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- भविष्य की ईवी चुनौतियों और तकनीकों के लिए तैयार हो रहा ICAT
इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और उन्नत तकनीकों के बढ़ते दौर में, इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। ईवी टेस्टिंग, सर्टिफिकेशन और नई तकनीकों के विकास के साथ, ICAT भारत के हरित परिवहन लक्ष्यों को साकार करने में अग्रणी है। ICAT के डायरेक्टर सौरभ दलेला ने ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर, उभरती चुनौतियों, और भविष्य की योजनाओं पर अपने विचार साझा किए।
ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर और इसके परीक्षण पर आपका क्या कहना है?
सौरभ दलेला: इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) में हमारे पास आज की जरूरतों के मुताबिक सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद हैं। हम कार, तिपहिया, दोपहिया और बस जैसे ईवी वाहनों के सर्टिफिकेशन के लिए सभी मानकों(स्टैंडर्ड) का पालन करते हैं। बैटरी टेस्टिंग से लेकर मोटर टेस्टिंग और रेंज टेस्टिंग तक, हमारे पास सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
नए मानक जैसे AIS-156 और AIS-038 पर भी काम हो रहा है। इसके अलावा, सरकार ने FAME और PLI जैसी योजनाएं चलाई हैं, जो ईवी वाहनों के प्रमोशन और निर्माण को प्रोत्साहित करती हैं। ई-बसों के लिए जो खास शर्तें होती हैं, उनके लिए भी हम विशेष टेस्टिंग करते हैं, जैसे बैटरियों, मोटर्स, और DC-DC कन्वर्टर्स का टेस्टिंग ।
हम FAME योजना के तहत लोकलाइजेशन से संबंधित प्रमाणन भी प्रदान करते हैं। इसके साथ ही, ई-बसों के लिए एयर कंडीशनर चालू रहते हुए रेंज टेस्टिंग और बैटरी टेस्टिंग भी करते हैं। वर्ष 2024 में हमने इन क्षेत्रों में बहुत काम किया है, और 2025 में नई चुनौतियों और तकनीकों का सामना करने के लिए तैयार हैं।
ईवी टेस्टिंग के दौरान सर्टिफिकेशन प्रक्रिया में कितना समय लगता है?
सौरभ दलेला: यह वाहन या मशीन के प्रकार पर निर्भर करता है। यदि यह बदलाव से संबंधित काम है, तो इसमें लगने वाला समय परिवर्तन की जटिलता और परीक्षण सुविधाओं की उपलब्धता पर निर्भर करता है। यह समय एक दिन से लेकर एक महीने तक हो सकता है।
भविष्य के लिए ICAT की क्या योजनाएं हैं?
सौरभ दलेला: हम केवल ईवी टेस्टिंग तक सीमित नहीं हैं, बल्कि भविष्य के लिए तैयार हो रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और इंटरनेट से जुड़े तकनीकों को हम अपने टेस्टिंग में शामिल कर रहे हैं। हम ADAS (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) लेवल 3 तक टेस्टिंग की सुविधा रखते हैं और इसे और विस्तार करने की योजना बना रहे हैं।
हम अपने तीसरे कैंपस की स्थापना की दिशा में काम कर रहे हैं और विभिन्न मंत्रालयों से चर्चा कर रहे हैं। इसके अलावा, हमने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ कई प्रोजेक्ट्स पर आवेदन किया है, जिसके तहत हम न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर बल्कि स्किल्स और टैलेंट को भी विकसित कर रहे हैं। हमारे लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि ऐसे परीक्षणों के लिए जरूरी प्रतिभा और कौशल का विकास हो।
निष्कर्ष
इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) न केवल वर्तमान के लिए, बल्कि भविष्य की तकनीकों के लिए भी तैयार हो रहा है। सौरभ डलेला का कहना है कि उनके लिए न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर बल्कि जरूरी कौशल का विकास करना भी प्राथमिकता है। यह संस्थान ऑटोमोटिव टेस्टिंग और प्रमाणन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है।