
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकारी सपोर्ट के चलते भारत में स्टार्टअप्स की संख्या अगले 10 वर्षों में 10 गुना बढ़कर 10 लाख तक पहुंच सकती है। उन्होंने बताया कि 2014 में जहां सिर्फ 450 स्टार्टअप्स पंजीकृत थे, वहीं दिसंबर 2024 तक यह संख्या 1,57,000 तक पहुंच गई है।
गोयल ने इंडिया-इजराइल बिजनेस फोरम में कहा, "हम अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम हैं। अगले 10 वर्षों में इसे 10 लाख तक ले जाने का लक्ष्य है।"
केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के अनुसार, 31 दिसंबर 2024 तक 1,57,000 स्टार्टअप्स ने 17 लाख से ज्यादा प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा की हैं। अब तक 5,063 स्टार्टअप्स बंद हो चुके हैं या सूची से हटा दिए गए हैं। वर्ष 2016 में स्टार्टअप्स केवल 120 जिलों में थे, लेकिन अब यह संख्या 750 से अधिक हो गई है। सरकार का लक्ष्य इस साल के अंत तक हर जिले में स्टार्टअप्स स्थापित करना है।
वर्ष 2016 में शुरू हुई 'स्टार्टअप इंडिया' योजना के तहत पूंजी सहायता, टैक्स में छूट और इनक्यूबेशन सेंटर जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। सरकार ने फंड ऑफ फंड्स फॉर स्टार्टअप्स (FFS), स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम और क्रेडिट गारंटी स्कीम जैसी योजनाओं से स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता दी है।
वित्त मंत्री द्वारा पेश बजट में 10,000 करोड़ रुपये के नए FFS की घोषणा की गई है, साथ ही डीपटेक स्टार्टअप्स के लिए एक अलग फंड का भी संकेत दिया गया है। 2016 में शुरू हुए पहले FFS के जरिए अब तक 21,700 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया है, जबकि 91,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कोष अन्य निवेशकों से जुटाया गया है। सरकार द्वारा समर्थित AIFs को कम से कम दोगुना निवेश करने की आवश्यकता होती है।भारत सरकार की इन पहलों से आने वाले वर्षों में स्टार्टअप इकोसिस्टम को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।