एमएसएमई के संवर्धन, वित्तपोषण और विकास में लगे प्रमुख वित्तीय संस्थान भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने फाइनेंसर के रूप में एम1एक्सचेंज के साथ साझेदारी की है। इस कदम से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर लिक्विडिटी आने की उम्मीद है।
एम1 एक्सचेंज एंड-टू-एंड डिजिटल प्रक्रिया के माध्यम से अपने ऑनलाइन बोली मंच के माध्यम से एमएसएमई को 24 घंटे के भीतर प्रारंभिक तरलता प्रदान करता है। यह एमएसएमई के विलंबित भुगतान के मुद्दे को संबोधित करने के लिए एक अत्यधिक प्रभावी और कुशल समाधान है।
एम1एक्सचेंज तीन टीआरईडीएस प्लेटफॉर्म्स में से एक है। टीआरईडीएस को आरबीआई द्वारा विनियमित किया जाता है, जो एमएसएमई के बिलों में छूट को सक्षम बनाता है। परिणामस्वरूप, नकदी प्रवाह और तरलता समेत एमएसएमई के कामकाज में समग्र सुधार होता है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र भारत में उद्यमों की संख्या में प्रमुख हिस्सेदारी के लिए जिम्मेदार है। यह क्षेत्र कृषि के बाद एक प्रमुख रोजगार प्रदाता भी है इसलिए इस क्षेत्र का विकास अधिक महत्व रखता है।
एम1एक्सचेंज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी संदीप मोहिंदरू ने कहा, "एम1एक्सचेंज को सिडबी के साथ जुड़ने के लिए उनका स्वागत करना सौभाग्य की बात है और एमएसएमई के लिए बैंकिंग प्रणाली के बाहर वित्त पोषण की लागत बहुत अधिक है।"
एम1एक्सचेंज टीआरईडीएस द्वारा पेश किए गए इस अनूठे प्रस्ताव के साथ, एमएसएमई उद्यम अपने कॉरपोरेट खरीदारों से प्राप्तियों की छूट के लिए टीआरईडीएस का उपयोग करने में सक्षम होंगे, जिसमें सिडबी जैसे कई वित्तीय संस्थान एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। बदले में कॉरपोरेट खरीदार बेहतर कीमतों पर खरीद करने में सक्षम होंगे।