विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय एथलेटिक परिधान बाजार इस वर्ष $1.3 बिलियन मूल्य का उद्योग बन जाएगा। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों की संख्या में अचानक भारी बढोतरी होने के कारण उद्योग की वृद्धि हो रही है।
वर्ष 1992 में स्थापित प्रिमियम आयुर्वेदिक सौंदर्य-प्रसाधन ब्रांड बायोटिक ने वित्त वर्ष 2016 में रूपये 450 करोड़ के कारोबार के साथ भारतीय वेलनेस क्षेत्र में मजबूत बाजार उपस्थिति दर्ज की है। संस्थापक विनिता जैन अपने ब्रांड की शक्ति के लिए नवाचार और अनुसंधान व विकास को श्रेय देती है।
हालांकि सदियों से आयुर्वेद का उपयोग होता आ रहा है, लेकिन 21वीं के उत्तरार्ध में आर्युवेद और प्राकृतिक चीज़ों के संबंध में भारत में तेजी से बदलाव आया है।
तीन भाई आयुर्वेदिक धूम्रपान को ऐसे स्तर पर ले जाने का लक्ष्य रखते हैं, जिससे वे आईटीसी के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें। उनमें से एक, पियुष छाबरा, वे इसे कैसे कर रहे हैं।
क्या आप एक एडुप्रेनअर हैं? क्या आप अपने शहर में प्री-स्कूल सुविधा शुरू करने की योजना बना रहे हैं? यह आलेख आपको शामिल चरणों के साथ परिचित करने का प्रयास है।
प्राथमिक स्तर पर लक्षित शिक्षार्थी तक पहुंच अभी-भी एक बड़ी चुनौती है, जबकि भारत, सरकारी या समर्थित स्कूलों के गठजोड़ के माध्यम से प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने वाला सबसे बड़ा देश है।
आज सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में PPT’s, विडिओ प्रेजेंटेशन्स, ई-लर्निंग तरीके, ऑनलाइन प्रशिक्षण और अन्य डिजिटल पद्धतियों के इस्तेमाल को महत्व दिया जा रहा है। इस वजह से कक्षा में सिखाना ज्यादा संवादात्मक (इन्टरेक्टिव) होती जा रही है।
भारत में खेल उद्योग मुख्य रूप से नई खेल प्रतियोगिताओं के उद्भव के कारण, 2013 में रूपये 43.7 बिलियन से 2015 में 48 बिलियन (713 मिलियन अमरीकी डॉलर) तक बड़े पैमाने पर विकसित हुआ है।
बाजार रिसर्च फर्म जिन्नोव के एक अध्ययन में कहा गया है कि भारत, जो लगभग 4.88 करोड़ छोटे और मध्यम व्यवसाय (एसएमबी) का घर है, 81.16 मिलियन व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करता है और यह वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ा एसएमई राष्ट्र बनने के लिए तैयार है।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय एथलेटिक परिधान बाजार इस वर्ष $1.3 बिलियन मूल्य का उद्योग बन जाएगा। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों की संख्या में अचानक भारी बढोतरी होने के कारण उद्योग की वृद्धि हो रही है।
एक विशेष स्कूल की स्थापना की योजना का संकल्पना बहुत आसान हो सकता है, लेकिन नियमों का अनुपालन करने के लिए और औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए निष्पादित करना एक कठिन कार्य हो सकता है।
2012 में भारत की घरेलू स्वास्थ्य सेवा श्रेणी में प्रवेश करने के बाद, डाबर इंडिया प्रमोटरों हेल्थकेयर इन होम इंडिया ने 15 शहरों में फार्मेसी डिलीवरी सेवाओं के अलावा 33 से अधिक शहरों में मरीजों की सेवा की है।