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- स्टार्टअप के मामले में गुजरात नंबर वन, जानें कैसे तय होती है रैंकिंग
सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के स्टार्टअप का किया जाता है मूल्यांकन
स्टार्टअप वृद्धि के लिए अनुकूल इकोसिस्टम तंत्र विकसित करने का प्रयास है रैंकिंग
गुजरात लगातार चौथी बार शीर्ष पर है, केरल व कर्नाटक भी शीर्ष पांच में बरकरार
स्टार्टअप की संख्या में वृद्धि हो और बेहतर से बेहतर कार्य प्रदर्शन कर सकें इसके लिए प्रत्येक वर्ष उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) की ओर से रैंकिंग जारी की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य स्टार्टअप वृद्धि के लिए अनुकूल इकोसिस्टम तंत्र बनाना है। इसके तहत सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के स्टार्टअप को शामिल किया जाता है। हाल ही में जारी की गई सूची के अनुसार इस श्रेणी में नंबर वन पर है। इसके बाद नंबर आता है केरल व कर्नाटक का। ये भी टॉप रैंकर्स हैं। इनके अलावा तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तेलांगना, अरुणाचल प्रदेश व मेघालय को भी बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले राज्यों में शामिल किया गया है। अब सवाल यह उठता है कि स्टार्टअप के लिए जारी की जाने वाली रैंकिंग की प्रक्रिया क्या है? आखिर कैसे यह रैंकिंग तय होती है कि कौन सा राज्य अव्वल है?
ऐसे तय की जाती है रैंकिंग
राज्यों की स्टार्टअप रैंकिंग डीपीआईआईटी द्वारा बनाई और जारी की जाने वाली एक वार्षिक क्षमता निर्माण प्रक्रिया है जो स्टार्टअप विकास के लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के उनके प्रयासों पर भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का मूल्यांकन करती है। देश में एक मजबूत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए फरवरी 2018 में राज्यों की स्टार्टअप रैंकिंग शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य राज्य नीति हस्तक्षेप की नजर से भारतीय स्टार्टअप परिदृश्य का मूल्यांकन करना और राज्य प्रथाओं की पहचान करना है जो पारिस्थितिकी तंत्र की वृद्धि और विकास को गति देते हैं। राज्यों की रैंकिंग ने प्रत्येक राज्य को समर्पित स्टार्टअप नीतियों के लिए प्रेरित किया है और वार्षिक रैंकिंग के माध्यम से, यह इन नीतियों के विकास और पारिस्थितिकी तंत्र निर्माण में राज्यों के समग्र प्रयासों को ट्रैक करता है।
रैंकिंग में कुल 33 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल किया गया है। इसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले, शीर्ष प्रदर्शन, नेतृत्व, महत्वाकांक्षी नेतृत्व व उभरते स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने वाले की पांच श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनकी जनसंख्या के आकार के आधार पर दो वर्गों में विभाजित किया गया है। इस श्रेणी व वर्ग के आधार पर गुजरात लगातार चौथी बार प्रथम व कर्नाटक दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ है। वहीं केरल व कर्नाटक भी शीर्ष पांच में बरकरार हैं। इस रैंकिंग का उद्देश्य राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को उनके स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने और एक-दूसरे की सर्वोत्तम प्रक्रियाओं से सीखने की दिशा में प्रेरित करना है।