व्यवसाय विचार

शिक्षा व्यवसाय में ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स नए रूझान स्थापित कर रहे हैं।

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Oct 19, 2018 - 3 min read
शिक्षा व्यवसाय में ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स नए रूझान स्थापित कर रहे हैं। image
अध्ययन से पता चलता है कि शिक्षा क्षेत्र में, व्यावसायिक अवसरों के साथ-साथ शिक्षा व्यवसाय में निवेश करने के लिए नए विचारों का बड़ा प्रवाह है।

आजकल के बच्चे अत्यधिक चतुर है और इंटरनेट की शक्ति से भली-भाँति अवगत है। इंटरनेट संयोजकता में आई अचानक वृद्धि ने कई तरीकों से ट्यूटर्स के लिए मार्ग प्रशस्त किया है।

अध्ययन से पता चलता है कि शिक्षा क्षेत्र में, व्यावसायिक अवसरों  के साथ-साथ शिक्षा व्यवसाय में निवेश करने के लिए नए विचारों का बड़ा प्रवाह है।

 

आई.बी.ई.एफ. के अध्ययन से पता चलता है कि वर्तमान में उच्च शिक्षा क्षेत्र में रूपये 46,200 करोड़ (6.93 बिलियन अमरीकी डॉलर) का खर्च हो रहा है और अगले दस वर्षों में 18 प्रतिशत की औसत वार्षिक दर से बढ़ते हुए इसके रूपये 2,32,500 करोड़ (34.87 अमरीकी डॉलर) तक पहुँचने की उम्मीद है।

 

बायजु लर्निंग एप के संस्थापक बायजु रविंद्रम कहते हैं, ‘छोटे शहरों के लोगों की कुछ करने की तीव्र इच्छा ही उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।’ मैंने कमेंटरी सुनकर अंग्रेजी सीखी थी। हम सकारात्मकता से चलित होते हैं। मैंने सब कुछ अपने आप ही सीखा था और यही कुछ सीखने का सबसे अच्छा तरीका है।’

 

यहाँ पर कुछ बिंदु दिए गए हैं, जो बताते हैं कि ऑनलाइन ट्यूटोरियल सबसे लाभदायक व्यावसायिक विचार हैः

 

व्यापक पहुंच

एक प्रसिद्ध कहावत है, ‘अगर आप किसी चीज में अच्छे हैं, तो उसे मुफ्त में मत कीजिए’, तो अगर आप किसी विषय में अच्छे हैं और सोचते हैं कि छात्रों को वह विषय बहुत अच्छे से समझा सकते हैं, तो बस काम हो गया। आप दुनिया के किसी भी कोने से अपनी ई-ट्यूटर कक्षा शुरू कर सकते हैं और फिर उस विषय के अपने ज्ञान को उन तक पहुंचने दीजिए, जो सीखना चाहते हैं, लेकिन कुछ राशि का भुगतान करने के बाद। क्या यह सुनने में आसान नहीं लग रहा? यह वास्तव में आसान है। ऐसे ट्यूटर्स है, जो विदेश से एक ही समय में बहुत से छात्रों को पढ़ा रहे हैं और पैसा भी कमा रहे हैं। अपने मूल्यवान ज्ञान को व्यर्थ क्यों गंवाए।

बायजु कहते है, ‘हमारा पूरा ध्यान यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित है कि शिक्षण अधिक वैयक्तिकृत हो, तेज गति से और मजेदार हो। 

 

परस्पर संवादात्मक

ऑफलाइन ट्यूटोरियल में शिक्षक को सौ नहीं तो कम से कम 40 से 50 छात्रों को एक साथ पढ़ाना होता है। सभी 40-50 छात्रों को संभालना और सब पर वैयक्तिक ध्यान देना संभव नहीं हो पाता।

इसके अलावा, इन 40-50 छात्रों में से कुछ ही छात्र अपने प्रश्नों के साथ सामने आते हैं बाकि सभी अपने प्रश्न मन में ही रखते हैं या शर्मिंदगी के डर से या संकोच की वजह से बोल नहीं पाते।

ऑनलाइन ट्यूटोरियल उनके लिए अपने प्रश्न सामने रखना आसान कर देते हैं और शिक्षक के लिए लगभग सभी पर ध्यान देना आसान हो जाता है।

 

तत्काल प्रतिक्रिया

एक ट्यूटोरियल वेबसाइट को शुरू करने के लिए की गई कड़ी मेहनत के परिणाम तुरंत देखने को मिलते हैं और निरंतर प्रतिक्रया मिलने पर शिक्षा प्रक्रिया को सुधारने में भी मदद मिलती है।

पालक चाहते हैं कि परीक्षा में उनके बच्चे का प्रदर्शन अच्छा रहे और इसी वजह से वह अपने निवेश पर कड़ी नजर रखते हैं। वह तुरंत ही प्रतिक्रिया और सुझाव देते हैं और शिक्षक के लिए इस मूल्यवान जानकारी पर अच्छे से ध्यान देना आसान हो जाता है।

 

सुधार की गुंजाइश

छात्र के संदर्भ के लिए आप इंटरनेट से अभ्यास सामग्री उपलब्ध करा सकते हैं जो शायद पाठ्य पुस्तकों में न मिले। आप अपने पढ़ाने के तरीके में भी बदलाव ला सकते हैं और समस्याओ के हल ढूंढने में छात्र की मदद करने करने के लिए विभिन्न आसान तरीके ढूंढ सकते हैं।

 

ऑनलाइन प्रणाली, ज्ञान को बेहतर तरीके से फैलाने में मदद के लिए तरीके या उदाहरण जोड़ने और संशोधित करने, सुधारने के अमित अवसर प्रदान करती है।

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