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- शिक्षा, उद्योग के साथ वैज्ञानिक संपर्क को मजबूत करेगी एमिटी और डीआरडीओ की साझेदारी
एमिटी यूनिवर्सिटी ने डीआरडीओ के साथ की साझेदारी
सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए उत्पाद और तकनीक विकसित करने पर रहेगा विशेष जोर
एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा ने एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज और एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ द्वारा आयोजित सामग्री और उपकरणों में हालिया रुझानों (आईसीआरटीएमडी-2023) पर छठे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान संयुक्त अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए सॉलिड स्टेट फिजिक्स लेबोरेटरी (एसएसपीएल), डीआरडीओ के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह साझेदारी शिक्षा की दिशा में तो बेहतर अवसर लाएगी ही साथ ही वैज्ञानिक संपर्क को भी मजबूत करेगी। सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए नए उत्पादों की खोज और तकनीक को विकसित करने के लिए भी डीआरडीओ और एमिटी मिलकर काम करेंगे।
सॉलिड स्टेट फिजिक्स लैब (एसएसपीएल) डीआरडीओ डायरेक्टर मीना मिश्रा ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद सेमीकंडक्टर का महत्व बढ़ गया है और इसलिए इस क्षेत्र में अनुसंधान भी बढ़ाया गया है। सॉलिड स्टेट फिजिक्स लेबोरेटरी द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों में हाई जी एमईएमएस स्विच, ध्वनिक उत्सर्जन सेंसर का डिजाइन और विकास, ध्वनिक उत्सर्जन प्रौद्योगिकी, रासायनिक युद्ध सेंसर, नाइट विजन के लिए इन्फ्रारेड टेक्नोलॉजी समेत कई अन्य शामिल हैं और एसएसपीएल का लक्ष्य शिक्षा, उद्योग के साथ वैज्ञानिक संपर्क को मजबूत करना है।
एमिटी एजुकेशन ग्रुप के फाउंडर प्रेसीडेंट अशोक के चौहान ने इस साझेदारी को लेकर कहा कि एमिटी में, छात्रों को अलग-अलग क्षेत्रों में अग्रणी अनुसंधान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है ताकि वे समाज की समस्याओं को हल करने के लिए उत्पाद और तकनीक विकसित करें। वर्तमान में जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जिसके लिए हमें नई सामग्री विकसित करने और अनुसंधान करने की आवश्यकता है। हमें उम्मीद है इस साझेदारी के जरिए हम अपने उद्देश्यों की प्राप्ति में अग्रसर होंगे और बेहतर से बेहतर परिणाम प्राप्त करेंगे।
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2023 का एमिटी में ग्रैंड फिनाले संपन्न
शिक्षा मंत्रालय की ओर से हाल ही में एक पहल की गई। यह थी 36 घंटे की नॉन-स्टॉप सॉफ्टवेयर उत्पाद विकास प्रतियोगिता, स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (एसआईएच)-2023। इसका ग्रैंड फिनाले एमिटी यूनिवर्सिटी के नोएडा परिसर में संपन्न हुआ। इसमें बंसीलाल रामनाथ अग्रवाल चौरिटेबल ट्रस्ट, विश्वकर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पुणे से टीम डिफेंसिफाई, ईश्वरी इंजीनियरिंग कॉलेज, तिरुवल्लूर, तमिलनाडु से टीम डोनट, पंधी द्वारका प्रसाद मिश्रा भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी और विनिर्माण संस्थान, जबलपुर मध्य प्रदेश से टीम ओवरलोडेड सहित अन्य संस्थानों की 7 टीमों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग, कांचीपुरम तमिलनाडु से टीम अनकोडर, गलगोटियास कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा से टीम मोनोलिथ, महाराजा सूरजमल इंस्टीट्यूट दिल्ली से टीम लाइव-वायर, वेलाम्मल इंजीनियरिंग कॉलेज तिरुवल्लूर से टीम रेस्क स्क्वाड तमिलनाडु को विजेता घोषित किया गया और विजेता टीमों को उनकी नई परियोजनाओं के लिए ट्रॉफी के साथ-साथ एक लाख रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस हैकथॉन को लेकर एमिटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ बलविंदर शुक्ल ने कहा कि इस प्रतियोगिता के जरिए संस्था में भारत की दो प्रतिशत प्रतिभाएं जो बेमिसाल हैं, वह सामने आईं। यहां उनकी एक नई यात्रा शुरू हुई, जहां उन्होंने न केवल नए लोगों को जाना-समझा बल्कि राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं को समझते हुए उनके समाधान भी बेहतरीन अंदाज में खोज निकाले।