नई दिल्ली स्थित इलेक्ट्रिक बस ऑपरेटर लीफी बस ने भारत का पहला 360 KW फास्ट-चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित किया है। इस अत्याधुनिक तकनीक के जरिए लीफी बस (LeafyBus) की इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली और देहरादून के बीच प्रतिदिन तीन राउंड ट्रिप पूरी कर रही हैं, जो 24 घंटे में 900 किलोमीटर की दूरी कवर करती हैं। यह चार्जिंग सिस्टम GLIDA India (पूर्व में Fortum Charge & Drive India) के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है और प्रत्येक चार्जिंग सत्र का समय 50 मिनट से भी कम कर दिया गया है।
लीफी बस ने अपनी बसों में सुरक्षा सुविधाओं का भी ध्यान रखा है, जिनमें CCTV निगरानी, रीयल-टाइम ट्रैकिंग, ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम और उन्नत चालक सहायता प्रणाली (ADAS) शामिल हैं। यात्रियों को एयर-कंडीशंड यात्रा अनुभव के साथ सुरक्षा और समय की पाबंदी का आश्वासन दिया गया है।
लीफी बस के सह-संस्थापक और सीईओ रोहन देवान ने कहा, "360 KW फास्ट चार्जर ने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में चार्जिंग समय की चुनौती का समाधान कर दिया है। हमारा दिल्ली-देहरादून रूट इलेक्ट्रिक वाहनों की अंतर-शहरी परिवहन में क्षमता को दर्शाता है।"
ऑपरेशन्स के विस्तार के लिए, लीफी बस ने जेबीएम इलेक्ट्रिक व्हिकल के साथ साझेदारी कर 200 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद की योजना बनाई है। इसके अलावा, कंपनी ने अपनी शुरुआती 10 इलेक्ट्रिक बसों के लिए AMU, एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC), से वित्तीय सहायता प्राप्त की है।
यह विकास ऐसे समय में आया है जब भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार तेजी से बढ़ रहा है और सरकार सार्वजनिक परिवहन में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। 2022 के बाद से भारतीय इलेक्ट्रिक बस बाजार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, और कई राज्य परिवहन प्राधिकरणों ने उत्सर्जन और परिचालन लागत को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बसों को अपनाना शुरू कर दिया है।
यह उपलब्धि भारत में इलेक्ट्रिक वाहन इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर अंतर-शहरी परिवहन क्षेत्र में, जहां रेंज और चार्जिंग समय जैसे मुद्दे अब तक बड़ी चुनौती रहे हैं। लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक बस सेवाओं की सफलता अन्य ऑपरेटरों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने का एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकती है।