व्यवसाय विचार

‘नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम’ से शिक्षकों में होगा नेतृत्व कौशल विकासः प्रो. पट्टनायक

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Mar 21, 2024 - 6 min read
‘नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम’ से शिक्षकों में होगा नेतृत्व कौशल विकासः प्रो. पट्टनायक image
एक ऐसी दुनिया में, जहां प्रभावी नेतृत्व सर्वोपरि है, शिक्षा मंत्रालय (MoE) के तहत यूजीसी द्वारा परिकल्पित 'मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम' (एमएमटीटीपी) के तत्वावधान में 18 से 22 मार्च 2024 तक ‘नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम’ का आयोजन करके आयोजित करके आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के निदेशक प्रो. जे. के. पट्टनायक गौरवान्वित हैं।

शिक्षा एवं कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सितंबर 2023 में ‘नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम’ का उद्घाटन किया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा परिकल्पित ‘मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम’ (एमएमटीटीपी) के तत्वावधान में देशभर के उच्च शैक्षणिक संस्थानों, विशेषकर आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) और आईआईएम (भारतीय प्रबंधन संस्थान) में, इन दिनों इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में ज्यादातर लोगों के मस्तिष्क में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर इस कार्यक्रम की शुरुआत किन विचारों के साथ किया गया है और इसका लाभ किन्हें होगा। ऐसे ही सवालों पर 'भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (इंडियन स्कूल ऑफ माइंस) आईआईटी (आईएसएम), धनबाद' के निदेशक प्रोफेसर जे. के. पट्टनायक ने ‘अपॉरच्युनिटी इंडिया’ की वरिष्ठ संवाददाता सुषमाश्री के साथ विस्तार से बात की। पेश हैं, इसके कुछ महत्वपूर्ण अंश...

ओआई: इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताएं।

प्रो. पट्टनायक: जैसे-जैसे भारत दुनिया में तेजी से प्रमुख भूमिका निभा रहा है, उच्च शैक्षणिक संस्थानों (एचईआई) में छात्रों और शिक्षकों, दोनों के बीच नेतृत्व विकास को मजबूत करने की तत्काल आवश्यकता को भी महसूस किया जा रहा है। ऐसे में आवश्यक है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा सके। ‘नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम’ का उद्देश्य, भारत में मौजूद उच्च शैक्षणिक संस्थानों (एचईआई) में कार्यरत संकाय सदस्यों में करियर के विभिन्न चरणों में नेतृत्व कौशल पैदा करना है। इस कार्यक्रम को व्यापक आधार पर तैयार किया गया है, जो हर स्तर के संकाय सदस्यों के लिए है। इसका उद्देश्य इन संस्थानों के भीतर मौजूद संभावित नेतृत्वकर्त्ताओं में नेतृत्व क्षमता का विकास करना है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नेतृत्व गुणों को बढ़ावा देना, सामूहिक तौर पर निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ावा देना और पढ़ाने व सीखने की प्रक्रियाओं को बढ़ाना है। राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान (एनआईईपीए) के साथ समन्वय के तहत, नेतृत्व पाठ्यक्रमों में विशेषज्ञता वाले शीर्ष प्रबंधन संस्थान इन कार्यक्रमों का संचालन करेंगे।मेजबान संस्थान, पाठ्यक्रम विकास, प्रतिभागी चयन और कार्यक्रम मूल्यांकन सहित, कार्यक्रम वितरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। ‘हर कोई नेता’ की परिकल्पना के साथ यह कार्यक्रम, संकाय सदस्यों में नेतृत्व विकास की क्षमता पैदा करने और खुली व सहभागी संस्कृति के साथ, एक सशक्त कार्यबल तैयार करने में सक्षम होगा। शैक्षिक नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए इससे, उनमें से कुछ ही को तैयार करने में मदद नहीं मिलेगी, बल्कि उन शिक्षकों को भी लाभ होगा, जो नेतृत्व की भूमिका निभाने में रुचि नहीं रखते। प्रशिक्षित और अनुभवी संस्थागत नेतृत्वकर्ताओं की इस आवश्यकता को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 में भी रेखांकित किया गया है।

ओआई: 'नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम' में भाग लेने वाले शिक्षकों को इससे क्या लाभ होगा? क्या छात्रों को भी इस कार्यक्रम से भविष्य में किसी तरह का लाभ हो सकता है?

