रॉयल एनफील्ड ने अपनी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल, द फ्लाइंग फ्ली C6 (The Flying Flea C6), का अनावरण किया। यह कंपनी के नए ब्रांड के तहत लॉन्च की जाने वाली इलेक्ट्रिक वाहनों की श्रृंखला में पहली मोटरसाइकिल है। यह इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल 2026 में रिटेल के लिए उपलब्ध होगी।
यह बाजार में उपलब्ध इलेक्ट्रिक स्कूटरों की तुलना में अधिक कीमत पर बेची जाएगी। कंपनी ने अभी यह तय नहीं किया है कि वह अगले वित्तीय वर्ष में किस देश में इस वाहन को लॉन्च करेगी, लेकिन कहा है कि यह फ्लाइंग फ्ली ब्रांड के तहत पेश किए जाने वाले कई उत्पादों में से पहला होगा। रॉयल एनफील्ड ईवी रिसर्च एंड डेवलप्मेंट (R&D) और इन्फ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश कर रहा है और चेन्नई में एक ईवी मैन्युफैक्चरीग प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है।
उमेश कृष्णप्पा, जो मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी हैं, इलेक्ट्रिक वाहन के विकास प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। वहीं, रॉयल एनफील्ड ने इलेक्ट्रिक वाहन व्यवसाय के लिए मुख्य विकास अधिकारी के रूप में पूर्व डुकाटी के अनुभवी मारियो अल्विसी को नियुक्त किया है। एक खास इलेक्ट्रिक वाहन टीम बनाई गई है, जो स्टार्ट-अप की तरह काम कर रही है और इसे टॉप मैनेजमेंट से ज्यादा समय और संसाधन मिल रहे हैं।
रॉयल एनफील्ड ने इस इलेक्ट्रिक परिवर्तन के लिए तैयारी करने के लिए अनुसंधान और विकास में भारी निवेश किया है। चेन्नई, भारत में एक समर्पित इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण संयंत्र की योजना के साथ, कंपनी ने इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल तकनीक में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए बार्सिलोना स्थित स्टार्क फ्यूचर के साथ साझेदारी की है। रॉयल एनफील्ड ने भारत और यूके में 200 से अधिक इंजीनियरों की एक टीम भी बनाई है, जो बैटरी और मोटर डिज़ाइन से लेकर कनेक्टेड सॉफ़्टवेयर और उपयोगकर्ता अनुभव तक ईवी विकास के सभी पहलुओं की देखरेख करेगी।
फ्लाइंग फ्ली के तहत पहला मॉडल, FF-C6, अगले साल लॉन्च होगा। इसमें एक रेट्रो-फ्यूचरिस्टिक डिज़ाइन होगी, जो मूल फ्लाइंग फ्ली की खासियत को दर्शाएगी। इसमें कुछ आधुनिक चीजें भी होंगी, जैसे एक खास एल्यूमिनियम गार्डर फोर्क। FF-C6 का हल्का फ्रेम एल्यूमिनियम और मैग्नीशियम से बना होगा, और इसमें एक विशेष बैटरी केस होगा जो बेहतर कूलिंग के लिए डिजाइन किया गया है।