सोलर एनर्जी से चलने वाले ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने से ईवी इन्फ्रास्ट्रक्चर की बढ़ रही मांग को आसानी से पूरा किया जा सकता है। सोलर चार्जिंग स्टेशन कंपनियों को लागत प्रभावी समाधान प्रदान करते हैं, जिससे उनकी बिजली की खपत कम होती है।
अत्याधुनिक अनुसंधान और व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से, IIT Roorkee मोटर वाहन और संबद्ध प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अगली पीढ़ी के नेताओं को सशक्त बनाने के लिए समर्पित हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज आईआईटी तिरुपति के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। उन्होंने भरोसा जताया कि आईआईटी तिरुपति जैसे संस्थान भी सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन के उत्प्रेरक में बदल जाएंगे, जो युवा शक्ति की ऊर्जा को वैश्विक कल्याण और मानवता की सेवा के लिए उपयोग करेंगे।
इंफोसिस में अपने कार्यकाल के दौरान, रवींद्र ने भारत और ब्रिटेन में पंजाब नेशनल बैंक के साथ-साथ सिंगापुर में डीबीएस बैंक जैसे बैंकों के लिए एशिया-प्रशांत (एपीएसी) क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तनों का नेतृत्व किया।
स्टेटिक ने विभिन्न ईवी मॉडलों का समर्थन करते हुए लंबी दूरी की यात्रा के लिए सार्वजनिक चार्जिंग को बढ़ावा देने के लिए कर्नाटक में नो-कॉस्ट ईवी चार्जिंग पहल शुरू की।
देश के ऑनलाइन स्टूडेंट लोन प्लेटफॉर्म, कुहू ने गलगोटियास यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी का लक्ष्य, देशभर में गलगोटियास यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए कुहू की उन्नत तकनीक तथा ऋणदाताओं के नेटवर्क का लाभ उठाकर किफायती वित्तीय विकल्पों को सुलभ बनाना है।
टीआई क्लीन मोबिलिटी ने अब तक 3,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश में से अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 2,530 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी तिपहिया वाहनों, ट्रैक्टर, छोटे और भारी कमर्शियल वाहनों में इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहन प्लेटफॉर्म बनाने पर ध्यान दे रही है।
इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईएसीसी) जैसे संगठन संसाधन, नेटवर्किंग के अवसर, सलाह और बाजारों तक पहुंच प्रदान करके इस विकास को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस समझौते के तहत दोनों देशों में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए सीधे प्रैक्टिस करने के नए रास्ते खुलते दिख रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि इसके बाद दोनों ही देशों में मेडिकल के ये छात्र आसानी से प्रैक्टिस कर सकेंगे।
प्रश्न-पत्र और उत्तर पुस्तिका की छपाई के बाद कक्षा वार और विषय वार 600-600 के बंडल तैयार किए जाएंगे। इस बार से परीक्षा में अंक नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को ग्रेड मिलेगा।