- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- वित्तीय सेवा कंपनी एयरपे ने निजी वित्त प्रबंधन स्टार्टअप फिनमैप का किया अधिग्रहण
फिनमैप उपयोगकर्ताओं को उनके खर्च, बचत, उधार व निवेश को समझने में करता है मदद
सौदे के बाद एयरपे में शामिल हो जाएंगे फिनफिनिटी की टीम के सभी अधिकारी व कर्मचारी
वित्तीय सेवा कंपनी एयरपे ने हाल ही में घोषणा की कि उसने निजी वित्त प्रबंधन स्टार्टअप फिनमैप का अधिग्रहण कर लिया। यह कंपनी उपयोगकर्ताओं को उनके खर्च, बचत, उधार, निवेश को समझने में मदद करने के लिए वित्तीय नियोजन, कर नियोजन, ऋण प्रबंधन, जोखिम और आयु-आधारित सलाह और सिफारिशें और मूल्यांकन सहित कई उपकरण और सेवाएं प्रदान करता है। साथ ही उपयोगकर्ताओं में वित्तीय नियोजन की आदतों को भी बढ़ावा देता है। एयरपे ने इस बारे में बताया कि इस अधिग्रहण के बाद फिनमैप की टीम के सभी अधिकारी व कर्मचारी यानी कि उनकी टीम जिसमें संस्थापक और सभी कर्मचारी शामिल हैं, सौदे के बाद एयरपे में शामिल हो जाएंगे। यह अधिग्रहण मार्च 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है, इससे एयरपे को अपने वैश्विक स्तर पर विस्तार करने में भी मदद मिलेगी।
अधिग्रहण के समझौते को लेकर एयरपे के संस्थापक और एमडी, कुणाल झुनझुनवाला ने कहा कि कंपनी के 2012 में लॉन्च होने के बाद से यह पहला अधिग्रहण सौदा है। पिछले दो वर्षों में कंपनी ने महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। इसके अलावा कंपनी अपने कार्यक्षेत्र में विस्तार करने के लिए सक्रिय रूप से बेहतर से बेहतर अवसरों के लिए भी प्रयासरत है। झुनझुवाला ने कहा कि कंपनी 200 से अधिक वित्तीय संस्थानों के सहयोग से उपभोक्ताओं, व्यवसायों, बैंकों और वित्तीय संस्थानों को भुगतान समाधान प्रदान करती है। कंपनी अपने ग्राहकों को 100 से अधिक वित्तीय साधनों के माध्यम से वेब, मोबाइल, कॉल सेंटर, आईवीआर, ईमेल, एसएमएस और आमने-सामने जैसे कई टचप्वाइंट पर स्थानांतरित करने, स्टोर करने और लेन-देन की अनुमति देता है।
तीन वर्षों में 10 करोड़ तक होगा विस्तार
झुनझुनवाला ने कहा कि वर्ष 2026 तक भारत में डिजिटल ईएमआई उपयोगकर्ता की संख्या 10 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि बाजार की बात करें तो वर्ष 2026 तक सकल माल मूल्य 4500 से 5000 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। इसके अलावा, डिजिटल व्यापारी भुगतान में आठ गुना से अधिक की वृद्धि की उम्मीद है।
क्या है एयरपे
एयरपे एक भुगतान प्लेटफार्म है, जो वैश्विक ई-कॉमर्स और रिटेल की मदद करता है। यह क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, आरटीजीएस/आईएमपीएस/एनईएफटी/भारत क्यूआर, यूपीआई, नकद, कॉरपोरेट कार्ड, लॉयल्टी कार्ड, वॉलेट और प्रीपेड कार्ड जैसे विभिन्न भुगतान की सुविधा देता है। इसके अलावा ग्राहकों को उनकी अपनी मुद्रा में भुगतान की सुविधा देता है।
यह भी पढ़ें: भारत-ऑस्ट्रेलिया की एमएमई व स्टार्टअप को बड़ी मदद करेगा यह कार्यक्रम