
कुत्ते इंसान के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं। डॉग ट्रेनिंग व्यवसाय शुरू करना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है। आपके पास सिर्फ कुत्तों को प्रशिक्षित करने का हुनर और जानवरों के लिए गहरा प्रेम होना चाहिए। जो करना आप पसंद करते हैं, वही करने के लिए पैसे दिए जाने का डॉग ट्रेनिंग व्यवसाय एक बढिया उदहारण है। ये व्यवसाय आने वाले लम्बे समय तक फायदेमंद रहेगा। ये उन व्यवसायों में से एक है, जो लगातार मुनाफा देता रहे हैं। जो इसे अपनाना चाहते हैं, उनके लिए यह पैसा कमाने का अच्छा जरिया है। यहां हम डॉग ट्रेनिंग व्यवसाय शुरू करने के लिए सम्पूर्ण रूप-रेखा दे रहे हैं।
अनुभव
कामयाब डॉग ट्रेनिंग व्यवसायी अक्सर पहले कुत्तों के साथ अलग-अलग क्षमताओं में काम कर चुके होते हैं। उन्हें जोर-जबरदस्ती किए बिना कुत्तों को प्रशिक्षित करने की कई तकनीकें मालूम होना जरूरी है। इस फील्ड में कुत्तों के बर्ताव की बहुत अच्छी जानकारी होना बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि अलग-अलग उम्र, नस्ल और शख्सियत के कुत्ते प्रशिक्षण में अलग-अलग तरह से प्रतिक्रिया दे सकते हैं। इसीलिए प्रशिक्षक के पास किसी भी कुत्ते पर इस्तेमाल करने के लिए अलग अलग तकनीकें होना बहुत जरूरी होता है। हालांकि इस क्षेत्र के लिए औपचारिक प्रशिक्षण होना अनिवार्य रूप से आवश्यक नहीं है, लेकिन लोकप्रिय प्रशिक्षकों के पास उनकी काबिलियत दर्शाने के लिए प्रमाणपत्र होते हैं। व्यवसाय सीखने का और प्रत्यक्ष अनुभव कमाने का बेहतरीन तरीका ये है कि आप किसी मशहूर डॉग ट्रेनर के पास तालीम ले लें। इस अनुभव में बोर्डिंग केनेल पर्यवेक्षक, साईस, कुत्तों का दिवस-कालीन संचालक, पेट सिटर, डॉग शो प्रबंधनकर्ता या अन्य कोई संबंधित नौकरी का समावेश हो सकता है। आजकल प्रोफेशनल स्कूल्स में भी कई सारे औपचारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम दिए जाते हैं।
लागत
डॉग ट्रेनिंग व्यवसाय शुरू करना किफायती हो सकता है। व्यवसाय के मालिक के पास एक फोन और कंप्यूटर होना चाहिए, ताकि वे अपने से ग्राहकों के साथ अच्छा संपर्क रख सकें और ऑनलाइन मार्केटिंग कर सकें। जब व्यवसाय में लागत की बात आती है, तब आपने सबसे पहले एक अच्छा बिजनेस प्लान तैयार करने के बारे में सोचना चाहिए। इसके अलावा आपको या तो किसी जगह की जरूरत होगी या फिर क्लाइंट के घर जाने के लिए ट्रांसपोर्टेशन की। अगर आप जगह का लंबे वक्त का पट्टा बनाना नहीं चाहते, तो किसी पेट स्टोर में कुछ हफ्तों के लिए किराए पर जगह लें या फिर स्थानीय उद्यान में या किसी बाउंड्री लगी खुली जगह में कुत्तों को प्रशिक्षित करें। इस तरह आप लोकेशन पर होने वाले खर्च में बचत कर सकते हैं।
लोकेशन
अपनी डॉग ट्रेनिंग सर्विस कंपनी शुरू करने के लिए आप जो जगह चुनते हैं, वही आपकी कामयाबी की पहलू है। इसीलिए आप अपनी ट्रेनिंग सर्विस ऐसी जगह शुरू करें, जहां से आप कुत्ते और अन्य पालतू जानवरों के मालिकों तक आसानी से पहुंच सकें। कई व्यवसायी किसी आसानी से साफ दिखाई देने वाले लोकेशन पर जगह किराए या पट्टे पर लेने के लिए तैयार होते हैं। ऐसी लोकेशन सबसे अच्छी है, जहां कुत्ते तथा अन्य प्राणी पालने वाले लोग अच्छी तादाद में रहते हैं और साथ ही उनकी खर्च करने की ताकत और जीने का तरीका आपके व्यवसाय के लिए फायदेमंद है।
सेवाएं
आपकी फीस तय करने से पहले क्षेत्र में चल रहे ट्रेनिंग रेट्स जान लेना बहुत जरूरी है। डॉग ट्रेनिंग की फीस में काफी फर्क होते हैं और ये क्लास में कुत्तों की संख्या, प्रशिक्षक की महारत और व्यवसाय के लोकेशन पर निर्भर होते हैं। आपके डॉग ट्रेनिंग सेवाओं की फीस अन्य व्यवसायों के बराबर होने चाहिए या फिर थोड़ी-सी कम भी, ताकि आप नए ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर सकें। प्रशिक्षक आमतौर पर एक या आधे घंटे की प्रशिक्षण क्लास के हिसाब से चार्ज करते हैं। आपकी फीस आपके इलाके के हिसाब से सही हैं, इसका ख्याल रखें।
मार्केटिंग
एक डॉग ट्रेनर की सफलता के लिए मार्केटिंग बहुत ही अहम् होती है। डॉग ट्रेनिंग व्यवसाय का नाम फैलाने वाले बेहतरीन तरीके सिफारिश और जुबानी प्रचार हैं, लेकिन शुरूआती दिनों में ग्राहकों को खींचने के लिए ट्रेनर को काफी मशक्कत करना पड़ती है। दूसरा जरिया है पेट सिटर्स, कुत्ते घुमाने वाले, वेटरनरी अस्पताल और पेट बुटीक्स के साथ संपर्क बढ़ाने का और उनके द्वारा ग्राहकों को आपकी सेवाओं के बारे में जानकारी देने का। आप अपने ग्राहकों को अन्य डॉग ओनर्स से सिफारिश करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं और जो ऐसा करते हैं उनके लिए मुफ्त लेसन्स देने की पेशकश भी कर सकते हैं।