साझेदारी का उद्देश्य ऑनलाइन कार्यक्रमों में प्रत्यक्ष बिक्री को शामिल करना है
देशभर में रोजगार क्षमता में विस्तार करना है प्राथमिकता
हर्बालाइफ ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश के सोलन में शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग को रोजगार, आर्थिक विस्तार और उद्यमिता के रूप में स्थापित करना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस साझेदारी के जरिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित ऑनलाइन मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) और बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) कार्यक्रमों में प्रत्यक्ष बिक्री की अवधारणा को शामिल किया जाएगा।
इस साझेदारी को लेकर हर्बालाइफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि शूलिनी यूनिवर्सिटी के साथ की गई यह साझेदारी बिक्री के लिए बेहतरीन माध्यम साबित होगी। इसके जरिए प्रत्यक्ष बिक्री की पहल को भी बढ़ावा मिलेगा। एमओयू हर्बालाइफ इंडिया के सहयोग से शूलिनी विश्वविद्यालय में शिक्षा में प्रत्यक्ष बिक्री के लिए उत्कृष्टता केंद्र (सीईडीएसए) की स्थापना की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी। इसके अलावा यह पहल मास्टर्स इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) और बैचलर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) पाठ्यक्रम में डायरेक्ट सेलिंग मैनेजमेंट में विशेषज्ञता प्राप्त करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसके अलावा साझेदारी की प्राथमिकता यह भी है कि छात्रों को सशक्त बनाया जा सके और भारत में प्रत्यक्ष बिक्री की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।
हर्बालाइफ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रबंध निदेशक अजय खन्ना ने कहा कि प्रत्यक्ष बिक्री एक ऐसा उद्योग है, जिसने पर्याप्त वृद्धि देखी है और वर्तमान में लगभग छह मिलियन लोगों को रोजगार देता है। इसके अलावा इसे सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का सामना करने में अपनी लचीलापन के लिए पहचाना जाता है। विशेष रूप से, यह युवाओं के लिए करियर के अवसरों के स्रोत के रूप में उभरा है, खासकर टियर दो और तीन शहरों में, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। अजय खन्ना ने कहा कि यह पुनर्गठित कार्यक्रम आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-2024 में शुरू होने वाले हैं। यह पाठ्यक्रम छात्रों को उद्योग के भीतर कॉर्पोरेट और उद्यमशीलता की संभावनाओं की जानकारी देने के साथ ही साथ इस चैनल द्वारा मिलने वाले रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराएगा।
साझेदारी को लेकर शूलिनी यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष, मार्केटिंग, इनोवेशन सह संस्थापक आशीष खोसला ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि हर्बालाइफ के साथ जुड़कर हम छात्रों को एक ऐसा मंच प्रदान कर सकें, जो उनके भीतर उद्योग जगत को समझने की क्षमता विकसित करने के साथ ही अकादमिक विशेषज्ञता भी लेकर आएगा। इस तरह छात्र स्वयं के साथ ही अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर प्रदान कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उद्यमिता, बिक्री और प्रबंधन के क्षेत्र में विकास के अद्वितीय अवसरों के लिए दिशानिर्देश प्रदान करता है।
क्या होती है प्रत्यक्ष बिक्री
रोजगार के अवसरों में वृद्धि या फिर आर्थिक विस्तार की बात करते समय जब हम प्रत्यक्ष बिक्री का जिक्र करते हैं तो हो सकता है कि आपके भी मन में यह सवाल उठे कि यह क्या होती है? और कैसे यह रोजगार क्षमता में वृद्धि करती है या फिर आर्थिक विस्तार में लाभदायक है? दरअसल प्रत्यक्ष बिक्री का अर्थ होता है कि व्यापार के लिए कंपनी किसी बिचौलिए का सहारा न ले और सीधे तौर पर अपने उत्पाद व सेवाओं की मार्केटिंग करे। इसमें उपभोक्ता और विक्रेता सीधे तौर पर कंपनी से जुड़ते हैं। इस तरह बिना बिचौलिए के ग्राहक उत्पाद को लेकर कंपनी से सीधे बात करते हैं, उन्हें किसी भी तरह का कोई भी अन्य सुविधा शुल्क नहीं देना होता।