प्रो. पट्टनायक: छात्रों को तो 'नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम' (एनएफएलपी) का कोई प्रत्यक्ष लाभ नहीं है, क्योंकि यह संकायों के प्रशिक्षण से जुड़ा है न कि छात्रों के लिए। असल में, यह कार्यक्रम संकाय सदस्यों में नेतृत्व विकास की क्षमता बढ़ाने पर केंद्रित है। ऐसे में उम्मीद की जाती है कि छात्रों के भविष्य पर भी अप्रत्यक्ष तौर पर इस कार्यक्रम का लाभ सकारात्मक प्रभाव छोड़ेगा। सबसे पहले, नेतृत्व कौशल से लैस संकाय सदस्यों द्वारा छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन और निर्देशन प्रदान किया जा सकेगा, जिससे संकाय सदस्यों के शैक्षणिक प्रदर्शन और व्यक्तिगत विकास में सुधार की गुंजाइश होगी। दूसरा, एक ऐसी संकाय संस्कृति, जो नेतृत्व और नवाचार पर जोर देती है, छात्रों के बीच रचनात्मकता और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देते हुए उनके अंदर लगातार सीखते रहने का वातावरण तैयार कर सकती है। इसके अतिरिक्त, नेतृत्व में प्रशिक्षित संकाय सदस्य, नई शिक्षण पद्धतियों और पहलों को पेश कर सकते हैं, जो छात्रों की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं, और जिससे छात्रों की संतुष्टि में वृद्धि होती है। इस तरह अब छात्र किसी भी काम में पूरी तरह से खुद को पूरी तरह से जोड़ने में सक्षम होते हैं और बेहतर परिणाम भी देते हैं। अंततः एक मजबूत नेतृत्व-केंद्रित संकाय वाले संस्थानों से स्नातक करने वाले छात्र, नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए खुद को बेहतर तरीके से तैयार कर पाते हैं और विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल से लैस भी होते हैं।

ओआई: क्या इस प्रशिक्षण के बाद शिक्षक, छात्रों के भविष्य को संवारने, या कहें कि एक सफल उद्यमी के तौर पर उन्हें खुद को स्थापित करने में किसी तरह की मदद करने में सक्षम होंगे?

प्रो. पट्टनायक: यह कार्यक्रम कई तरीकों से उद्यमी बनने के इच्छुक छात्रों को अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित करता है। सबसे पहले, नेतृत्व प्रशिक्षण के साथ संकाय सदस्य उद्यमिता में रुचि रखने वाले छात्रों को मार्गदर्शन और समर्थन देने के लिए बेहतर स्थिति में होते हैं, जो छात्रों को मूल्यवान मार्गदर्शन और संसाधन प्रदान करते हैं। दूसरा, नेतृत्व और नवाचार की संस्कृति वाला संस्थान, उद्यमशीलता कार्यक्रम, इनक्यूबेटर और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करने की अधिक संभावना रखता है, जिससे नवोदित उद्यमियों के फलने-फूलने के लिए एक अनुकूल वातावरण बनता है। इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम के भीतर समस्या-समाधान और सामूहिक निर्णय लेने पर जोर, उद्यमिता के लिए अनुकूल मानसिकता पैदा करता है, क्योंकि उद्यमियों को अक्सर जटिल चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनके लिए नवीन समाधान और सहयोगी दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। कुल मिलाकर, एक मजबूत नेतृत्व विकास कार्यक्रम वाले संस्थानों के स्नातक, उद्यमिता की चुनौतियों का सामना करने और अपने उद्यमों के निर्माण में सफल होने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित होते हैं।

ओआई: इस कार्यक्रम को लेकर आप कुछ और कहना चाहेंगे?

प्रो. पट्टनायक: ‘नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम’ का उद्देश्य न केवल संकाय सदस्यों के बीच नेतृत्व कौशल विकसित करना है, बल्कि उच्च शैक्षणिक संस्थानों के भीतर नेतृत्व और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देना भी है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संकाय सदस्यों को सशक्त बनाकर उन्हें एक प्रभावी नेतृत्वकर्ता तो बनाता ही है, साथ ही छात्रों में सीखने की क्षमता बढ़ाता है, उन्हें भविष्य के नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए तैयार करता है और तेजी से बदलती दुनिया में सफल होने के लिए उन्हें आवश्यक कौशल से लैस करके लाभान्वित करता है। इसके अलावा, सामूहिक निर्णय लेने और समस्या-समाधान पर कार्यक्रम का जोर, न केवल छात्रों को अकादमिक रूप से लाभान्वित भी करता है। यही नहीं, यह प्रशिक्षण छात्रों को उनके पेशेवर करियर में आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करता है, चाहे वे उद्यमियों के रूप में हों या अन्य नेतृत्वकर्ता की भूमिकाओं में। आईआईटी (आईएसएम), धनबाद उन नेताओं के एक विविध और समावेशी समुदाय को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो अपने संगठनों और उससे आगे सकारात्मक परिवर्तन और नवाचार को चलाने के लिए सुसज्जित हैं। 'नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम' के माध्यम से, हमारा उद्देश्य अगली पीढ़ी के नेतृत्वकर्ताओं को ईमानदारी, सहानुभूति और सही दृष्टिकोण के साथ नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाना है।

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