घड़ियों और एक्सेसरीज़ में अग्रणी स्केमी ने स्ट्रेटफिक्स कंसल्टिंग के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। यह सहयोग भारत में स्केमी (Skmei) की बिक्री और परिचालन प्रक्रियाओं को सुगम बनाने और बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह साझेदारी स्केमी की उन समस्याओं को हल करने पर ध्यान देगी जो उनकी व्यापार वृद्धि में रुकावट बन रही हैं। इनमें शामिल हैं, व्यापार बढ़ाने की योजना, इन्वेंटरी की गड़बड़ियां, कामकाज में सुधार, वेबसाइट को बेहतर बनाना,आईटी सिस्टम को आधुनिक बनाना, कीमतों में समानता। इस सहयोग का मुख्य उद्देश्य स्केमी (Skmei) को बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने और ग्राहकों को बेहतर सेवा देने में मदद करना है।
स्ट्रेटफिक्स कंसल्टिंग के पार्टनर चिराग पटेल ने कहा, "स्केमी की विकास क्षमता इनोवेशन और बाजार विस्तार के उनके दृष्टिकोण से प्रेरित है। हमारा लक्ष्य स्केमी की परिचालन और बिक्री संबंधी चुनौतियों को दूर करने के साथ-साथ उन्हें प्रतिस्पर्धा में सक्षम बनाने और भविष्य के अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार करना है।"
इस साझेदारी के तहत, स्ट्रेटफिक्स कंसल्टिंग ( Stratefix Consulting) एक कस्टम ERP सिस्टम का उपयोग करेगी, जो रीयल-टाइम इन्वेंटरी मैनेजमेंट और एक सुव्यवस्थित सीआरएम (CRM )सिस्टम प्रदान करेगा। साथ ही, स्केमी की वेबसाइट को बेहतर कार्यक्षमता और डेटा-ड्रिवन डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियों के साथ पुनः डिज़ाइन किया जाएगा, जिससे उपयोगकर्ता अनुभव और बिक्री में सुधार होगा।
स्केमी इंडिया के फाउंडर डिजय मंगूकिया ने कहा, " स्ट्रेटफिक्स कंसल्टिंग के साथ साझेदारी हमारे ग्राहकों को इनोवेशन और उत्कृष्टता के माध्यम से मूल्य प्रदान करने के हमारे दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है। उनकी विशेषज्ञता हमारे संचालन को बदलने में सहायक होगी और हमें नए अवसरों की खोज में सक्षम बनाएगी।"
स्ट्रेटफिक्स कंसल्टिंग की पार्टनर डिंपल शास्त्री ने कहा, "हम स्केमी के साथ मिलकर मजबूत परिचालन ढांचे को डिजाइन और लागू करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जो दक्षता और ग्राहक सेवा को प्राथमिकता देगा। हमारा उद्देश्य स्केमी को प्रतिस्पर्धी बाजार की मांगों को पूरा करने और इनोवेशन को बढ़ावा देने में सक्षम बनाना है।"
यह साझेदारी स्केमी को वियरेबल्स और किफायती घड़ियों के बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने और ग्राहक संतुष्टि के माध्यम से दीर्घकालिक विकास की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगी।