पश्चिम में सबसे लोकप्रिय, अनुसंधान-आधारित शिक्षा, सीखने का नया तरीका बन गया है। आने वाले समय में, यह भारत में भी चलन में आएगा। सनित श्रीकून कहते हैं, "21वीं शताब्दी में आवश्यक कौशल का निर्माण करने के लिए अनुसंधान आधारित शिक्षा (आरबीएल) सीखने की प्रक्रिया का एक हिस्सा होगा।"
"हर समय सिर्फ़ काम और काम अच्छा नहीं होता" ये लोकक्ति ही काफ़ी है। उपरोक्त बात को समझने के लिए। शारीरिक शिक्षा और शिक्षा छात्रों के सुधार के लिए एक-दूसरे के पूरक हैं। यह छात्र के सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास में मदद करता है। नेतृत्व, टीम भावना, आज्ञाकारिता और अनुशासन जैसे विभिन्न कौशल और गुणों को काफी हद तक बढ़ाता है।
जो लोग 50 लाख रुपये तक के व्यवसायों में निवेश करना चाहते हैं, वे अपने अनन्य स्टूडियो या दुकानों को एक छत के नीचे किचन समाधान की पेशकश करके पैसा कमा सकते हैं।
स्किल काउंसिल फॉर ग्रीन जॉब के CEO अर्पित शर्मा ने कहा, "हमने वेस्ट मैनेजमेंट क्षेत्र में लगभग 4,50,000 स्वच्छता कर्मियों और डीस्लजिंग ऑपरेटरों को प्रशिक्षित किया है। अब, हम ग्रीन हाइड्रोजन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो भारत के सबसे बड़े उभरते क्षेत्रों में से एक है, और हमने इस क्षेत्र में क्षमता निर्माण की शुरुआत की है।
यह साझेदारी अतुल ग्रीनटेक के सभी तीन पहिया प्लेटफार्मों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिसमें पैसेंजर वाहनों के लिए MOBILI और मालवाहक वाहनों के लिए ENERGIE शामिल हैं।
चेतक 2903 को अब पूरे भारत में केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार (केपीकेबी) के लाभार्थियों को विशेष दरों पर चेतक एक्सपीरियंस सेंटर (CECs) के जरिए बेचे जाने के लिए अधिकृत किया गया है।इस साझेदारी का लाभ उठाने के लिए नजदीकी 'मास्टर भंडार' या ' सब्सिडियरी भंडार' से प्राप्त एक अधिकृत पत्र और एक वैध विभागीय पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा।
टीवीएस मोटर कंपनी ने एक प्रमुख निर्यात केंद्र के रूप में भारत की क्षमता पर दांव लगाते हुए, विकासशील और विकसित दोनों बाजारों में अपने इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री को व्यापक बनाने का लक्ष्य रखा है।
अशोक लीलैंड और नाइडेक मिलकर इलेक्ट्रिक ड्राइव यूनिट्स (EDUs) के लिए एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) स्थापित करेंगे। इसके साथ ही, वाहनों में गियर बदलने की प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के नए तरीके भी विकसित करेगा।
यह प्रोजेक्ट शुरूआत में पुणे में एक औद्योगिक सुविधा के लिए यूपीएस बैकअप सॉल्यूशन के रूप में लगाया जाएगा। यह जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया के सेकेंड-लाइफ बैटरी एप्लीकेशन के लिए तीसरा पायलट प्रोजेक्ट है।
यह केलैटरल की आवश्यकता को कम करता है, जिससे कई लोग औपचारिक एमएसएमई उधारी प्रणाली में शामिल हो सकेंगे।'एमएसएमई सहज' एक डिजिटल सर्विस है जो पूरी प्रक्रिया को आसान बनाती है। इसमें बिज़नेस के लिए ऋण के लिए आवेदन करना, जरूरी दस्तावेज़ जमा करना और 15 मिनट के अंदर बिना किसी इंसानी दखल के ऋण मिलना शामिल है।
नैस्डैक पर सूचीबद्ध ट्रिटियम इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए डीसी फास्ट चार्जर्स बनाने के लिए स्वामित्व वाले हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर का डिज़ाइन और निर्माण करता है।