान और विकास प्रयासों और उद्योग सहयोग के लिए प्रयासरत है।
स्वॉबी, एलईवी ऊर्जा सेवाओं में अपनी विशेषज्ञता के साथ, मोटोवोल्ट के मिशन के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। मोटोवोल्ट आने वाले महीनों में ई-स्कूटर सेग्मेंट में भी अपनी पहुंच का विस्तार करेगा, जो भविष्य के लिए टिकाऊ और सुविधाजनक गतिशीलता समाधान प्रदान करने का प्रयास करेगा। मोटोवोल्ट मोबिलिटी के फाउंडर व सीईओ तुषार चौधरी ने कहा कि मोटोवोल्ट ग्राहकों की समस्याओं को समझने और बेहतरीन सेवाओं, उत्पाद नवाचारों और उद्योग सहयोग के माध्यम से उन्हें दूर करने में मदद करने के लिए हमेशा ही प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि स्वॉबी की बैटरी स्वैपिंग सेवाएं भी ग्राहकों के लिए एक अच्छा प्रस्ताव लेकर आई हैं। इसमें हमारे ग्राहक स्वैपिंग समाधान प्रदाता की सदस्यता ले सकते हैं। यह वाहन के साथ पहले से बैटरी खरीदने की आवश्यकता को समाप्त करता है। इसके अलावा यह बैटरी की सुरक्षा और कुशल चार्जिंग और बैटरी के खराब होने के बाद उसका उचित निपटान सुनिश्चित करती है।
प्रारंभ में वितरण और परिवहन सेवाओं सहित व्यावसायिक ग्राहकों को लक्षित करते हुए, स्वॉबी स्टेशन धीरे-धीरे निजी ग्राहकों के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। इन स्टेशनों को एक सार्वभौमिक बुनियादी ढांचे के समाधान के रूप में डिजाइन किया गया है, जो विभिन्न निर्माताओं से विभिन्न एलईवी बैटरी प्रकारों को एकीकृत करने, विविध प्रौद्योगिकियों और सेल रसायन विज्ञान को समायोजित करने में सक्षम है।
स्वॉबी के सीईओ व को-फाउंडर थॉमस दुस्चा ने कहा कि हमारा उद्देश्य स्वच्छ गतिशीलता समाधानों तक पहुंचने में आने वाली बाधाओं को दूर करना तो है ही। इसके साथ हम जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और हरित परिवर्तन में सामाजिक समानता सुनिश्चित करने पर भी जोर देते हैं। उन्होंने कहा छोटे व्यवसाय, डिलीवरी सेवाएं, कैब ये सभी दोपहिया और तिपहिया वाहनों पर निर्भर हैं, जो लाखों की संख्या में सड़कों पर हैं। मोटोवोल्ट के साथ साझेदारी करने के जरिए हम व्यवसायों और निजी उपभोक्ताओं के लिए शून्य उत्सर्जन एलईवी तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने में अपना योगदान दे सकेंगे। स्वॉबी स्टेशन वर्तमान में दिल्ली और कोलकाता में मोटोवोल्ट के वाणिज्यिक ग्राहकों के लिए उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि इस सहयोग का लक्ष्य अन्य एलईवी ओईएम को शामिल करना और पूरे भारत में विभिन्न वाहन निर्माण और प्रकारों के लिए एक व्यापक बैटरी स्वैपिंग नेटवर्क स्थापित करना है। स्वॉबी का इससे पूर्व बर्लिन से कई जर्मन शहरों और आगे 10 यूरोपीय देशों तक विस्तार किया गया है। कंपनी ने वोक्सवैगन, टोटल एनर्जीज, गैल्प, बीपी और एनआईयू 2 व्हीलर्स जैसे उद्योग के दिग्गजों के साथ भी सहयोग किया है।