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- LICO Materials की बड़ी योजना, FY26 तक 100 करोड़ का राजस्व लक्ष्य
बेंगलुरु स्थित बैटरी रिसाइक्लिंग और रिपरपोजिंग कंपनी एलआईसीओ मैटिरियल्स (LICO Materials )ने वित्त वर्ष 2026 तक अपना राजस्व तीन गुना कर 100 करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के सीईओ गौरव डोलवानी ने बताया कि यह वृद्धि भारत में बढ़ती इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) और एनर्जी स्टोरेज की मांग के चलते संभव हो सकेगी।
डोलवानी ने कहा, "इस वित्त वर्ष में हम लगभग 30 करोड़ रुपये के राजस्व की उम्मीद कर रहे हैं। अगर कमोडिटी बाजार में उछाल आता है, तो हम समान व्यापार करते हुए 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर सकते हैं।" हालांकि, लिथियम, कोबाल्ट और निकेल की कीमतों में गिरावट के कारण राजस्व पर असर पड़ा है, बावजूद इसके कि कंपनी ने अपने लक्षित उत्पादन मात्रा को हासिल किया है।
पिछले महीने, एलआईसीओ मैटिरियल्स( LICO Materials) ने बेंगलुरु में एक बैटरी रिसाइक्लिंग प्लांट का उद्घाटन किया, जिसकी वार्षिक क्षमता 17,500 टन बैटरी इनपुट को प्रोसेस करने की है। कंपनी अगले 2-3 वर्षों में अपना खुद का डाउनस्ट्रीम केमिकल प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है, जिसमें 250 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इस परियोजना को कंपनी इक्विटी और ऋण के मिश्रण से फंड करेगी।
एलआईसीओ मैटिरियल्स दिल्ली-एनसीआर में एक और यूनिट खोलने की भी योजना बना रही है, जिसे बेंगलुरु प्लांट की पूरी क्षमता तक पहुंचने के बाद शुरू किया जाएगा। इस नई यूनिट की क्षमता बेंगलुरु प्लांट के समान होगी, लेकिन यह कच्चे माल की उपलब्धता और बैटरी रिटर्न पर निर्भर करेगा।
भारत का ईवी उद्योग 250% की वृद्धि और एनर्जी स्टोरेज क्षेत्र 2032 तक 42 गीगावाट तक पहुंचने की उम्मीद के साथ, बैटरी रिसाइक्लिंग और पुनर्प्रयोग महत्वपूर्ण खनिजों की पुनर्प्राप्ति के लिए अहम भूमिका निभाएंगे।
एलआईसीओ का लक्ष्य 2027 तक 2 लाख टन इलेक्ट्रिक कारों के बराबर बैटरियों को रिसायकल करना है। इससे 100 मिलियन लीटर पानी की बचत और CO2 उत्सर्जन में 37 मिलियन पेड़ों के बराबर कमी आएगी।
अक्टूबर 2021 में स्थापित LICO Materials, लिथियम-आयन बैटरियों के लिए सर्कुलर इकोनॉमी समाधान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी का उद्देश्य महत्वपूर्ण मैटिरियल की रिपरपोजिंगके माध्यम से बैटरी सप्लाई चेन को स्थायी बनाना है।