शिक्षा लगभग हर व्यवसाय क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण किरदार निभाती है। यह किसी बच्चे के सुनहरे भविष्य के लिए उसके ज्ञान को पोषित और विकास करती है। दूसरी तरफ, यह कर्मचारी को बेहतर अवसर देने में भी मदद करती है।
इसके साथ ही यह कर्मचारी के कंपनी छोड़कर दूसरी जगह जाने की संख्या को भी कम करती है। इसके परिणामस्वरूप कर्मचारी के छोड़कर जाने से होने वाले खर्च में भी कमी आती है। निरंतर शिक्षा किसी भी कंपनी मालिक के लिए बहुत बड़ा निवेश है। इससे व्यवसाय और कर्मचारी को बहुत से तरीकों से लाभ पहुंचता है। यह एक अतिरिक्त पाठ्यक्रम की तरह लगता है लेकिन इसका लाभ लंबे समय तक मिलता है। कुछ मालिकों को लगता है कि यह पैसे की बर्बादी है क्योंकि संगठन सामान्य तौर पर अपने कर्मचारियों को आवश्यक ट्रेनिंग देती है। जबकि, कई इस कदम की महत्ता को समझते हैं क्योंकि ये उनके व्यवसाय के विकास को बढ़ा सकता है।
प्रदर्शन को सुधारता
फ्रैंचाइज़र के लिए निरंतर शिक्षा प्रोग्राम शुरू करने का मुख्य कारण संगठन के लाभ के लिए उठाया गया कदम है। यह कर्मचारी की कुशलता को सुधारता है और वह नए ट्रेंड के साथ हाथ से हाथ मिलाकर चल पाता है। लगातार आती नई तकनीकों की बाढ़ में आपके कर्मचारियों के लिए ये बहुत जरूरी है कि उन्हें इन नई तकनीकों से अवगत करवाया जाए।
कर्मचारी में टिके रहने की भावना
एक कर्मचारी जिसे अपने वर्तमान संगठन में अपना कोई विकास नहीं दिखता है वह संगठन बदलने के पक्ष में होता है। एक फ्रैंचाइज़र होने के नाते, यह डर बहुत ही सामान्य है और इस डर से निपटने के लिए निरंतर शिक्षा प्रोग्राम को अपने संगठन में लाना जरूरी है। निरंतर शिक्षा को महत्व देने से यह प्रदर्शित होता है कि कंपनी अपने कर्मचारी को महत्व देती है। इसके परिणामस्वरूप ये कर्मचारी को टिके रहने की भावना को सुधारता है जो कमचारियों के बार-बार जाने से होने वाले खर्च को भी कम करने में मदद करता है।
सही संस्कार
कर्मचारी शिक्षा के धनी होते हैं और एक ऐसे वातावरण को बनाने में मदद करते हैं जो हमारी संस्कृति से सही मेल खाती है। इस सफलता को प्राप्त करने के लिए आप अपने स्टाफ की मदद ले सकते हैं जहां आपके मैनेजर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। वे कर्मचारियों का मार्गदर्शन करेंगे कि ट्रेनिंग और विकास के जरिए कैसै वे अपनी संस्कृति की सहायता कर सकते हैं।