प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'उत्तराखंड रोजगार मेला' को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए सोमवार को कहा कि राज्य के युवाओं की अपने गांवों में वापसी सुनिश्चित करने के लिए उत्तराखंड में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बड़े निवेश किए जा रहे हैं। पीएम ने डिजिटल माध्यम से सहायक शिक्षकों के बीच नियुक्ति पत्र वितरित किए। साथ ही, शिक्षकों को बदलाव का एक बड़ा माध्यम बताया।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज का दिन उन लोगों के लिए नई शुरुआत का दिन है, जिन्हें अपने नियुक्ति पत्र मिल रहे हैं। यह न केवल जीवन को बदलने वाला अवसर है, बल्कि समग्र बदलाव के लिए एक माध्यम भी है। शिक्षा क्षेत्र के संदर्भ में देश में होने वाले नए प्रयोगों को रेखांकित करते हुए पीएम ने कहा कि नियुक्ति पाने वाले लोगों में से ज्यादातर लोग शिक्षा क्षेत्र में सेवा देंगे। इस संकल्प को आगे बढ़ाने के क्रम में उत्तराखंड के युवाओं के कंधों पर आने वाली जिम्मेदारी का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत के युवाओं को नई सदी के लिये तैयार कर रही है।”
उत्तराखंड के युवाओं को वहीं मिल रहे हैं रोजगार
पीएम मोदी के अनुसार, ''हमारा यह निरंतर प्रयास है कि हर युवा को उसकी रुचि और योग्यता के अनुसार नए अवसर मिलें। सभी को आगे बढ़ने का उचित माध्यम मिले। सरकारी सेवाओं में भर्तियों का यह अभियान भी इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है। बीते कुछ महीनों में केंद्र सरकार ने देश के लाखों युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए हैं। ''
प्रधानमंत्री के मुताबिक, केंद्र और उत्तराखंड सरकार का सतत प्रयास है कि आगे बढ़ने के लिए सही माध्यम को सुगम्य बनाने के क्रम में हर युवा को उसकी रुचि के अनुसार नए अवसर मिलें। सरकारी सेवाओं में बहाली अभियान भी इसी दिशा में की जाने वाली पहल है। देश के लाखों युवाओं को पिछले कुछ महीनों में केंद्र सरकार से नियुक्ति पत्र मिले हैं और उन्हें ख़ुशी है कि उत्तराखंड इसका हिस्सा बन रहा है।”
देश में दिए जा चुके हैं 38 करोड़ मुद्रा लोन
उन्होंने कहा कि 'मुद्रा लोन योजना' के तहत देश भर में 38 करोड़ मुद्रा लोन दिए जा चुके हैं, जिससे आठ करोड़ युवाओं को पहली बार उद्यमी बनने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत दस लाख रुपये का ऋण बिना किसी गारंटी के मिल रहा है। युवा इसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि हमें उस पुरानी धारणा को बदलना है कि "पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम नहीं आती।" मोदी ने पर्वतीय क्षेत्रों में नए रोजगार और स्व-रोजगार अवसरों के सृजन को रेखांकित करते हुए कहा, “केंद्र सरकार का यह सतत प्रयास है कि उत्तराखंड के युवा अपने गांव वापस आ सकें।” उत्तराखंड में अवसंरचना विकास में होने वाले निवेश पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि नई सड़कों का निर्माण और रेल लाइनों के बिछाने से न केवल कनेक्टिविटी बढ़ रही है, बल्कि रोजगार के अनेक अवसर भी पैदा हो रहे हैं।
हर जगह बढ़ाए जा रहे हैं रोजगार के अवसर
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर जगह रोजगार के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने इस सिलसिले में निर्माण कामगारों, इंजीनियरों, कच्चे माल के उद्योगों और दुकानों का उदाहरण दिया। उन्होंने यह भी कहा कि परिवहन क्षेत्र में बढ़ती मांग के कारण नए अवसर पैदा हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों के युवाओं को रोजगार के लिए बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था, लेकिन आज, हजारों युवा सामान्य सेवा केंद्रों में काम कर रहे हैं तथा गांवों में इंटरनेट व डिजिटल सेवायें उपलब्ध करा रहे हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं और अजा/अजजा/ओबीसी वर्ग के युवाओं का हिस्सा इसमें अधिकतम है। अपने सम्बोधन के समापन पर, प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत के युवाओं के लिये अद्भुत संभावनाओं का ‘अमृत काल’ है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपनी सेवाओं के जरिये भारत के विकास को गति दें।