विश्वभर में भारत में सबसे ज्यादा प्रतिशत में युवा मौजूद हैं। हमारे देश ने बहुत से प्रतिभावान विद्वानों को जन्म दिया है जो अपने सर्वश्रेष्ठ आविष्कारों के साथ सामने आए हैं। नवीनता के अभाव को दूर करने के लिए पहल के तौर पर इराक बहुत से देशों को शिक्षा छात्रवृत्तियां दे रहा है।इसमें भारत भी शामिल है। इस साल वे पोस्ट ग्रेजुएट और अंडर ग्रेजुएट के 40 भारतीय छात्रों को छात्रवृत्ति दे रहे हैं।
नवीनता को बढ़ावा
युद्ध, निरंकुशता, हमले और आतंकवाद से निपटने के बाद अब इराक ने चैन की सांस ली है। लेकिन वे नवीनता और कलात्मकता में काफी पिछड़ गए हैं। उच्च शिक्षा नवीनता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए, इस समस्या से निपटने के लिए इराक की सरकार ने पहली बार अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए 40 छात्रवृत्तियां देने की घोषणा की है। ये छात्रवृत्ति भारतीय पोस्ट ग्रेजुएट और ग्रेजुएट दोनों छात्रों को अलग-अलग विषयों पर दी जाएगी। इसके साथ ही ट्यूशन और होस्टल में रहने की सुविधा को छात्रवृत्ति का हिस्सा मान कर यह सुविधाएं मुफ्त में दी जाएगी।
हायर एजुकेशन एंड साइंटिफिक रिसर्च के मंत्री अब्दुल रज़ाक अल-एसा ने कहा है, 'दुर्भाग्यवश इराक प्रसिद्ध आविष्कार करने या प्रसिद्ध वैज्ञानिकों को लेकर नहीं आया। हम इसे बदलना चाहते हैं। हम अपने छात्रों को प्रेरित करना चाहते हैं कि वे निर्माण करें और कुछ विशेष बनाएं।'
'असुक्षित' के कलंक को हटाने की पहल इराक में मौजूद आतंकवादी गुटों के कारण इसे दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में गिना जाता है। इसी कारण उनकी पर्यटन इंडस्ट्री और यूनिवर्सिटी रेकिंग दोनों ही प्रभावित हुए है। इराक की सरकार ने छात्रवृत्ति देकर अपने देश पर लगे 'असुरक्षित' के कलंक को हटाने की पहल की है। भारत से करीब 40 छात्रों को छत्रवृत्ति देने के लिए रजिस्टर किया गया है। इराक की सरकार ने इन छात्रों के सुरक्षित वापस आने की पूरी गारंटी ली है। अल-एसा ने कहा है, 'लगभग (सभी) इराक के शहर अब सुरक्षित हैं क्योंकि हमने आईएसआईएस (आतंकवादी संगठन) ने मुक्ति प्राप्त कर ली है। हम भारत और अपने मित्र देशों के किसी भी आने वाले छात्र का स्वागत करते है।'
यूनिवर्सिटी रेंकिंग में सुधार
वर्तमान में इराक की केवल एक ही यूनिवर्सिटी है जो टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रेंकिंग में शामिल है जिसमें '0 प्रतिशत' अंतर्राष्ट्रीय छात्र हैं और इसका स्थान 801-1000 की श्रेणी में आता है। शिक्षा संस्कृति में बढ़ावा देने और यूनिवर्सिटी रेंकिंग में सुधार के लिए इराक ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए अपने देश के दरवाजे खोल दिए हैं। अल-एसा ने कहा कि वास्तव में हम अपनी रेंकिंग में सुधार लाने के लिए इराक में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी के द्वार खोलने की दिशा में बढ़ रहे हैं।