
भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टाटा मोटर्स ने घोषणा की है कि वह अपने चार्जिंग स्टेशनों को अन्य वाहन निर्माताओं (OEMs) के लिए भी खोलने जा रही है। इसके साथ ही कंपनी ने 2027 तक देशभर में 4 लाख ईवी चार्जिंग पॉइंट्स लगाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें होम चार्जर्स, 30,000 सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट्स और 500 मेगा चार्जर्स शामिल होंगे।
टाटा मोटर्स के चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर, पैसेंजर व्हीकल्स और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, बालाजे राजन ने कहा, "हम खुले सहयोग (ओपन कोलैबोरेशन) में विश्वास रखते हैं, जिससे चार्जिंग स्टेशन सभी EV कंपनियों के लिए उपलब्ध हो सकें। हालांकि, टाटा ईवी (Tata.ev) ग्राहकों को प्राथमिकता शुल्क और प्राथमिकता पहुंच मिलेगी।"
कंपनी के अनुसार, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को अन्य EV ब्रांड्स के लिए खोलने से EV अपनाने की गति तेज होगी और एक व्यापक, सुविधाजनक और परस्पर लाभकारी ईकोसिस्टम विकसित होगा।
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, पैसेंजर व्हीकल्स और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, शैलेश चंद्र ने कहा, "ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को इस समय एक्सक्लूसिव नहीं होना चाहिए। हमें ग्राहकों को ईवी खरीदने का आत्मविश्वास देना है, बजाय ब्रांड-सेंट्रिक होने के।"
चार्जिंग तकनीक के बारे में बात करते हुए बालाजे राजन ने स्पष्ट किया कि टाटा मोटर्स के चार्जर CCS-2 (कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम 2) स्टैंडर्ड पर आधारित होंगे, जिससे अन्य सभी EV कंपनियों को कोई अनुकूलता (कंपैटिबिलिटी) समस्या नहीं होगी।
टाटा मोटर्स ने ‘Open Collaboration 2.0’ पहल की शुरुआत की, जिसके तहत वह पूरे देश में ईवी चार्जिंग नेटवर्क को बढ़ाने, एकीकृत पेमेंट वॉलेट और अन्य सेवाएं प्रदान करने की योजना बना रही है।
इसके तहत कंपनी ने टाटा पावर, चार्जजोन, स्टैटिक और ज़ियॉन जैसी चार्जिंग पॉइंट ऑपरेटर्स (CPOs) के साथ साझेदारी की है। पहले चरण में, अगले 2 वर्षों में 500 मेगा चार्जर्स चालू किए जाएंगे, जो प्रमुख शहरों और हाइवे पर लगाए जाएंगे।
टाटा मोटर्स पहले टाटा ग्रुप की कंपनियों के साथ मिलकर निजी और घरेलू चार्जिंग समाधान प्रदान कर रही थी, लेकिन अब इसका ध्यान शहरों और हाइवे पर सार्वजनिक चार्जिंग नेटवर्क के विस्तार पर केंद्रित है।
दिसंबर 2024 तक, भारत में कुल 25,202 सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा चुके थे, जिनमें से सबसे अधिक कर्नाटक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में स्थित हैं। ऊर्जा मंत्रालय (Ministry of Power) के आंकड़ों के अनुसार, भारत सरकार ने PM इलेक्ट्रिक ड्राइव रिवोल्यूशन इन इनोवेटिव व्हीकल एन्हांसमेंट (PM E-Drive) योजना के तहत EV चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इस योजना के तहत अगले 2 वर्षों में 22,100 फास्ट चार्जर्स (चार पहिया ईवी के लिए), 1,800 चार्जर्स (इलेक्ट्रिक बसों के लिए) और 48,400 चार्जर्स (दोपहिया और तिपहिया ईवी के लिए) लगाए जाएंगे।
मारुति सुजुकी भारत में 1,500 EV चार्जिंग स्टेशन लगाने और होम चार्जिंग इंस्टॉलेशन सेवाएं देने की योजना बना रही है।ह्युंडई मोटर इंडिया अगले 7 वर्षों में 600 सार्वजनिक फास्ट चार्जिंग स्टेशन लगाने की योजना बना रही है।इन दोनों कंपनियों ने हाल ही में ऑटो एक्सपो 2025 में अपने पहले मास-मार्केट EVs लॉन्च किए हैं। टाटा मोटर्स की यह पहल भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के विस्तार को तेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।