- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स के होलसेल बिजनेस में है बड़ा फायदा, यहां जानिए कैसे करेंगे इसकी शुरुआत?
मेडिकल इंडस्ट्री को व्यवसायों का समुद्र कहा जाए तो गलत नहीं होगा। बात बस इतनी है कि अगर आपको व्यवसाय करना है तो इसकी जानकारी होनी चाहिए कि कौन सा व्यवसाय आपकी बिजनेस प्लानिंग की रूपरेखा पर सटीक बैठता है और दिन-दूनी-रात-चौगुनी तरक्की के मौके लेकर आएगा। इस आर्टिकल में हम आपको मेडिकल इंडस्ट्री यानी कि चिकित्सा क्षेत्र के एक ऐसे क्षेत्र की जानकारी दे रहे हैं जो आपके लिए लाभ के अपार अवसर लेकर आएगा और इसमें हानि की संभावनाएं भी लगभग न के ही बराबर है। चिकित्सा जगत में होलसेल यानी कि थोकबिक्री व्यवसायों में सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स यानी कि सर्जिकल उपकरणों का व्यवसाय लाभदायक व्यवसाय है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं कि भारत में इसे शुरू करने की प्रक्रिया क्या है?
सबसे पहले तो जरूरी है कि आप इन बातों को जान लें
सर्जिकल उपकरणों के थोकबिक्री व्यवसाय को शुरू करने के लिए व्यवसायी को पहले इन बातों को जान लेना चाहिए।
-व्यवसायी के पास संबंधित डिग्री होनी चाहिए
-अस्पतालों के साथ सीधे तौर पर व्यवसाय होना चाहिए
-सर्जिकल उपकरणों की खरीद-फरोख्त की जानकारी होनी चाहिए
-सर्जिकल उपकरणों का थोकबिक्री व्यवसाय शुरू करने से पहले सरकारी लाइसेंस का होना बेहद जरूरी है
सर्जिकल उपकरणों के थोकबिक्री व्यवसाय के लिए ये हैं जरूरी उपकरण
सर्जिकल उपकरणों के थोकबिक्री व्यवसाय करने की सोच रहे हैं तो यहां कुछ जरूरी उपकरण बताए जा रहे हैं, जिनकी डिमांड प्रत्येक हॉस्पिटल, मेडिकल स्टोर और छोटे-बड़े क्लीनिक्स को होती हैं।
-सीरिंज
-स्पालाइन्स (पट्टी)
-कैथेटर्स
-कैनुला (प्रवेशनी)
-टांके
-वेन प्लान्स (शिरा योजनाएं)
-गोच पीस (गोच टुकड़े)
-बैंडजेस (पट्टियां)
-बीटाडीन (क्रीम, लिक्विड) दोनों ही फॉर्म में
इन आसान स्टेप्स से आप भी शुरू कर सकते हैं अपना मेडिसिन होलसेल बिजनेस
इनके बिना नहीं कर सकते सर्जिकल उपकरणों का होलसेज बिजनेस
सर्जिकल उपकरणों के थोकबिक्री व्यवसाय के लिए जरूरी है कि आपके पास वांछित लाइसेंस भी हो।
-सबसे पहले तो डिग्री या डिप्लोमा हो
-सर्जिकल उपकरण के थोकबिक्री व्यवसाय के लिए जरूरी है कि मेडिकल डिप्लोमा हो। इसमें डी फार्म या बी फार्म के डिप्लोमा के साथ ही जरूरी है कि मेडिकल के क्षेत्र में कुछ वर्षों का अनुभव भी हो।
-ड्रग लाइसेंस
-लाइसेंस के लिए औषध एंव प्रसाधन अधिनियम 1940 में वर्णित फार्म 19 में मांगी गई जानकारी भरकर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन, सीडीएससीओ) या राज्य औषधि मानक नियंत्रण संगठन (स्टेट ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन, एसडीएससीओ) में आवेदन करना होगा।
-सर्जिकल उपकरणों के थोकबिक्री व्यवसाय को शुरू करने के लए व्यवसाय का जीएसटी का रजिस्ट्रेशन होना अत्यंत आवश्यक है।
इन कागजात को जमा करना है अत्यंत जरूरी
सर्जिकल उपकरणों के थोकबिक्री व्यवसाय के लिए कुछ कागजात का होना बेहद जरूरी है। इनमें शामिल निम्नवत् हैं-
-शैक्षिक योग्यता के नाम पर डी फार्म या बी फार्म का डिप्लोमा सर्टिफिकेट
-राज्य फार्मेसी परिषद का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
-प्रासंगिक क्षेत्र में व्यवसाय करने का अनुभव
-निवास प्रमाण पत्र के लिए आधार कार्ड की कॉपी
-पासपोर्ट साइज फोटोग्रॉफ
-संपत्ति दस्तावेज अगर किराए पर कार्यालया या दुकान ली है तो उसके लिए रेंटल एग्रीमेंट यानी कि किराए का समझौता पत्र
-थोकबिक्री व्यवसाय के लिए चुने गए कार्यालय व दुकान का पता
-सर्जिकल उपकरणों को रखने के लिए रेफ्रीजरेटर और रेफ्रीजरेटर का डिटेल्ड बिल
