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- रिलायंस का अगले पांच वर्षों में 100 सीबीजी प्लांट लगाने का लक्ष्य
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 46वीं एजीएम में सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कई अहम ऐलान किए। मुकेश अंबानी ने एजीएम को संबोधित करते हुए ग्रुप बोर्ड में महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की। उन्होंने बताया बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने ईशा अंबानी, आकाश अंबानी और अनंत अंबानी को बोर्ड में नॉन-एग्जीक्यू के तौर पर नियुक्त किया गया है। शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के साथ ही यह नियुक्ति प्रभावी हो जाएगी और नीता अंबानी को बोर्ड से अलग रखा गया है।वह अगले पांच साल तक रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और एमडी बने रहेंगे।
मुकेश अंबानी ने यूपीआई पर कहा जियो भारत छोटे कारोबारियों की मदद करेगा। इसका यूपीआई इंटिग्रेशन सरकारी सपोर्ट दिलाने में भी मददगार होगा। इसके साथ ही यह मौजूदा कीमत से 30 प्रतिशत सस्ता होगा। रिलायंस जियो ने एक बार फिर देश को 2जी से मुक्त करने का वादा किया है।
एमएसएमई क्षेत्र में हम अपने छोटे व्यवसायों को डिजिटल उपकरणों के साथ सक्षम कर सकते हैं, उन्हें नवाचार करने, विस्तार करने और आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए सशक्त बना सकते हैं।
5जी सर्विस
मुकेश अंबानी ने 5जी पर कहा कि दिसंबर 2023 तक पूरे देश में सर्विस रोलआउट कर दी जाएगी। देश में 85 प्रतिशत 5जी सर्विस जियो के पास है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इसके अलावा सबसे ज्यादा पोस्टपेड ग्राहक भी जियो के पास हैं। जियो एयर फाइबर को 19 सितंबर 2023 को लॉन्च किया जाएगा। जियो एयर फाइबर 5जी नेटवर्क और बेहतरीन वायरलेस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर के घरों और दफ्तरों में वायलेस ब्राडबैंड सर्विस देगा।
जियो भारत में 80 प्रतिशत से अधिक बड़े उद्यमों को सेवाएँ प्रदान करता है। हालाँकि, उद्यम क्षेत्र में और विशेष रूप से लघु और मध्यम व्यवसाय (एसएमबी) क्षेत्र में संभावनाएं हमने जो महसूस किया है उससे कहीं अधिक बड़ा है।अधिकांश दूरसंचार ऑपरेटरों के राजस्व में उद्यम सेवाओं का बड़ा हिस्सा था। इससे पता चलता है कि हमारे पास उद्यम कनेक्टिविटी व्यवसाय को तेजी से पकड़ने और बनाने का एक सुनहरा अवसर है जो हमारे उपभोक्ता व्यवसाय के पैमाने को प्रतिबिंबित करता है।
उन्होंने जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का रोडमैप पेश करते हुए बताया कि जियो फिन इंश्योरेंस सेक्टर में एंट्री करेगी और इसके लिए ग्लोबल लीडर्स से पार्टनरशिप की जाएगी। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के जरिए 142 करोड़ भारतीयों को फाइनेंशियल सर्विसेज दी जाएंगी। जियो फाइनेंसियल सर्विसेज ब्लॉकचेन और सीबीडीटी आधारित प्रोडक्ट्स लॉन्च करेगी, जिसमें लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस शामिल रहेंगे।
नेट कार्बन का लक्ष्य
रिलायंस के पास भारत को नेट एनर्जी इम्पोर्टर से एनर्जी एक्सपोर्टर बनाने का मौका है। मुकेश अंबानी के मुताबिक, गुजरात के जामनगर में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा मैन्यूफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स पर तेजी से काम हो रहा है। हमारी प्राथमिकता फुली इंटिग्रेटेज एंड टू एंड सोलर पीवी मैन्यूफैक्चरिंग ईकोसिस्टम बनाने की है। इसके साथ ही वर्ष 2026 तक बैटरी गीगा फैक्टरी बनाने का लक्ष्य तय किया गया है।
मुकेश अंबानी ने कहा कि 2035 तक नेट कार्बन जीरो के लक्ष्य को लेकर चल रहे हैं। इसके लिए ग्रीन एनर्जी का तेजी से विकास किया जा रहा है। हमारा टारगेट कार्बन फाइबर में दुनिया की तीन टॉप कंपनियों में आना है। हम फॉसिल फ्यूल से ग्रीन एनर्जी की तरफ जा रहे हैं। अगले कुछ साल हमारे लिए बदलाव वाले होंगे।
रिलायंस रिटेल
रिलायंस रिटेल ने वित्त वर्ष 2013 में 2,60,364 करोड़ का वार्षिक राजस्व दर्ज किया, जो साल-दर-साल 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है। हमने 17,928 करोड़ रुपये का ईबीआईटीडीए और 9,181 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। रिलायंस रिटेल वैश्विक शीर्ष 100 में एकमात्र भारतीय रिटेलर है और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते रिटेलर में से एक है। पिछले कुछ वर्षों में, इसने अपने मजबूत बुनियादी सिद्धांतों और आकर्षक मूल्य प्रस्ताव के कारण बड़ी और प्रतिष्ठित वैश्विक निवेश फर्मों और सॉवरेन वेल्थ फंडों से निवेश आकर्षित किया है। मुझे एक और विश्व-प्रसिद्ध सॉवरेन वेल्थ फंड, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी का रिलायंस रिटेल में एक मूल्यवान निवेशक के रूप में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें 1 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी के लिए 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर(8 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा) का निवेश है। इस निवेश के तहत रिलायंस रिटेल का प्री-मनी इक्विटी मूल्य 8,28,000 करोड़ रुपये है।