उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के सहयोग से सिडबी ने स्टार्टअप आउटरीच प्रोग्राम 'प्रारंभ 2022' का आयोजन किया।आउटरीच कार्यक्रम से अर्थ है- जरूरतमंद लोगों के बीच जाकर उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाना, न कि इस बात का इंतज़ार करना कि कब वे अपनी मदद के लिए आवाज़ उठाते हैं। इस आउटरीच इवेंट का उद्देश्य वैकल्पिक निवेश निधि (एआईएफ)) और स्टार्टअप्स के बीच की खाई को पाटना और टियर-2 व टियर-3 शहरों में उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देना था। आयोजन में लगभग 150 स्टार्टअप्स और 12 इनक्यूबेटर्स पंजीकृत थे।
कार्यक्रम में विभिन्न विषयों पर 'पैनल परिचर्चा' भी आयोजित की गई, जिसमें "पहला निवेश कैसे हासिल करें" विषय भी शामिल था। इसके अलावा, एक 'पिचिंग सत्र' का आयोजन किया गया, जहां खुली प्रतियोगिता के माध्यम से कुल 10 स्टार्टअप्स को चुना गया। चुने गए इन स्टार्टअप्स को अनुमति दी गई कि वे प्रमुख उद्यम पूंजीपतियों को अपने व्यावसायिक प्रस्ताव पेश कर सकें।
भारत के विभिन्न भागों से ब्लूम वेंचर्स, ओमनीवोर पार्टनर्स, वेंचर कैटलिस्ट्स, एनीकट कैपिटल जैसे प्रतिष्ठित वेंचर कैपिटल फंड्स ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। 'एआईसी-प्रेस्टीज' का प्रतिनिधित्व इसके सीईओ संजीव पाटनी और प्रेस्टीज ग्रुप के चेयरमैन दबीश जैन ने किया। कार्यक्रम के दौरान इन्होंने इंदौर के स्टार्टअप इकोसिस्टम के बारे में जानकारी दी।
इसके अलावा, डॉ. चिंतन वैष्णव (मिशन निदेशक- अटल इनोवेशन मिशन नीति आयोग) ने प्रतिभागियों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। बता दें कि साल 1990 में अपनी स्थापना के बाद से भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) अपने एकीकृत, अभिनव और समावेशी दृष्टिकोण के माध्यम से समाज के विभिन्न स्तरों के नागरिकों के जीवन को प्रभावित कर रहा है।