-फर्म के संविधान का प्रमाण 3
-व्यवसाय परिसर की मुख्य योजना
-व्यवसाय परिसर की साइट योजना
थोकबिक्री शुरू करने से पहले जरूर जानें इन मुख्य कारकों को
चिकित्सा के क्षेत्र में उपयोग किये जाने वाले सर्जिकल उपकरणों को चार अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जो मनुष्यों, जानवरों और पर्यावरण के जोखिम कारकों पर आधारित हैं। सर्जिकल उपकरणों को लेकर अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा कुछ जरूरी बुनियादी दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं, जिनका पालन वैश्विक स्तर पर किया जाता है। इसमें हर देश के लिए उनके अनुसार कानून भी हैं, जिनके तहत ही लाइसेंस जारी किया जाता है। भारत में इन्हें जारी करने के लिए ड्रग कंट्रोल जनरल केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ही अधिकृत हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में चार भागों में विभाजित सर्जिकल उपकरणों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी निम्नलिखित है।
-श्रेणी एक के तहत ऐसे सर्जिकल उपकरण आते हैं जिनका प्रयोग केवल चिकित्सा के उद्देश्य से ही किया जाता है यानी कि एक विक्रेता आपस में व्यवसाय करते हैं। कुछ राज्यों में इनके लिए लाइसेंस में कुछ दस्तावेज की छूट भी दी गई है
-श्रेणी दो के तहत सर्जिकल उपकरणों का प्रयोग चिकित्सा उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जाता है। इसके अलावा खरीद-फरोख्त के साथ ही बल्क में उपकरणों का संग्रहण किया जाता है। इसके लिए एमडीआर-2017 के तहत लाइसेंस का होना आवश्यक है
-श्रेणी 3 और 4 के लिए आलेख में बताए गए सभी लाइसेंस का होना आवश्यक है
ये चार शानदार व्यावसायिक योजनाएं बदल सकती हैं आपके हेल्थकेयर बिजनेस का मुनाफा
अब जानें सर्जिकल उपकरणों का थोकबिक्री व्यवसाय शुरू कैसे करेंगे?
सर्जिकल उपकरणों के थोकबिक्री व्यवसाय को शुरू करने से पहले संबंधित डिग्री या डिप्लोमा का होना जरूरी है। इसका प्रमुख कारण यह है कि यह एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें लाभ तो बहुत है लेकिन इसमें जिम्मेदारियां भी उतनी ही हैं और रिस्क फैक्टर भी उतना ही है। ऐसे में आलेख में बताए गये सभी जरूरी दस्तावेज मसलन ड्रग लाइसेंस, जीएसटी रजिस्ट्रेशन व अन्य के साथ ही निवेश के लिए कम से कम पांच से दस लाख की धनराशि और फार्मा कंपनियों के साथ अच्छे संबंध होना बेहद जरूरी है। इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि आपकी मार्केटिंग स्किल्स काफी अच्छी हों। फार्मा कंपनियों के साथ ही अस्पताल, मेडिकल स्टोर्स, छोटे-बड़े क्लीनिक्स और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों के साथ आपकी अच्छी जान-पहचान हो। इसके अलावा कुछ जरूरी बिंदु हैं इन्हें भी जान लें, जो निम्नवत् हैं -
-कंपनी या दुकान के लिए उचित जगह का चुनाव करना
-पैसों का उचित प्रबंधन
-एक से अधिकाधिक फार्मा कंपनियों के साथ अनुबंध
-कर्मचारियों की नियुक्ति
-कंपनी या दुकान के लिए बेहतरीन मार्केटिंग प्लान
निष्कर्ष: सर्जिकल उपकरणों के थोकबिक्री व्यवसाय को अगर व्यवस्थित तरीके से एक प्लानिंग करके शुरू किया जाए तो यह लाभ ही लाभ लेकर आता है। यह बात और भी स्पष्ट तब होती है जब हम वैश्विक स्तर पर इसके मार्केट साइज और वृद्धि दर की बात करते हैं। वर्ष 2022 में सर्जिकल उपकरणों का बाजार 548 करोड़ का था। वर्तमान और 2030 के लिए इसमें चक्रवृद्धि दर से सालाना 7.3 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। ऐसे में अगर आप भी कुछ अलग और कम हानि अधिक लाभ का थोकबिक्री व्यवसाय ढ़ूढ़ रहे हैं हैं तो सर्जिकल उपकरणों का होलसेल बिजनेस आपके लिए बेहतरीन अवसर साबित हो सकता है।