एक फ्रेंचाइज़ को खरीदना आपके भविष्य का निवेश हो सकता है। इसलिए हर एक बड़े निर्णय के साथ आप फ्रेंचाइज़ इंडस्ट्रर का, फ्रेंचाइज़ मॉडल का और एक फ्रेंचाइज़ को खरीदने के लाभ और हानि का गहन अध्ययन करते हैं। इसके साथ-साथ फ्रेंचाइज़ टर्म को भी उतना ही महत्व दिया जाना चाहिए जिसका प्रयोग आमतौर पर फ्रेंचाइज़ व्यवसाय में किया जाता है। इन टर्म को जानने से आपको इससे संबंधित बातचीत समझने में मदद मिलेगी और यह आपको स्पष्ट तौर पर प्रस्तुत करने में मदद करता है।
जब आप फ्रेंचाइज़ की खोज कर रहें है तो यह आवश्यक है कि आप उसकी लिंगगो या शब्दावली को भी जाने। यहां पर एक सूची दी गई है जिसमें सामान्य फ्रेंचाइज़ की टर्म की चर्चा की गई है, जिसे जानना आपके लिए आवश्यक हैं।
फ्रेंचाइज़ी : एक व्यक्ति जो फ्रेंचाइज़र के नाम और सिस्टम के तहत व्यवसाय को ऑपरेट करने का अधिकार खरीदता है।
फ्रेंचाइज़र : मूल कंपनी जोकि व्यक्तियों को उसके ट्रेडमार्क, प्रोडक्ट और प्रक्रियाओं का प्रयोग कर व्यवसाय शुरू करने और चलाने की अनुमति देता है। इसके लिए वह आमतौर पर फीस लेता है।
फ्रेंचाइज़ फीस/शुल्क : फ्रेंचाइज़र को फ्रेंचाइज़ी बनने के लिए एक प्रारंभिक राशि दी जाती है जोकि फ्रेंचाइज़ डिस्क्लोज़र डॉक्यूमेंट (एफडीडी) में आइटम 5 में उल्लेखित है। सामान्यतः सभी को एक समान फीस देनी होती है मगर उनके क्षेत्र के आकार, अनुभव या अन्य कारणों की वजह से अलग हो सकती हैं। बहुत से फ्रेंचाइज़र फ्रेंचाइज़ फीस पर डिसकाउंट देते है दिग्गज़ों, अल्पसंख्यकों या मौजूदा फ्रेंचाइज़ियों को।
फ्रेंचाइज डिस्क्लोज़र डॉक्यूमेंट : सभी फ्रेंचाइज़रों को यू.एस. फेडरल ट्रेड कमीशन द्वारा प्रदान यह कानून डॉक्यूमेंट को भावी फ्रेंचाइज़ी को देने आवश्यकता होती है। एफडीडी वार्षिक तौर पर संशोधित होते है और 23 धाराएं इसमें शामिल है जिन्हें आइटम कहा जाता है। यह कंपनी के इतिहास, उसकी फीस और कीमत, कांन्ट्रैक्टल ऑब्लीगेश, यूनिट डेटा आदि के बारें में बताता है। बिना इसका मूल्यांकन किए कोई भी कदम न उठाएं।
स्टार्टअप फीस/शुरूआती निवेश : फ्रेंचाइज़ को खोलने के कुछ राशि की जानकारी एफडीडी के आइटम 7 में उल्लेखित है। इसमें फ्रेंचाइज़ की फीस, उनके साथ जुड़े अन्य खर्च जैसे रियल एस्टेट, उपकरण, सप्लाई, व्यवसाय का लाइसेंस और वर्किंग कैप्टिल होते है।
रॉयल्टी फीस : अधिकतर फ्रेंचाइज़र फ्रेंचाइज़ी से नियमित रूप (साप्ताहिक, मासिक या वार्षिक) तौर पर फीस चाहते है। सामान्यतौर पर यह सेल का प्रतिशत होता है मगर कई बार यह सामान्य फीस होती है। कुछ फ्रेंचाइज़र को अलग से रॉयल्टी की फीस भी चाहिए होती है जिसमें विज्ञापन की कीमत शामिल होती है।
फ्रेंचाइज एग्रीमेंटः लिखित अनुबंध जिसमें एफडीडी शामिल है जिसमें फ्रेंचाइज़र और फ्रेंचाइज़ी दोनों की जिम्मेदारियों को उल्लेख होता है।
कंपनी-ऑन्ड यूनिट : यह वे जगहें है जोकि कंपनी की अपनी है और यह मूल कंपनी ( फ्रेंचाइज़र) द्वारा चलाएं जाते है न कि फ्रेंचाइज़ी द्वारा।
रजिस्ट्रेशन स्टेटस : पंद्रह ऐसे राज्य है जहां पर फ्रेंचाइज़र को उन राज्यों में फ्रेंचाइज़ी को कानूनी रूप से बेचेने के लिए अपने एफडीडी को राज्य एजेंसी के साथ रजिस्टर कराने की आवश्यकता होती है।
कनवरसेशन : कुछ फ्रेंचाइज़र उद्यमियों को यह अवसर देते है कि वे अपने मौजूदा स्वतंत्र व्यवसाय को फ्रेंचाइज़ में बदल लें।
इन-हाउस फाइनेंससिंग : फ्रेंचाइज़र द्वारा फ्रेंचाइज़ी को खर्च में मदद के तौर पर फाइनेंस ऑफर करता है जिसमें फ्रेंचाइज़ की शुरूआती फीस, स्टार्टअप कीमत, उपकरण और इंवेन्टरी के साथ-साथ हर रोज के पे रोल के खर्च भी शामिल होते हैं।
थर्ड-पार्टी फाइनेंसिंगः फ्रेंचाइज़ द्वारा किसी अन्य स्रोत से फाइनेंसिंग उपलब्ध कराना। बहुत से फ्रेंचाइज़रों के बैंक से अच्छे संबंध होते है या वे एसबीए के साथ रजिस्टर होते है उनकी फ्रेंचाइज़ियों के लोन की प्रक्रिया को तेज करने के लिए।
एब्सेंटी ओनर्सशिप : यह विकल्प कुछ फ्रेंचाइज़रों को दिया जाता है जोकि एक व्यक्ति को फ्रेंचाइज़ को अपनाने की स्वीकृति देता है वह भी बिना हर रोज के ऑपरेशन में सक्रियता दिखाएं हुए।
मास्टर फ्रेंचाइजः एक मास्टर फ्रेंचाइज़ी एक सब-फ्रेंचाइज़र के तौर पर कार्य करता है मगर किसी निधार्रित सीमा क्षेत्र तक ही। मास्टर फ्रेंचाइज़ी एफडीडी को जारी कर सकता है। साथ ही नई फ्रेंचाइज़ियों के नामांकन, लॉजिस्टिक मदद प्रदान करने और उस क्षेत्र के रॉयल्टी का हिस्सा प्राप्त करता है।
ऐरिया डेवलपर : एक एरिया डेवलपर एक बड़े क्षेत्र में निर्धारित समय सीमा के लिए कुछ संख्या में फ्रेंचाइज़ यूनिट को खोल सकता है। ये यूनिट को अपने आप या फिर अन्य फ्रेंचाइज़ियों की नियुक्ति कर खोल या ऑपरेट कर सकते हैं।