जब दो विश्व शक्ति एक दूसरे के साथ टकराव करती हैं तो इससे वैश्विक बाजार के प्रभावित होने की संभावना होती है और इसकी लहरें लंबे समय तक वैश्विक खिलाड़ियों द्वारा महसूस की जाती हैं।
प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स और अंतर्राष्ट्रीय फ्रैंचाइज़ एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान के कुल फ्रैंचाइज़ यूनिट में से लगभग 25 प्रतिशत महिलाएं किसी व्यवसाय की मालकिन हैं।
ओबेन इलेक्ट्रिक ने साल के अंत तक 12 प्रमुख भारतीय शहरों में 50 शोरूम और सर्विस सेंटर के नेटवर्क का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने हाल ही में एचएसआर लेआउट में मौजूदा अनुभव केंद्र के अलावा, बानाशंकरी, राजाजीनगर और इलेक्ट्रॉनिक सिटी सहित बेंगलुरु में प्रमुख शोरूम कि शुरुआत की है।
कंपनी पूंजी का उपयोग भारत के मुख्य शहरों और राजमार्गों पर इलेक्ट्रिक कारों, बसों और ट्रकों के लिए अपने हाई-स्पीड चार्जिंग नेटवर्क का विस्तार करने के लिए करेगी।
ब्लूस्मार्ट में अदिति शुक्ला फंडरेजिंग और रणनीतिक साझेदारी में रणनीतिक पहल का नेतृत्व करेंगी, और विकास के अवसरों पर स्टार्टअप के सह-संस्थापकों के साथ मिलकर काम करेंगी।
शिक्षण संस्थान 'मिकफिक्स' का दावा है कि अपने परिवर्तनकारी पाठ्यक्रम के जरिये वह वित्त बाजार के 'महारथी' तैयार करेगा, जिन्हें इस बाज़ार की गहन जानकारी होगी। इसके अलावा बाद में भी संस्थान उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करता रहेगा।
कैंपस फाउंडर्स प्रोग्राम के लिए आवेदन 15 अप्रैल, 2024 तक किए जा सकते हैं। कैम्पस फाउंडर्स कार्यक्रम स्थिरता, जलवायु परिवर्तन और हार्डवेयर विकास में अभिनव समाधानों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
परिवर्तनकारी साझेदारी स्थायी गतिशीलता, स्वच्छ ऊर्जा समाधान, समावेशी परिवहन, काम के भविष्य और शहरी और ग्रामीण योजना में अग्रणी प्रयासों के लिए मंच निर्धारित करती है।
कंपनी का लक्ष्य स्थिरता पर है। कंपनी ऐसे वाहन शामिल कर रहे हैं, जो इलेक्ट्रिक और बायो-सीएनजी हैं। कंपनी भारत के टियर-2 शहरों जैसे चंडीगढ़, जयपुर, कोयंबटूर और इंदौर में विस्तार कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भिलाई और छत्तीसगढ़ में दो केंद्रीय विद्यालय भवनों का उद्घाटन किया है। आईआईटी भिलाई परिसर का निर्माण 1,090 करोड़ रुपये के बजट के साथ किया गया जिसमें व्याख्यान कक्ष, सेमिनार कक्ष और कक्षाएं हैं। इन इमारतों का नाम छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदियों और पहाड़ों के नाम पर रखा गया है।
प्रधान ने शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता किए बिना प्रवासन और एकीकरण के प्रावधानों को शामिल करने में एनईपी-2020 की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी कहा कि योग्यता को आकांक्षी बनाना महत्वपूर्ण है, जो ज्ञान के साथ-साथ कौशल के माध्यम से आता है।